Conflict: जेलेंस्की को लंबी दूरी की मिसाइलें देने से ट्रंप का इनकार; पुतिन की चेतावनी के बाद बदले सुर
रूस और यूक्रेन संघर्ष के बीच ट्रंप और जेलेंस्की की अहम मुलाका व्हाउट हाउस में हुई। जेलेंस्की को अमेरिकी 'टोमहॉक' मिसाइलों की उम्मीद थी। हालांकि बाचचीत के दौरान ट्रंप ने अपने सुर बदल लिए और इस मुलाकात की आपूर्ति से इनकार कर दिया। इसके बावजूद यूक्रेन मानता है कि इस चर्चा से पुतिन पर दबाव बना है।
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रूस और यूक्रेन के बीच तीन साल से जारी संघर्ष में तनाव दिन-प्रतिदिन और तेज होता जा रहा है। ऐसे में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से व्हाइट हाउस में मुलाकात की। दोनों नेताओं ने यूक्रेन युद्ध और सहयोग के मुद्दों पर खाने पर बातचीत की। हालांकि इस बातचीत को लेकर जेलेंस्की की सबसे बड़ी उम्मीद अमेरिका से लंबी दूरी की 'टोमहॉक' क्रूज मिसाइलें मिलने की फिलहाल पूरी होती नहीं दिख रही।
बातचीत को लेकर यूक्रेन के विदेश मंत्री आंद्री साइबिहा ने कहा कि सिर्फ टोमहॉक मिसाइलों की चर्चा ने ही पुतिन को बातचीत पर आने के लिए मजबूर कर दिया। उन्होंने कहा कि ताकत से ही शांति के लिए रास्ता निकल सकता है। उन्होंने कहा कि जेंलेंस्की अब अमेरिका के आर्थिक हितों को ध्यान में रखते हुए एक नई योजना लेकर आए हैं। वह चाहते हैं कि अमेरिकी कंपनियां यूक्रेन की गैस भंडारण सुविधाओं में तरलीकृत प्राकृतिक गैस स्टोर करें, ताकि अमेरिका यूरोप के ऊर्जा बाजार में अपनी मौजूदगी बढ़ा सके।
ट्रंप-पुतिन की आगे की योजना
ट्रंप ने बताया कि वह जल्द ही पुतिन से हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में फिर मिलेंगे। साथ ही, अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो और रूसी अधिकारियों की मीटिंग भी अगले हफ्ते होने वाली है। ट्रंप ने यह भी माना कि जेलेंस्की और पुतिन के बीच सीधी बातचीत मुश्किल है। उन्होंने कहा कि दोनों के बीच बहुत तनाव है, शायद बातचीत अलग-अलग करनी पड़ेगी अलग, लेकिन बराबरी की।
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हालांकि ट्रंप की मिसाइल को लेकर बदले रुख का बड़ा कारण रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की चेतावनी भी मानी जा रही है। पुतिन और ट्रंप की बातचीत के बाद ट्रंप ने संकेत दिया कि वे यूक्रेन को टोमहॉक मिसाइलें देने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पास बहुत सारी टोमहॉक मिसाइलें हैं, लेकिन हमें खुद की जरूरत है। हम अपने देश को खाली नहीं कर सकते।
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क्या होती है टोमहॉक मिसाइलें?
बता दें कि टोमहॉक मिसाइलें करीब 1,600 किलोमीटर तक मार कर सकती हैं। इसलिए जेलेंस्की का मानना है कि इन मिसाइलों से यूक्रेन रूसी ठिकानों और अहम इन्फ्रास्ट्रक्चर पर हमला कर सकेगा, जिससे पुतिन को शांति वार्ता के लिए मजबूर किया जा सकेगा।
रूसी राष्ट्रपति ने दी थी बड़ी चेतावनी
वहीं बातचीत के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चेतावनी भरे अंदाज में ये भी कहा कि अगर अमेरिका ने यूक्रेन को ये मिसाइलें दीं, तो इससे अमेरिका और रूस संबंधों को गहरा नुकसान पहुंचेगा। वहीं पुतिन के विदेश नीति सलाहकार यूरी उशाकोव ने कहा कि इससे जंग का हाल नहीं बदलेगा, लेकिन रिश्ते जरूर बिगड़ जाएंगे।