सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   World ›   Attempts to resolve without moscow participation are futile Russias stern warning on Ukraine crisis

Russia-Ukraine Conflict: 'हमारी भागीदारी के बिना समाधान की कोशिश बेकार', यूक्रेन संकट पर रूस की सख्त चेतावनी

वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, मॉस्को Published by: शुभम कुमार Updated Wed, 20 Aug 2025 11:48 PM IST
सार

रूस ने यूक्रेन संकट पर शांति प्रयासों को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि रूस को नजरअंदाज कर सुरक्षा समाधान ढूंढना एक बेकार की राह है। यह बयान ट्रंप और जेलेंस्की की मुलाकात के बाद आया है। लावरोव ने पुतिन-जेलेंस्की वार्ता की सख्त तैयारी की जरूरत भी बताई है, ताकि हालात और न बिगड़ें।

विज्ञापन
Attempts to resolve without moscow participation are futile Russias stern warning on Ukraine crisis
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके समकक्ष जेलेंस्की और पुतिन - फोटो : PTI
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

रूस और यूक्रेन के बीच तीन साल से चल रहे संघर्ष के बाद अब शांति वार्ता को लेकर प्रयास तेज हो गए हैं। ऐसे में रूस ने बुधवार को साफ कर दिया कि यूक्रेन से जुड़ी सुरक्षा समस्याओं का हल अगर रूस की भागीदारी के बिना निकालने की कोशिश की गई, तो वह बेकार रास्ता होगा। यह बयान उस वक्त आया है जब दो दिन पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं से मुलाकात की थी।

Trending Videos

मामले में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि हम इस बात से सहमत नहीं हो सकते कि सामूहिक सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को अब रूस को शामिल किए बिना हल करने की कोशिश हो रही है। यह कभी सफल नहीं होगा।उन्होंने आगे कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि पश्चिम, खासकर अमेरिका, यह अच्छी तरह समझता है कि रूस को बाहर रखकर सुरक्षा पर गंभीर चर्चा करना एक कल्पना है। ये कभी सफल नहीं हो सकता है। 

विज्ञापन
विज्ञापन


रिपोर्टों के अनुसार, ट्रंप यूक्रेन और रूस के बीच तीन साल से चल रहे युद्ध को खत्म करने के लिए दोनों नेताओं को एक समझौते की ओर ले जाने की कोशिश कर रहे हैं, हालांकि कई बड़ी बाधाएं अब भी बनी हुई हैं। ऐसे में लावरोव ने कहा कि अगर पुतिन और जेलेंस्की के बीच कोई शिखर बैठक होती है तो उसे बहुत सावधानी से तैयार किया जाना चाहिए, ताकि हालात और ना बिगड़ें।

ये भी पढ़ें:- India Russia Ties: विदेश मंत्री जयशंकर ने रूसी उप प्रधानमंत्री से की मुलाकात, व्यापार असंतुलन का मुद्दा उठाया

नाटो के सैन्य प्रमुख ने बुलाई अहम बैठक
साथ ही रूसी मंत्री ने यूरोपीय नेताओं पर अमेरिका के राष्ट्रपति का रुख बदलने की भद्दी कोशिशें करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हमें सोमवार की मीटिंग में यूरोपियों से कोई रचनात्मक सुझाव सुनने को नहीं मिला।इसी बीच, नाटो के सैन्य प्रमुख बुधवार को एक बैठक करने जा रहे हैं, जिसमें यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी देने पर चर्चा होगी। इस वीडियो कॉन्फ्रेंस में अमेरिका के जनरल एलेक्सस ग्रिंकेविच भी शामिल होंगे, जो यूरोप में नाटो के अभियान की निगरानी करते हैं।

ये भी पढ़ें:- Donald Trump: 'मेरे स्वर्ग जाने की संभावना बढ़ जाएगी', जानें किस मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने कही ये बात

अंतराष्ट्रीय सुरक्षा बल पर काम कर रहे यूक्रेन के सहयोगी देश
गौरतलब है कि यूक्रेन के सहयोगी देश जिनमें यूरोप के देश, जापान और ऑस्ट्रेलिया जैसे कुल 30 देश शामिल हैं एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बल पर काम कर रहे हैं जो भविष्य में किसी शांति समझौते को लागू करने में मदद कर सके। हालांकि अमेरिका इस सुरक्षा बल में क्या भूमिका निभाएगा, यह अभी स्पष्ट नहीं है। ट्रंप ने मंगलवार को साफ कहा कि वह यूक्रेन की रक्षा के लिए अमेरिकी सैनिक नहीं भेजेंगे। वहीं रूस ने पहले भी कई बार कहा है कि वह यूक्रेन में नाटो की मौजूदगी को किसी भी हाल में स्वीकार नहीं करेगा।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get latest World News headlines in Hindi related political news, sports news, Business news all breaking news and live updates. Stay updated with us for all latest Hindi news.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed