PM Modi: लंका में आज राष्ट्रपति दिसानायके संग वार्ता करेंगे पीएम मोदी; विभिन्न क्षेत्रों में होंगे 10 समझौते
पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार रात अपनी तीन दिवसीय यात्रा पर श्रीलंका पहुंच गए हैं। द्वीप राष्ट्र के विदेश मामले, विदेशी रोजगार व पर्यटन मंत्री विजिता हेराथ, स्वास्थ्य व मास मीडिया मंत्री और मुख्य सरकारी सचेतक डॉ. नलिंदा जयतिसा समेत छह शीर्ष मंत्रियों ने हवाईअड्डे पर उनकी अगवानी की।


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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय यात्रा पर श्रीलंका में हैं। यहां पीएम मोदी श्रीलंका के साथ समग्र द्विपक्षीय विशेषकर ऊर्जा, व्यापार, संपर्क, डिजिटलीकरण और रक्षा के क्षेत्रों में रिश्तों को मजबूती देंगे। मोदी शनिवार को श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके के साथ विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत बातचीत करेंगे। जिसके बाद भारत और श्रीलंका के बीच रक्षा, ऊर्जा सुरक्षा और डिजिटलीकरण के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने समेत लगभग 10 करार होने की उम्मीद है। इनमें से सात रक्षा सहयोग बढ़ाने पर होंगे। पीएम मोदी ने थाईलैंड व श्रीलंका की यात्रा पर रवाना होने से पहले कहा था, हमारे पास साझा भविष्य के लिए साझेदारी को बढ़ावा देने के संयुक्त दृष्टिकोण पर हुई प्रगति की समीक्षा करने का मौका है।
मोदी और दिसानायके के बीच वार्ता के बाद, ऋण पुनर्गठन पर श्रीलंका को भारत की सहायता तथा मुद्रा विनिमय पर भारत की सहायता से संबंधित दो दस्तावेज सार्वजनिक किए जाने की संभावना है। कोलंबो में मोदी और दिसानायके भारत की सहायता से उस देश में बनाई जा रही कई परियोजनाएं देश को समर्पित करेंगे। दोनों नेता सामपुर सौर ऊर्जा परियोजना के वर्चुअल शिलान्यास के भी साक्षी बनेंगे। 6 अप्रैल को दोनों राष्ट्र पमुख ऐतिहासिक शहर अनुराधापुरा जाएंगे, जहां वे महाबोधि मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे।
रक्षा समझौते से 35 साल पुराना कड़वा अध्यया होगा खत्म
रक्षा सहयोग पर समझौता होने से भारत-श्रीलंका रक्षा संबंधों में एक बड़ी प्रगति होगी। यह 35 साल पहले द्वीप राष्ट्र से भारतीय शांति सेना (आईपीकेएफ) को वापस बुलाने से संबंधित कड़वे अध्याय को पीछे छोड़ देगी। प्रधानमंत्री की श्रीलंका यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब द्वीप राष्ट्र आर्थिक तनाव से उबरने के संकेत दे रहा है। दो साल पहले देश बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहा था और भारत ने 4.5 अरब अमेरिकी डॉलर की वित्तीय सहायता दी थी।
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भारत और श्रीलंका ऊर्जा सहयोग बढ़ाने को तैयार: संतोष झा
पीएम के दौरे को लेकर भारतीय उच्चायुक्त संतोष झा ने कहा, ऊर्जा क्षेत्र में जुड़ाव भारत-श्रीलंका साझेदारी के सबसे मजबूत स्तंभों में से एक रहा है। श्रीलंका को सस्ती ऊर्जा की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कुछ समझौतों को पुख्ता किए जाने की संभावना है। भारत, श्रीलंका और यूएई की ओर से त्रिंकोमाली तेल कंपनियों को संयुक्त रूप से विकसित करने की व्यवस्था को अंतिम रूप दिया जा रहा है। दोनों नेताओं के बीच वार्ता के बाद जिन सात समझौतों पर हस्ताक्षर किए जा सकते हैं, उनमें यह भी शामिल हो सकता है। इन करार का उद्देश्य संयुक्त अभ्यास, प्रशिक्षण और सैन्य हार्डवेयर की आपूर्ति के संदर्भ में चल रहे संबंधों को संस्थागत बनाना है। पीएम मोदी की श्रीलंका यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब श्रीलंका आर्थिक संकट से उबरने के संकेत दे रहा है। तीन साल पहले यह देश बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहा था और भारत ने उसे 4.5 अरब डॉलर की वित्तीय सहायता दी थी।
रिश्तों में मजबूती आने की उम्मीद: पूर्व राष्ट्रपति विक्रमसिंघे
इससे पहले, श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने मजबूत द्विपक्षीय संबंधों और कनेक्टिविटी परियोजनाओं के कार्यान्वयन की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद है कि हमारे संबंध और भी घनिष्ठ होंगे, और हम जिन कनेक्टिविटी परियोजनाओं पर बात कर रहे थे उन्हें अब लागू करना शुरू कर सकते हैं। हमें समझौते को क्रियान्वित करना है। मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री मोदी के यहां आने पर ऐसा ही होगा। भारत और श्रीलंका के बीच मौजूदा संबंधों को शानदार बताते हुए विक्रमसिंघे ने कहा, हम वित्तीय संकट के दौरान हमें दी गई मदद को स्वीकार करते हैं, लेकिन यह और घनिष्ठ होनी चाहिए। व्यापार संबंधों पर विक्रमसिंघे ने इस वर्ष के भीतर आर्थिक और प्रौद्योगिकी सहयोग समझौते (ईसीटीए) को पूरा करने के महत्व पर जोर दिया।
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