Ukraine Conflict: यूक्रेन में लाखों लोगों को वापस मिली बिजली, रूस ने हमला कर विद्युत आपूर्ति को किया था तबाह
रूस के ड्रोन और मिसाइल हमलों से कीव समेत कई क्षेत्रों में बिजली गुल हो गई थी। शनिवार को यूक्रेन की सबसे बड़ी निजी ऊर्जा कंपनी डीटीईके ने बिजली बहाली का मुख्य काम पूरा कर आठ लाख से अधिक लोगों को बिजली वापस दिलाई। प्रधानमंत्री यूलिया स्वायरिडेंको ने इसे ऊर्जा अवसंरचना पर सबसे बड़े हमलों में से एक बताया।
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रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष में बीते दिनों रूस के बड़े हमलों के बाद कीव समेत कई क्षेत्रों में बिजली गुल हुई थी। ऐसे में यूक्रेन प्रशासन ने सक्रियता दिखाई, जिसके बाद शनिवार को विद्युत कटौती को ठीक करते हुए शनिवार को आठ लाख से अधिक लोगों को बिजली वापस मिल गई। यूक्रेन की सबसे बड़ी निजी ऊर्जा कंपनी डीटीईके ने बताया कि बिजली बहाली का मुख्य काम पूरा हो गया है, लेकिन कुछ इलाकों में बिजली अभी भी बाधित है।
बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को रूस के ड्रोन और मिसाइल हमलों ने कीव में कम से कम 20 लोगों को घायल किया, कई आवासीय इमारतों को नुकसान पहुंचाया और देश के कई हिस्सों में बिजली गुल कर दी। यूक्रेन की प्रधानमंत्री यूलिया स्वायरिडेंको ने इसे ऊर्जा अवसंरचना पर सबसे बड़े हमलों में से एक बताया।
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रूस के निशाना पर यूक्रेन की सैन्य उर्जा
वहीं इस हमलों को लेकर रूस का कहना है कि इस हमले का मकसद यूक्रेन की सैन्य ऊर्जा सुविधाओं को निशाना बनाना था, जिसमें किजल हाइपरसोनिक मिसाइल और स्ट्राइक ड्रोन इस्तेमाल किए गए। पिछले तीन साल से ऊर्जा क्षेत्र रूस और यूक्रेन के बीच मुख्य संघर्ष का हिस्सा रहा है। वहीं कीव की वायु सेना ने कहा कि उन्होंने 78 में से 54 रूसी ड्रोन को निशाना बनाया या जाम कर दिया, जबकि रूस ने भी 42 यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराया।
इसी बीच, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के नेताओं ने रूस के फ्रीज किए गए संसाधनों का उपयोग यूक्रेन की सेना को समर्थन देने के लिए करने पर सहमति जताई है। उनका मकसद रूस पर दबाव बढ़ाकर उसे बातचीत के लिए मजबूर करना है।
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