{"_id":"65a023f98373c0745b04979f","slug":"iran-us-ship-seizure-iranian-oil-theft-allegation-coast-of-oman-2024-01-11","type":"story","status":"publish","title_hn":"Iran-US: ईरान ने अमेरिकी जहाज को जब्त करने का दावा किया, ओमान में ईरानी तेल की चोरी करने का लगाया आरोप","category":{"title":"World","title_hn":"दुनिया","slug":"world"}}
Iran-US: ईरान ने अमेरिकी जहाज को जब्त करने का दावा किया, ओमान में ईरानी तेल की चोरी करने का लगाया आरोप
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, तेहरान
Published by: ज्योति भास्कर
Updated Thu, 11 Jan 2024 10:53 PM IST
सार
ईरान का आरोप है कि अमेरिकी जहाज ने उसका तेल चुराने का प्रयास किया। ईरान ने कहा है कि तेल की चोरी के आरोप में अमेरिकी जहाज को उसने जब्त कर लिया है। मामला ओमान के समुद्री तट से जुड़ा है। जहाज हाईजैक करने की खबरें सामने आ रही हैं।
विज्ञापन
ईरान ने अमेरिका पर लगाए चोरी के आरोप
विज्ञापन
विस्तार
ईरान और अमेरिका एक बार फिर आमने-सामने हैं। ओमान के तट पर ईरानी तेल की चोरी के आरोप में अमेरिकी जहाज को जब्त करने की रिपोर्ट सामने आई है। खबर के मुताबिक ईरान ने जिस जहाज को जब्त किया है, उस पर 19 नागरिक हैं। चालक दल के 19 लोगों में 18 लोग फिलीपींस के नागरिक हैं, जबकि एक ग्रीस का रहने वाला है।
ईरान की नौसेना के मुताबिक अमेरिकी जहाज- सेंट निकोलस को जब्त किया गया है। गुरुवार को जारी बयान के मुताबिक इसका इस्तेमाल पिछले साल अमेरिका ने तेल की चोरी करने में किया था। ईरान का बयान यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस (UKMTO) की टिप्पणी के बाद आया है। यूके की इस एजेंसी तरफ से जारी बयान के मुताबिक कुछ हथियारबंद लोगों ने सेंट निकोलस नाम के जहाज को अपने कब्जे में ले लिया। इसमें कहा गया कि जहाज का मालिकाना हक ग्रीस के पास है, जबकि इस पर मार्शल आईलैंड का झंडा लगा है। बयान के मुताबिक हथियारबंद लोगों के सवार होने के बाद सेंट निकोलस जहाज ईरान में बंदर-ए-जस्क की तरफ मुड़ गया।
ईरानी समाचार एजेंसी आईआरएनए की रिपोर्ट के मुताबिक, जब्त किए गए जहाज को पहले स्वेज राजन नाम से जाना जाता था। अमेरिका ने ईरान का तेल चुराने के लिए इसका इस्तेमाल किया। नौसेना ने अमेरिका से बदला लेने के लिए इस जहाज को जब्त किया है। बयान के मुताबिक नौसेना ने अदालती आदेश के मुताबिक ओमान की खाड़ी में अमेरिकी तेल टैंकर जब्त किया। पहचान छिपाने के लिए मीडियाकर्मियों के कैमरे बंद करा दिए गए।
अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी- AFP की रिपोर्ट के मुताबिक जहाज का मालिक ग्रीस का एम्पायर नेविगेशन है। इस रिपोर्ट के मुताबिक 1.45 लाख टन कच्चे तेल से भरा यह जहाज ईराक के बसरा से तुर्किये के अलीगा जा रहा था, स्वेज नहर के रास्ते जा रहे जहाज को ईरान ने जब्त कर लिया। खबर के मुताबिक पिछले साल इसी जहाज पर ईरानी तेल अमेरिकी अधिकारियों ने जब्त किया था। अदालती कार्रवाई के बाद जुर्माना भरना पड़ा। बाद में जहाज का नाम बदल दिया गया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सितंबर, 2023 में अमेरिका ने स्वेज राजन पर लदे, ईरान के 9.80 लाख बैरल कच्चे तेल को जब्त कर लिया था। अमेरिकी न्याय विभाग के मुताबिक तेल ग्रीक के प्रतिबंधित टैंकर की मदद से बेचा जा रहा था। इसका इस्तेमाल ईरान के इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के लोग कर रहे थे और तेल चीन को बेचा जा रहा था। बदला लेने की कार्रवाई करते हुए ईरान ने बाद में दो टैंकर- एडवांटेज स्वीट और निओवी को जब्त कर लिया था।
दरअसल, पश्चिमी एशिया में इस्राइल और हमास के हिंसक संघर्ष को तीन महीने से अधिक समय बीत चुके हैं। लड़ाई अभी भी जारी है। लाल सागर में 20 से अधिक जहाजों पर हमले हो चुके हैं। इसके पीछे ईरान का समर्थन बताया जा रहा है। अमेरिका और इस्राइल दोनों ने ईरान के खिलाफ बयान दिए हैं। इस्राइल और हमास की लड़ाई में अब तक 24 हजार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। कथित तौर पर युद्ध का विरोध कर रहे हूती विद्रोही बीते तीन महीने के दौरान कई बार लाल सागर में व्यापारिक जहाजों को निशाना बना चुके हैं। ईरान पर हमलावरों का समर्थन करने का आरोप है।
Trending Videos
ईरान की नौसेना के मुताबिक अमेरिकी जहाज- सेंट निकोलस को जब्त किया गया है। गुरुवार को जारी बयान के मुताबिक इसका इस्तेमाल पिछले साल अमेरिका ने तेल की चोरी करने में किया था। ईरान का बयान यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस (UKMTO) की टिप्पणी के बाद आया है। यूके की इस एजेंसी तरफ से जारी बयान के मुताबिक कुछ हथियारबंद लोगों ने सेंट निकोलस नाम के जहाज को अपने कब्जे में ले लिया। इसमें कहा गया कि जहाज का मालिकाना हक ग्रीस के पास है, जबकि इस पर मार्शल आईलैंड का झंडा लगा है। बयान के मुताबिक हथियारबंद लोगों के सवार होने के बाद सेंट निकोलस जहाज ईरान में बंदर-ए-जस्क की तरफ मुड़ गया।
विज्ञापन
विज्ञापन
ईरानी समाचार एजेंसी आईआरएनए की रिपोर्ट के मुताबिक, जब्त किए गए जहाज को पहले स्वेज राजन नाम से जाना जाता था। अमेरिका ने ईरान का तेल चुराने के लिए इसका इस्तेमाल किया। नौसेना ने अमेरिका से बदला लेने के लिए इस जहाज को जब्त किया है। बयान के मुताबिक नौसेना ने अदालती आदेश के मुताबिक ओमान की खाड़ी में अमेरिकी तेल टैंकर जब्त किया। पहचान छिपाने के लिए मीडियाकर्मियों के कैमरे बंद करा दिए गए।
अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी- AFP की रिपोर्ट के मुताबिक जहाज का मालिक ग्रीस का एम्पायर नेविगेशन है। इस रिपोर्ट के मुताबिक 1.45 लाख टन कच्चे तेल से भरा यह जहाज ईराक के बसरा से तुर्किये के अलीगा जा रहा था, स्वेज नहर के रास्ते जा रहे जहाज को ईरान ने जब्त कर लिया। खबर के मुताबिक पिछले साल इसी जहाज पर ईरानी तेल अमेरिकी अधिकारियों ने जब्त किया था। अदालती कार्रवाई के बाद जुर्माना भरना पड़ा। बाद में जहाज का नाम बदल दिया गया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सितंबर, 2023 में अमेरिका ने स्वेज राजन पर लदे, ईरान के 9.80 लाख बैरल कच्चे तेल को जब्त कर लिया था। अमेरिकी न्याय विभाग के मुताबिक तेल ग्रीक के प्रतिबंधित टैंकर की मदद से बेचा जा रहा था। इसका इस्तेमाल ईरान के इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के लोग कर रहे थे और तेल चीन को बेचा जा रहा था। बदला लेने की कार्रवाई करते हुए ईरान ने बाद में दो टैंकर- एडवांटेज स्वीट और निओवी को जब्त कर लिया था।
दरअसल, पश्चिमी एशिया में इस्राइल और हमास के हिंसक संघर्ष को तीन महीने से अधिक समय बीत चुके हैं। लड़ाई अभी भी जारी है। लाल सागर में 20 से अधिक जहाजों पर हमले हो चुके हैं। इसके पीछे ईरान का समर्थन बताया जा रहा है। अमेरिका और इस्राइल दोनों ने ईरान के खिलाफ बयान दिए हैं। इस्राइल और हमास की लड़ाई में अब तक 24 हजार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। कथित तौर पर युद्ध का विरोध कर रहे हूती विद्रोही बीते तीन महीने के दौरान कई बार लाल सागर में व्यापारिक जहाजों को निशाना बना चुके हैं। ईरान पर हमलावरों का समर्थन करने का आरोप है।