बंगाल शिक्षक घोटाला: जीरो के हो गए 54 और एक अंक वाले को मिले 56 नंबर
West Bengal Teacher Recruitment Scam: वेबसाइट पर प्रकाशित सूची पर जिनका सीरियल नंबर 3031 से 3392 है, उन्हें लिखित परीक्षा में प्राप्तांक और एसएससी के सर्वर पर ओएमआर का प्राप्तांक एक ही है। उसके बाद 3392 से अंतिम तक जो सूची है उसमें प्राप्तांक और ओएमआर नंबरों में बड़ा अंतर है...

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पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट से फटकार खाने के बाद अंतत: पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) ने 3478 परीक्षार्थियों का ओएमआर शीट वेबसाइट पर डाली है। इसमें यह देखा जा रहा है कि लिखित परीक्षा में जीरो अंक हासिल किए थे, लेकिन उन्हें गैरकानूनी तरीके से नियुक्त करने के लिए सर्वर पर नंबर बढ़ाकर 54 कर दिया गया। किसी को अगर एक नंबर मिला था तो उसे 56 नंबर दिए गए।

दूसरी ओर, भ्रष्टाचार का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कि बीरभूम जिले के शांति निकेतन इलाके में एक दुकान से केक खरीदने पर उसका पैकेट ओएमआर शीट से बना हुआ मिला है। इसकी जानकारी केंद्रीय एजेंसियों को दी गई है जिसके बाद जांच शुरू कर दी गई है।
न्यायाधीश अभिजीत गांगुली की टिप्पणी के बाद एसएससी ने 3478 ऐसे परीक्षार्थियों का ओएमआर शीट वेबसाइट पर डाली है। इसमें बताया गया है कि किस परीक्षार्थी को लिखित परीक्षा में कितने नंबर मिले थे और गैरकानूनी तरीके से उन्हें नियुक्त करने के लिए सर्वर पर कितने नंबर बढ़ाए गए। इनमें से 3030 लोगों के नंबर आश्चर्यजनक तरीके से बढ़ाए गए हैं। सर्वर पर कई गुना बढ़ाकर नंबर दिए गए हैं, जिसकी वजह से उन्हें नौकरी मिली है।
वेबसाइट पर प्रकाशित सूची पर जिनका सीरियल नंबर 3031 से 3392 है, उन्हें लिखित परीक्षा में प्राप्तांक और एसएससी के सर्वर पर ओएमआर का प्राप्तांक एक ही है। उसके बाद 3392 से अंतिम तक जो सूची है उसमें प्राप्तांक और ओएमआर नंबरों में बड़ा अंतर है। एक अधिकारी ने बताया कि नियुक्ति भ्रष्टाचार बहुत बड़ा है और 350 करोड़ रुपये से अधिक का हो सकता है। ईडी ने दो दिन पहले ही कोर्ट में हलफनामा के जरिए दावा किया है कि नियुक्ति भ्रष्टाचार 350 करोड़ रुपये से अधिक का है।