Pakistan: नेशनल असेंबली भंग होने से पहले जरदारी से मिले पीएम शहबाज, देश के राजनीतिक हालात पर की चर्चा
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने ट्विटर पर जारी एक बयान में कहा, 'पूर्व राष्ट्रपति और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सांसद आसिफ अली जरदारी लाहौर में प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के आवास पर पहुंचे। इस दौरान दोनों नेताओं ने मुलाकात की और देश की राजनीतिक स्थिति पर विचार विमर्श किया।'
विस्तार
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली का कार्यकाल पूरा होने में केवल चार सप्ताह बचे हैं। इस बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शनिवार को पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी और पाकिस्तान इस्तेहकाम-ए-पाकिस्तान पार्टी (आईपीपी) प्रमुख जहांगीर खान के साथ बैठक की। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, शरीफ और जरदारी के बीच हुई बैठक में देश के राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने ट्विटर पर जारी एक बयान में कहा, 'पूर्व राष्ट्रपति और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सांसद आसिफ अली जरदारी लाहौर में प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के आवास पर पहुंचे। इस दौरान दोनों नेताओं ने मुलाकात की और देश की राजनीतिक स्थिति पर विचार विमर्श किया।'
चुनाव समय पर करवाने पर सहमति
वरिष्ठ सूत्रों के मुताबिक मीटिंग में दोनों नेताओं ने आगामी आम चुनाव समय पर कराने पर सहमति जताई। गौरतलब है कि पाकिस्तान नेता चाहते हैं कि चुनाव समय पर हो। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नेताओं ने नौकरशाह के बजाय किसी वरिष्ठ राजनेता को कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में चुनने का निर्णय लिया है। एक अन्य ट्वीट में पीएमएल-एन ने कहा कि पाकिस्तान के पीएम ने आईपीपी के प्रमुख जहांगीर खान तरीन के भाई आलमगीर तरीन की मौत पर संवेदना व्यक्त करने के लिए उनके घर का दौरा किया और उन्हें परिवार के लिए शक्ति और धैर्य की प्रार्थना की।
अगस्त में खत्म होगा नेशनल असेंबली का कार्यकाल
रिपोर्ट के अनुसार इस सप्ताह की शुरुआत में पीएम शहबाज शरीफ ने कहा था कि नेशनल असेंबली का कार्यकाल समाप्त होने के बाद वह अगस्त में सरकार को कार्यवाहक व्यवस्था को सौंप देंगे। बता दें कि पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री का चयन निवर्तमान प्रधानमंत्री द्वारा किया जाता है। इसके लिए पीएम विपक्ष के नेता के साथ परामर्श करता है। अगर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और विपक्ष के नेता नेशनल असेंबली के विघटन के तीन दिनों के भीतर किसी को कार्यवाहक प्रधानमंत्री नियु्क्त करने पर सहमत नहीं होते हैं, तो वे स्पीकर द्वारा गठित एक आठ सदस्य की समिति को दो-दो नामांकित व्यक्तियों की ने नाम समिति को भेज सकते हैं।