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ऑस्ट्रेलिया में यहूदियों को मारने वाले कौन?: पाकिस्तानी मूल के बाप-बेटे ने रची साजिश, जानें अब तक हुए खुलासे
स्पेशल डेस्क, अमर उजाला
Published by: कीर्तिवर्धन मिश्र
Updated Mon, 15 Dec 2025 04:21 PM IST
सार
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में स्थित बॉन्डी बीच में यह गोलीबारी आठ दिवसीय यहूदी त्योहार हनुक्का की पहली रात को हुई। बंदूकधारियों ने उस वक्त गोलीबारी शुरू कर दी, जब यहूदी त्योहार की शुरुआत के उपलक्ष्य में समुद्र तट पर आयोजित एक कार्यक्रम के लिए सैकड़ों लोग इकट्ठा हुए थे। एक चश्मदीद ने बताया कि हमलावरों ने बच्चों और बुजुर्गों को अंधाधुंध निशाना बनाया।
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ऑस्ट्रेलिया के बॉन्डी बीच में यहूदियों पर हमला करने वाले नवीद के आईएस कनेक्शन की जांच जारी।
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में स्थित बॉन्डी बीच में रविवार को हुई फायरिंग में अब तक 15 लोगों की मौत की खबर आई है। वहीं, दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल हैं। एक यहूदी त्योहार- हनुक्का के दौरान हुई इस गोलीबारी की घटना के बाद से ही पूरे ऑस्ट्रेलिया में सनसनी मची है। लगभग पूरे ऑस्ट्रेलिया में पुलिस को सतर्क कर दिया गया है। ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने इसे 1996 को पोर्ट आर्थर नरसंहार के बाद से सबसे खतरनाक गोलीबारी करार दिया है।
अधिकारियों ने इस गोलीबारी को लेकर जो जानकारी दी है, उसके मुताबिक हमला दो बंदूकधारियों ने किया। यह दोनों बाप-बेटे थे, जिन्होंने खास तौर पर बॉन्डी बीच को ही निशाना बनाया और यहां लोगों पर गोलीबारी की। इनके नाम साजिद अकरम और नवीद अकरम बताए गए हैं।
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अधिकारियों ने इस गोलीबारी को लेकर जो जानकारी दी है, उसके मुताबिक हमला दो बंदूकधारियों ने किया। यह दोनों बाप-बेटे थे, जिन्होंने खास तौर पर बॉन्डी बीच को ही निशाना बनाया और यहां लोगों पर गोलीबारी की। इनके नाम साजिद अकरम और नवीद अकरम बताए गए हैं।
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ऐसे में यह जानना अहम है कि आखिर ऑस्ट्रेलिया में यह गोलीबारी कैसे हुई? दोनों बंदूकधारियों ने कैसे एक के बाद एक कई लोगों को निशाना बनाया? अब तक मृतकों और घायलों को लेकर क्या जानकारी सामने आई है? इसके अलावा घटना को अंजाम देने वालों की पृष्ठभूमि क्या है? आइये जानते हैं...
पहले जानें- सिडनी में गोलीबारी का पूरा घटनाक्रम
14 दिसंबर (रविवार) को यहूदी समुदाय के त्योहार हनुक्का के लिए सिडनी स्थित बॉन्डी बीच पर बड़ी संख्या में यहूदी समुदाय के लोग जुटे थे। इस कार्यक्रम का आयोजन बॉन्डी के चाबड़ की तरफ से किया गया था।
14 दिसंबर (रविवार) को यहूदी समुदाय के त्योहार हनुक्का के लिए सिडनी स्थित बॉन्डी बीच पर बड़ी संख्या में यहूदी समुदाय के लोग जुटे थे। इस कार्यक्रम का आयोजन बॉन्डी के चाबड़ की तरफ से किया गया था।
इस घटना के दौरान की जो फुटेज सामने आईं उनमें दो काले कपड़े पहने हुए बंदूकधारियों को कैंपबेल परेड मैदान और बॉन्डी बीच के पवेलियन के मध्य में बने पुल में खड़े देखा गया। ये दोनों लोग ऊंचाई की जगह से लगातार नीचे खड़े लोगों पर फायरिंग कर रहे थे। पुलिस की तरफ से जो वीडियो साझा किए गए, उनके जरिए सामने आया कि एक बंदूकधारी साजिद अकरम और दूसरा उसका बेटा- नवीद अकरम था। साजिद पुल पर फायरिंग के बाद पार्क एरिया पहुंच गया। इस दौरान जो तस्वीरें सामने आई हैं, उनमें लोगों को इधर-उधर भागते देखा गया।
पुल से उतरने के बाद साजिद जब आम लोगों को निशाना बना रहा था तब अहमद-अल-अहमद नाम के 43 वर्षीय एक व्यक्ति ने पीछे से साजिद अकरम को दबोच लिया और उससे हथियार छुड़ा लिया। बताया गया है कि सीरियाई मूल के अहमद को बंदूक चलाने का कोई अनुभव नहीं है और वे अपने भाई के साथ बॉन्डी बीच पर कॉफी पीने आए थे।
US: 'डरने की जरूरत नहीं, गर्व के साथ हनुक्का मनाएं', ऑस्ट्रेलिया के बॉन्डी बीच पर गोलीबारी के बाद बोले ट्रंप
पुल से उतरने के बाद साजिद जब आम लोगों को निशाना बना रहा था तब अहमद-अल-अहमद नाम के 43 वर्षीय एक व्यक्ति ने पीछे से साजिद अकरम को दबोच लिया और उससे हथियार छुड़ा लिया। बताया गया है कि सीरियाई मूल के अहमद को बंदूक चलाने का कोई अनुभव नहीं है और वे अपने भाई के साथ बॉन्डी बीच पर कॉफी पीने आए थे।
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बंदूक छीने जाने के बाद साजिद अकरम भाग खड़ा हुआ और पुल पर अपने बेटे नवीद के पास पहुंच गया, जो लगातार फायरिंग कर रहा था। इस बीच जब नवीद की गोलियां खत्म हो गईं तो उसने गोली भरने के लिए बंदूक खोली। हालांकि, पास ही मौजूद पुलिस ने मौका देखकर बाप-बेटे पर फायरिंग कर दी। इसमें साजिद अकरम गोली लगने के बाद तुरंत गिर पड़ा। वहीं, नवीद भी गोली लगने से घायल हो गया। बाद में पुलिस पुल पर पहुंची और शाम को लगभग 7.30 बजे इलाके को सुरक्षित कर लिया गया।
कौन थे साजिद और नवीद अकरम?
दोनों की मौजूदा स्थिति?पुलिस की गोली लगने के बाद साजिद अकरम बुरी तरह घायल हो गया और बाद में उसे मृत घोषित कर दिया गया। दूसरी तरफ नवीद अकरम को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी है।
कब-कैसे रची गई घटना की साजिश?
- पुलिस ने कुछ घंटों बाद हमलावरों की पहचान जारी कर दी। इसमें एक हमलावर साजिद अकरम (50) और दूसरा उसका बेटा- 24 वर्षीय नवीद अकरम था।
- इनका घर न्यू साउथ वेल्स के बोनीरिग में है, जो कि बॉन्डी बीच से करीब एक घंटे की दूरी पर है। आशंका है कि दोनों ने हमले की साजिश काफी पहले रच ली थी।
- उन्होंने कुछ हफ्ते पहले ही बॉन्डी बीच से आधे घंटे की दूरी पर स्थित कैंपसी में एक कमरा किराए पर ले लिया था। पुलिस ने यहां छापेमारी की है।
- इस जगह एक विस्फोटकों से भरा वाहन भी मिला, जिसके हमलावरों से जुड़े होने का शक है। पुलिस को घटना में किसी और के शामिल होने का शक नहीं है।
घटना को लेकर क्या बोले परिजन?
- घटना से कुछ दिन पहले उन्होंने परिवारवालों को बताया था कि वे वीकेंड में मछली पकड़ने (फिशिंग ट्रिप) के लिए जेर्विस बे की यात्रा पर जा रहे हैं।
- नवीद की मां- वेरेना ने बताया कि बेटे ने उन्हें हमले से कुछ घंटे पहले ही फोन किया था। उन्होंने कहा कि वे गोलीबारी के दौरान की तस्वीरों से बेटे को पहचान नहीं पाईं।
- वेरेना ने कहा, "उसके (नवीद के) पास बंदूक नहीं है। वह बाहर भी नहीं जाता। वह दोस्तों से ज्यादा घुलता मिलता नहीं। वह शराब-सिगरेट नहीं पीता। गलत जगहों पर नहीं जाता। वह घर आता है और कसरत करता है। बस इतना ही। किसी को भी मेरे बेटे जैसा बेटा चाहिए होगा। वह एक अच्छा लड़का है।"
कौन हैं दोनों हमलावर?
1. साजिद अकरमऑस्ट्रेलियाई मीडिया के मुताबिक, साजिद अकरम फल बेचने के कारोबार में शामिल है। उसके पास न्यू साउथ वेल्स में छह बंदूके रखने का लाइसेंस है। पुलिस का मानना है कि उसने सभी बंदूकों का इस्तेमाल यहूदियों पर हमले के लिए किया।
2. नवीद अकरम
नवीद अकरम के बारे में सामने आया है कि कुछ समय पहले तक वह निर्माण कार्यों से जुड़ा था। वह ईंटें बिछाने का काम करता था। हालांकि, कुछ समय पहले ही कंपनी बंद होने के बाद उसकी नौकरी चली गई। नवीद की पढ़ाई न्यू साउथ वेल्स के हेकेनबर्ग स्थित अल-मुराद यूनिवर्सिटी में हुई। जहां अरबी और कुरान पढ़ाई जाती है। यह संस्था रजिस्टर्ड है और शेख एडम इस्माइल इसके मालिक बताए गए हैं।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, नवीद को अल-मुराद इंस्टीट्यूट का आदर्श छात्र तक कहा जाता था। बॉन्डी बीच हमले के बाद उसकी और संस्था के मालिक इस्माइल की एक तस्वीर भी वायरल हुई है। एडम इस्माइल ने सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड अखबार को बताया कि उनकी और नवीद की आखिरी बार बात 2022 में हुई थी। इसके बाद से कभी बात नहीं हुई। उन्होंने कहा कि हम सिर्फ कुरान पढ़ाते हैं और कुछ भी नहीं। इस्माइल ने बताया कि बॉन्डी बीच की घटना के बाद उन्हें धमकियां मिल रही हैं और पुलिस से सुरक्षा मांगनी पड़ी है।
नवीद अकरम के बारे में सामने आया है कि कुछ समय पहले तक वह निर्माण कार्यों से जुड़ा था। वह ईंटें बिछाने का काम करता था। हालांकि, कुछ समय पहले ही कंपनी बंद होने के बाद उसकी नौकरी चली गई। नवीद की पढ़ाई न्यू साउथ वेल्स के हेकेनबर्ग स्थित अल-मुराद यूनिवर्सिटी में हुई। जहां अरबी और कुरान पढ़ाई जाती है। यह संस्था रजिस्टर्ड है और शेख एडम इस्माइल इसके मालिक बताए गए हैं।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, नवीद को अल-मुराद इंस्टीट्यूट का आदर्श छात्र तक कहा जाता था। बॉन्डी बीच हमले के बाद उसकी और संस्था के मालिक इस्माइल की एक तस्वीर भी वायरल हुई है। एडम इस्माइल ने सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड अखबार को बताया कि उनकी और नवीद की आखिरी बार बात 2022 में हुई थी। इसके बाद से कभी बात नहीं हुई। उन्होंने कहा कि हम सिर्फ कुरान पढ़ाते हैं और कुछ भी नहीं। इस्माइल ने बताया कि बॉन्डी बीच की घटना के बाद उन्हें धमकियां मिल रही हैं और पुलिस से सुरक्षा मांगनी पड़ी है।
नवीद अकरम के फेसबुक पेज से मिली जानकारी के आधार पर द यरुशलम पोस्ट अखबार ने दावा किया कि उसकी पढ़ाई ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में स्थित सेंट्रल क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी और पाकिस्तान के इस्लामाबाद में स्थित हमदर्द यूनिवर्सिटी में भी हुई है।