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Kim Jong Un Sister: उत्तर कोरियाई तानाशाह के साथ बहन भी पहुंचीं रूस, क्यों मानी जाती हैं भाई से भी खतरनाक?
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: शिवेंद्र तिवारी
Updated Thu, 14 Sep 2023 06:53 PM IST
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किम की छोटी बहन किम यो जोंग
- फोटो :
AMAR UJALA
विस्तार
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन इन दिनों रूस की यात्रा पर हैं। उन्होंने बुधवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ एक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। इस पूरी यात्रा के दौरान किम की छोटी बहन किम यो जोंग भी मौजूद हैं जिनकी चर्चा हो रही है। वह उत्तर कोरिया में दूसरी सबसे बड़ी शख्सियत मानी जाती हैं। आइये जानते हैं किम यो जोंग के बारे में...
किम यो जोंग
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SOCIAL MEDIA
कौन हैं किम यो जोंग?
किम यो जोंग उत्तर कोरियाई तानाशाह की छोटी बहन हैं जिनकी उम्र 35 साल है। 1987 में जन्मी किम यो जोंग अपने भाई किम जोंग उन से उम्र में चार साल छोटी हैं। दोनों भाई-बहन ने बर्न (स्विटजरलैंड) में साथ रहकर पढ़ाई की है। स्विटजरलैंड में उनके स्कूल के अधिकारी बताते हैं कि किम यो जोंग हमेशा अपने गार्ड और केयरटेकर्स से घिरी रहती थीं। अब उन्हें किम जोंग उन के संभावित उत्तराधिकारी के रूप में भी देखा जाता है।
2017 में ताकतवर पोलित ब्यूरो की सदस्य बनीं
किम यो जोंग का राजनीतिक कद सबसे पहले अक्तूबर 2017 में बढ़ा जब वो ताकतवर पोलित ब्यूरो की सदस्य बनीं। इससे पहले वो उस महकमे की उप निदेशक थीं जो किम जोंग उन की सार्वजनिक छवि और नीतियों के प्रचार-प्रसार का जिम्मा संभालता है।
किम यो जोंग उत्तर कोरियाई तानाशाह की छोटी बहन हैं जिनकी उम्र 35 साल है। 1987 में जन्मी किम यो जोंग अपने भाई किम जोंग उन से उम्र में चार साल छोटी हैं। दोनों भाई-बहन ने बर्न (स्विटजरलैंड) में साथ रहकर पढ़ाई की है। स्विटजरलैंड में उनके स्कूल के अधिकारी बताते हैं कि किम यो जोंग हमेशा अपने गार्ड और केयरटेकर्स से घिरी रहती थीं। अब उन्हें किम जोंग उन के संभावित उत्तराधिकारी के रूप में भी देखा जाता है।
2017 में ताकतवर पोलित ब्यूरो की सदस्य बनीं
किम यो जोंग का राजनीतिक कद सबसे पहले अक्तूबर 2017 में बढ़ा जब वो ताकतवर पोलित ब्यूरो की सदस्य बनीं। इससे पहले वो उस महकमे की उप निदेशक थीं जो किम जोंग उन की सार्वजनिक छवि और नीतियों के प्रचार-प्रसार का जिम्मा संभालता है।
किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग
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2018 में पहली बार अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में आईं
किम यो जोंग साल 2018 में पहली बार अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में तब आईं जब वो दक्षिण कोरिया जाने वाली किम वंश की पहली सदस्य बनीं। शीत ओलंपिक के दौरान वो एक शिष्टमंडल के साथ दक्षिण कोरिया गईं थीं। दक्षिण और उत्तर कोरिया ने एक संयुक्त टीम के रूप में शीत ओलंपिक में हिस्सा लिया था।
साल 2018 में उन्हें अपने भाई और उत्तर कोरियाई शासक किम जोंग उन के साथ मिलकर कूटनीतिक रणनीतियां तय करते भी देखा गया। उस साल किम जोंग उन ने दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जे इन, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी। इन मुलाकातों ने किम यो जोंग के लिए अंतरराष्ट्रीय कूटनीति का रास्ता खोला था।
2020 के अप्रैल में किम यो जोंग एक बार फिर अपने भाई की करीबी सहयोगी और वरिष्ठ रणनीतिकार की भूमिका में नजर आईं। अप्रैल में किम जोंग-उन अचानक ही कुछ हफ्तों के लिए सार्वजनिक जीवन से दूर हो गए थे। इस दौरान उनके 'गायब' होने की अटकलें लगाई जाने लगीं क्योंकि वो किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में नजर नहीं आ रहे थे। कहा गया कि उनका स्वास्थ्य बहुत खराब हो गया था और किम यो जोंग को उत्तर कोरिया की नई शासक और किम जोंग-उन के उत्तराधिकारी के रूप में देखा जाने लगा।
किम यो जोंग साल 2018 में पहली बार अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में तब आईं जब वो दक्षिण कोरिया जाने वाली किम वंश की पहली सदस्य बनीं। शीत ओलंपिक के दौरान वो एक शिष्टमंडल के साथ दक्षिण कोरिया गईं थीं। दक्षिण और उत्तर कोरिया ने एक संयुक्त टीम के रूप में शीत ओलंपिक में हिस्सा लिया था।
साल 2018 में उन्हें अपने भाई और उत्तर कोरियाई शासक किम जोंग उन के साथ मिलकर कूटनीतिक रणनीतियां तय करते भी देखा गया। उस साल किम जोंग उन ने दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जे इन, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी। इन मुलाकातों ने किम यो जोंग के लिए अंतरराष्ट्रीय कूटनीति का रास्ता खोला था।
2020 के अप्रैल में किम यो जोंग एक बार फिर अपने भाई की करीबी सहयोगी और वरिष्ठ रणनीतिकार की भूमिका में नजर आईं। अप्रैल में किम जोंग-उन अचानक ही कुछ हफ्तों के लिए सार्वजनिक जीवन से दूर हो गए थे। इस दौरान उनके 'गायब' होने की अटकलें लगाई जाने लगीं क्योंकि वो किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में नजर नहीं आ रहे थे। कहा गया कि उनका स्वास्थ्य बहुत खराब हो गया था और किम यो जोंग को उत्तर कोरिया की नई शासक और किम जोंग-उन के उत्तराधिकारी के रूप में देखा जाने लगा।
किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग
- फोटो :
SOCIAL MEDIA
किम यो जोंग कितनी ताकतवर हैं?
उत्तर कोरिया में सत्ता और ताकत का अंदाजा लगाना बेहद मुश्किल है। इसलिए ये समझना भी मुश्किल है कि किम जोंग का राजनीतिक नेटवर्क कितना मजबूत है। ऐसा कहा जाता है कि उनकी शादी किम जोंग उन के राइट हैंड और पार्टी के सेक्रेटरी चॉय रयोंग हे के बेटे से हुई है। यही कारण है कि किम यो जोंग और ज्यादा ताकतवर मानी जाती हैं। किम जोंग उन की करीबी सहयोगी होने की वजह से काफी प्रभावी हैं। वह अक्सर पड़ोसी देश दक्षिण कोरिया में सेना भेजने की धमकी देती रही हैं। यही कारण है कि वह भाई से भी ज्यादा खतरनाक मानी जाती हैं।
उत्तर कोरिया में सत्ता और ताकत का अंदाजा लगाना बेहद मुश्किल है। इसलिए ये समझना भी मुश्किल है कि किम जोंग का राजनीतिक नेटवर्क कितना मजबूत है। ऐसा कहा जाता है कि उनकी शादी किम जोंग उन के राइट हैंड और पार्टी के सेक्रेटरी चॉय रयोंग हे के बेटे से हुई है। यही कारण है कि किम यो जोंग और ज्यादा ताकतवर मानी जाती हैं। किम जोंग उन की करीबी सहयोगी होने की वजह से काफी प्रभावी हैं। वह अक्सर पड़ोसी देश दक्षिण कोरिया में सेना भेजने की धमकी देती रही हैं। यही कारण है कि वह भाई से भी ज्यादा खतरनाक मानी जाती हैं।
किम यो जोंग की भूमिका क्या है?
कहा जाता है कि किम जोंग उन जब भी सार्वजनिक जगहों पर दिखते हैं, उसका पूरा इंतजाम किम यो जोंग ही करती हैं। इसके अलावा वो अपने भाई की राजनीतिक सलाहकार भी हैं। माना जाता है कि साल 2019 में जब अमेरिका के साथ उत्तर कोरिया की हनोई शिखरवार्ता असफल होने के बाद पोलित ब्यूरो में कुछ हद तक उनकी भूमिका कमजोर कर दी गई थी। हालांकि साल 2020 में वो वापस अपनी पुरानी भूमिका में लौट आईं।
कहा जाता है कि किम जोंग उन जब भी सार्वजनिक जगहों पर दिखते हैं, उसका पूरा इंतजाम किम यो जोंग ही करती हैं। इसके अलावा वो अपने भाई की राजनीतिक सलाहकार भी हैं। माना जाता है कि साल 2019 में जब अमेरिका के साथ उत्तर कोरिया की हनोई शिखरवार्ता असफल होने के बाद पोलित ब्यूरो में कुछ हद तक उनकी भूमिका कमजोर कर दी गई थी। हालांकि साल 2020 में वो वापस अपनी पुरानी भूमिका में लौट आईं।
किम जोंग उन
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क्या किम यो जोंग किम परिवार की उत्तराधिकारी होंगी?
अगर किम जोंग उन के उत्तराधिकारी को चुनना हो तो इसमें पारिवारिक रिश्तों की महत्वूर्ण भूमिका होगी। माना जाता है कि किम जोंग उन के बच्चे तो हैं लेकिन वो अभी काफी छोटे हैं। ऐसे में चूंकि किम यो जोंग परिवार की सदस्य हैं इसलिए, उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया मानती है कि किम जोंग उन के बाद सत्ता की बागडोर उनके हाथों में जा सकती है। हालांकि अगर किसी परिस्थिति में ऐसा हो कि उन्हें उत्तराधिकारी न चुना जाए तो नए नेता के लिए वो कड़ी प्रतिद्वंद्विता और स्पर्धा पेश करेंगी।
अगर किम जोंग उन के उत्तराधिकारी को चुनना हो तो इसमें पारिवारिक रिश्तों की महत्वूर्ण भूमिका होगी। माना जाता है कि किम जोंग उन के बच्चे तो हैं लेकिन वो अभी काफी छोटे हैं। ऐसे में चूंकि किम यो जोंग परिवार की सदस्य हैं इसलिए, उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया मानती है कि किम जोंग उन के बाद सत्ता की बागडोर उनके हाथों में जा सकती है। हालांकि अगर किसी परिस्थिति में ऐसा हो कि उन्हें उत्तराधिकारी न चुना जाए तो नए नेता के लिए वो कड़ी प्रतिद्वंद्विता और स्पर्धा पेश करेंगी।