भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मोतीलाल मीणा ने रविवार को जन-संवाद केंद्र टोंक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 127वें संस्करण को कार्यकर्ताओं के साथ सुना। इस दौरान उन्होंने आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान के तहत घर-घर जाकर स्टीकर लगाने की पहल भी की। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम के माध्यम से देश-विदेश के लोगों से संवाद करते हुए विभिन्न सामाजिक और आर्थिक विषयों पर विचार साझा किए।
मन की बात में ‘स्वदेशी’ और ‘सस्टेनेबिलिटी’ पर जोर
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में जीएसटी बचत उत्सव का उल्लेख करते हुए कहा कि इस बार त्योहारों में स्वदेशी वस्तुओं की खरीदारी में भारी उछाल देखा गया है। उन्होंने कहा कि देश के बाजारों में रौनक पहले से अधिक है और लोग स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता दे रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने मैंग्रोव के महत्व पर प्रकाश डालते हुए पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक रहने का संदेश दिया।
नवाचार और सामुदायिक एकता पर जोर
मोदी ने अपने संबोधन में छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में संचालित ‘गार्बेज कैफे’ का उदाहरण दिया, जहां लोग प्लास्टिक कचरे के बदले भरपेट भोजन प्राप्त करते हैं। उन्होंने इसे एक प्रेरणादायक पहल बताया जो स्वच्छता और सामाजिक सहयोग दोनों को बढ़ावा देती है। प्रधानमंत्री ने छठ पर्व की सामाजिक एकता का जिक्र करते हुए कहा कि इस त्योहार में समाज का हर वर्ग एक साथ खड़ा होता है, जो भारतीय संस्कृति की एकजुटता का सुंदर उदाहरण है।
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कोरापुट कॉफी और सांस्कृतिक गौरव पर चर्चा
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कोरापुट कॉफी की चर्चा करते हुए कहा कि इसका स्वाद लाजवाब है और यह न केवल स्थानीय लोगों को आर्थिक रूप से सशक्त बना रही है बल्कि उनके जीवन में नई ऊर्जा ला रही है। उन्होंने वंदे मातरम गीत का उल्लेख करते हुए इसे भारत के गौरव और भावनात्मक एकता का प्रतीक बताया। साथ ही वेदों के माध्यम से भारतीय संस्कृति में पृथ्वी को माता मानने की परंपरा का उल्लेख किया।
स्थानीय स्तर पर कार्यक्रम में रही सक्रियता
कार्यक्रम के दौरान जिला महामंत्री विष्णु शर्मा, जिला उपाध्यक्ष राजेश शर्मा, जिला मंत्री बीना छामुनिया, मंडल अध्यक्ष धर्मराज गुर्जर, मीडिया प्रभारी कमलेश यादव, बलवंत मराठा सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे। उन्होंने आत्मनिर्भर भारत अभियान के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया।