Ukraine: रूस ने यूक्रेन के पावर ग्रिड पर किया हमला; अमेरिका से टॉमहॉक मिसाइल मिलने की आशंका पर चिंता बढ़ी
रूस ने सर्दियों से पहले यूक्रेन के ऊर्जा ढांचे को निशाना बनाया। इस बीच अमेरिका द्वारा यूक्रेन को टॉमहॉक मिसाइल देने की संभावना से मॉस्को चिंतित है। मॉस्को ने महीने की शुरुआत में आरोप लगाया था कि वाशिंगटन और उसका नाटो गठबंधन यूक्रेन युद्ध में कीव को नियमित रूप से खुफिया जानकारी दे रहे हैं।
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रूस ने यूक्रेन के पावर ग्रिड पर ताबड़तोड़ हमले किए। रूसी रक्षा मंत्रालय ने रविवार को दावा किया कि उसके देश के सैनिकों ने यूक्रेन के ऊर्जा सुविधाओं को निशाना बनाया। ये ऊर्जा सुविधाएं यूक्रेन के सैनिकों के ठिकानें भी हैं। रूस ने 24 घंटे के दौरान यूक्रेन की तरफ से दागे गए 72 ड्रोन को भी मार गिराने का दावा किया। उधर, कीव क्षेत्र के गवर्नर माइकोला कलाशनिक ने कहा कि रूसी हमलों में यूक्रेन की ऊर्जा क्षेत्र की सबसे बड़ी कंपनी के दो कर्मचारी घायल हुए हैं। इस बीच, अमेरिका द्वारा यूक्रेन को टॉमहॉक क्रूज मिसाइल देने की संभावना से मॉस्को में चिंता बढ़ गई है।
कीव के क्षेत्रीय गवर्नर माईकोला कालाशनिक ने बताया कि देश की सबसे बड़ी निजी ऊर्जा कंपनी DTEK के दो कर्मचारी रूसी हमले में घायल हुए। यूक्रेन के ऊर्जा मंत्रालय के अनुसार, डोनेत्स्क, ओडेसा और चेर्निहिव क्षेत्रों में भी बिजली ढांचे को निशाना बनाया गया है।
राष्ट्रपति व्लोदिमिर जेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि रूस हमारे शहरों और समुदायों पर हवाई आतंक जारी रखे हुए है। पिछले हफ्ते में रूस ने 3,100 ड्रोन, 92 मिसाइलें और करीब 1,360 ग्लाइड बम दागे हैं।
टॉमहॉक की चर्चा से बढ़ा तनाव
क्रेमलिन ने रविवार को कहा कि अमेरिका की तरफ से यूक्रेन को टॉमहॉक मिसाइलें दिए जाने की संभावना को लेकर रूस बेहद चिंतित है। उसने चेतावनी दी कि युद्ध एक नाटकीय मोड़ पर पहुंच गया है और हर तरफ से तनाव बढ़ रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले दिनों कहा था कि टॉमहॉक मिसाइलें देने पर सहमति जताने से पहले वह जानना चाहेंगे कि यूक्रेन इनके साथ क्या करने की योजना बना रहा है। वह रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को और बढ़ाना नहीं चाहते। हालांकि, इस मुद्दे पर एक तरह से फैसला कर लिया गया है। टॉमहॉक मिसाइलों की मारक क्षमता 2,500 किलोमीटर है। इसका अर्थ है कि यूक्रेन इन मिसाइलों के जरिये रूस की राजधानी मॉस्को को भी निशाना बना सकता है।
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मॉस्को ने महीने की शुरुआत में आरोप लगाया था कि वाशिंगटन और उसका नाटो गठबंधन यूक्रेन युद्ध में कीव को नियमित रूप से खुफिया जानकारी दे रहे हैं। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने उस समय संवाददाताओं से कहा था, यूक्रेनियों को खुफिया जानकारी देने के लिए उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) और अमेरिका के संपूर्ण बुनियादी ढांचे का उपयोग स्पष्ट है।
यूक्रेन की मदद कर रहा अमेरिका
यूक्रेनी व अमेरिकी अधिकारियों का हवाला देते हुए फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अमेरिकी खुफिया जानकारी ने कीव को तेल रिफाइनरियों सहित महत्वपूर्ण रूसी ऊर्जा सुविधाओं पर अग्रिम पंक्ति से कहीं आगे तक हमला करने में मदद की। इस मुद्दे पर व्हाइट हाउस व यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के कार्यालय ने फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
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रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अमेरिकी खुफिया जानकारी कीव को मार्ग योजना, ऊंचाई, समय व मिशन के फैसले तय करने में मदद करती है। इससे यूक्रेन के लंबी दूरी के एकतरफा हमलावर ड्रोन रूसी वायु रक्षा प्रणाली से बच निकलने में सक्षम होते हैं। अभियान से जुड़े तीन लोगों का हवाला देते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका हर चरण के नियोजन में करीबी रूप से सम्मिलित होता है। एक अमेरिकी अधिकारी के हवाले से कहा गया कि यूक्रेन ने लंबी दूरी के हमलों के लिए लक्ष्यों का चयन किया और वाशिंगटन ने साइटों की कमजोरियों के बारे में खुफिया जानकारी प्रदान की।