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Brazil Politics: ब्राजील की राजनीति में तूफान, पूर्व मंत्री सिल्वियो अल्मेदा पर यौन उत्पीड़न का औपचारिक आरोप

वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, ब्रासीलिया Published by: शुभम कुमार Updated Sun, 16 Nov 2025 07:51 AM IST
सार

ब्राजील की राजनीति में एक नया तूफान उस समय खड़ा हो गया जब, वहां की फेडरल पुलिस ने पूर्व मानवाधिकार मंत्री सिल्वियो अल्मेदा पर यौन उत्पीड़न का औपचारिक आरोप लगाया है। मामला अब अभियोजकों और फिर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर टिका है। हालांकि अल्मेदा ने आरोपों पर अभी तक कोई नई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

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Brazilian politics in turmoil as former minister Silvio Almeida formally accused of harassment News In Hindi
सांकेतिक तस्वीर - फोटो : एक्स
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विस्तार
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ब्राजील की फेडरल पुलिस ने राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा की सरकार में मानवाधिकार मंत्री रहे सिल्वियो अल्मेदा पर यौन उत्पीड़न का औपचारिक आरोप लगाया है। यह जानकारी शनिवार को एक पुलिस अधिकारी ने दी। अधिकारी ने अपना नाम न बताने की शर्त पर बात की, क्योंकि उन्हें सार्वजनिक रूप से बोलने की अनुमति नहीं थी।

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बता दें कि अब यह मामला प्रॉसिक्यूटर्स (अभियोजकों) के पास जाएगा। इसके बाद अगर वे आरोप दाखिल करने का फैसला करते हैं, तो मामला सुप्रीम कोर्ट तक जाएगा। सुप्रीम कोर्ट या तो मामले को खारिज करेगा या स्वीकार करेगा। अगर मामला स्वीकार हुआ, तो अल्मेदा को ट्रायल (मुकदमे) का सामना करना पड़ेगा।
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अल्मेद ने नहीं दी कोई प्रतिक्रिया
मामले में स्थानीय मीडिया रिपोर्ट की माने तो पुलिस ने शुक्रवार को अल्मेदा पर औपचारिक आरोप लगाए। अल्मेदा ने अब तक इस पर कोई नई प्रतिक्रिया नहीं दी है, हालांकि पहले वे सभी आरोपों को नकार चुके हैं। पिछले साल 'मीटू ब्राजील' नाम के संगठन ने बताया कि उन्हें अल्मेदा के खिलाफ यौन दुराचार की शिकायतें मिली हैं।

इसके बाद राष्ट्रपति लूला ने सितंबर में अल्मेदा को बर्खास्त कर दिया। मीडिया ने बताया कि रेशियल इक्वालिटी मंत्री एनीएल फ्रैंको भी कथित पीड़ितों में शामिल थीं। एनीएल फ्रैंको ने लूला के इस फैसले का सार्वजनिक रूप से समर्थन किया था।

समझिए एनीएल फ्रैंको और मामला क्यों महत्वपूर्ण है?
एनीएल फ्रैंको राजनीति में तब आईं जब उनकी बहन मरिएले फ्रैंको, रियो डी जेनेरियो की एक काउंसिलर, की 2018 में हत्या हो गई थी। इसके बाद इस मामले ने दुनियाभर का ध्यान अपनी ओर खींचा था। अल्मेदा और फ्रैंको दोनों ब्राजील में नस्लवाद के खिलाफ आवाज उठाने वाले प्रमुख चेहरों में से एक माने जाते है।

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एक और महिला का आरोप
हालांकि अल्मेदा के खिलाफ ये कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी साओ पाउलो की प्रोफेसर इसाबेल रोड्रिग्स ने भी पिछले साल दावा किया था कि अल्मेदा ने उनके साथ यौन उत्पीड़न किया। उन्होंने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर लिखा कि इस मामले में वास्तविक न्याय मिलने में अभी बहुत समय लगेगा। महिलाओं का साथ मत छोड़िए।

ब्राजील में महिलाओं के खिलाफ हिंसा
गौरतलब है कि ब्राजील में महिलाओं के खिलाफ हिंसा और उत्पीड़न की खबरें आय दिन चर्चा में रहती हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, 2025 में हर तीन में से एक महिला यौन या लैंगिक हिंसा की शिकार हुई। 2017 में रिकॉर्ड शुरू होने के बाद से महिलाओं के खिलाफ सभी तरह की हिंसा लगातार बढ़ रही है।

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