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World Updates: पाकिस्तान में फिर जाफर एक्सप्रेस पर फिर हमला; इस्राइल में भारतीय मूल के एल्याहू बेजलेल का निधन
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला
Published by: लव गौर
Updated Mon, 17 Nov 2025 01:52 PM IST
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- फोटो : amar ujala graphics
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पाकिस्तान में अक्सर निशाना बनाई जाने वाली जाफर एक्सप्रेस एक बार फिर हमले से बच गई। यह घटना रविवार को बलूचिस्तान के नसीराबाद इलाके में उस समय हुई जब क्वेटा से पेशावर जा रही ट्रेन के मार्ग पर अज्ञात उग्रवादियों ने विस्फोटक सामग्री में धमाका कर दिया। धमाका इतना तेज था कि रेल पटरी का एक हिस्सा टूट गया, लेकिन सौभाग्य से ट्रेन को कोई नुकसान नहीं पहुंचा और एक बड़ा हादसा टल गया।
अधिकारियों के अनुसार, धमाके के तुरंत बाद ट्रेन सेवा को कुछ घंटों के लिए रोक दिया गया, जबकि सुरक्षा बल मौके पर पहुंचकर इलाके की तलाशी लेते रहे। नसीराबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गुलाम सरवर ने बताया कि जाफर एक्सप्रेस जिन दुर्गम पहाड़ी इलाकों से होकर गुजरती है, वहां उग्रवादियों के हमलों का खतरा हमेशा बना रहता है। यह ट्रेन इस साल कई बार निशाना बन चुकी है। मार्च में हुए सबसे घातक हमले में बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने ट्रेन को अगवा कर लिया था, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी। इसके अलावा अक्टूबर में भी एक धमाके के कारण कई डिब्बे पटरी से उतर गए थे। लगातार हमलों को देखते हुए ट्रेन पर अतिरिक्त सुरक्षा तैनात की गई है, फिर भी खतरा कम नहीं हुआ है।
शेख हसीना के खिलाफ फैसले से पहले बांग्लादेश ने सुरक्षा बढ़ा दी
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना आज मानवता के खिलाफ अपराध मामले में सजा सुनाई जाने वाली है। जिसे लेकर बांग्लादेश में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और राष्ट्रीय राजधानी में पुलिस को हिंसक प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने का आदेश दिया गया है। सोमवार को बांग्लादेश का अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी-बीडी) 78 वर्षीय हसीना के खिलाफ उनकी अनुपस्थिति में चले मुकदमे के बाद फैसला सुनाएगा।
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अधिकारियों के अनुसार, धमाके के तुरंत बाद ट्रेन सेवा को कुछ घंटों के लिए रोक दिया गया, जबकि सुरक्षा बल मौके पर पहुंचकर इलाके की तलाशी लेते रहे। नसीराबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गुलाम सरवर ने बताया कि जाफर एक्सप्रेस जिन दुर्गम पहाड़ी इलाकों से होकर गुजरती है, वहां उग्रवादियों के हमलों का खतरा हमेशा बना रहता है। यह ट्रेन इस साल कई बार निशाना बन चुकी है। मार्च में हुए सबसे घातक हमले में बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने ट्रेन को अगवा कर लिया था, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी। इसके अलावा अक्टूबर में भी एक धमाके के कारण कई डिब्बे पटरी से उतर गए थे। लगातार हमलों को देखते हुए ट्रेन पर अतिरिक्त सुरक्षा तैनात की गई है, फिर भी खतरा कम नहीं हुआ है।
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शेख हसीना के खिलाफ फैसले से पहले बांग्लादेश ने सुरक्षा बढ़ा दी
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना आज मानवता के खिलाफ अपराध मामले में सजा सुनाई जाने वाली है। जिसे लेकर बांग्लादेश में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और राष्ट्रीय राजधानी में पुलिस को हिंसक प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने का आदेश दिया गया है। सोमवार को बांग्लादेश का अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी-बीडी) 78 वर्षीय हसीना के खिलाफ उनकी अनुपस्थिति में चले मुकदमे के बाद फैसला सुनाएगा।
सीरिया के स्वेदा में सांप्रदायिक हिंसा पर सुरक्षा बलों और सैन्य अधिकारियों की गिरफ्तारी
सीरिया के दक्षिणी प्रांत स्वीदा में जुलाई में हुई सांप्रदायिक हिंसा की जांच के सिलसिले में सीरिया के सुरक्षा और सैन्य सेवाओं के सदस्यों को हिरासत में लिया गया है, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे, जांचकर्ताओं ने रविवार को यह जानकारी दी। स्वीदा में हिंसा की जांच कर रही एक सीरियाई समिति के प्रमुख ने राजधानी दमिश्क में एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया, जिसमें प्रगति पर चर्चा की गई, लेकिन उन्होंने मृतकों की संख्या जारी नहीं की, यह कहते हुए कि यह अंतिम रिपोर्ट में बताई जाएगी, जो वर्ष के अंत तक आने की उम्मीद है। बता दें कि जुलाई के मध्य में द्रुज आध्यात्मिक नेता शेख हिकमत अल-हिजरी से जुड़े सशस्त्र समूहों ने स्थानीय बेडौइन कबीलों के साथ संघर्ष किया, जिसके बाद सरकारी बलों ने हस्तक्षेप किया, जिन्होंने प्रभावी रूप से बेडौइनों का पक्ष लिया। सैकड़ों नागरिक, जिनमें से अधिकांश द्रुज थे, मारे गए, जिनमें से कई सरकारी बलों की तरफ से मारे गए।
संविधान संशोधन के खिलाफ लाहौर में हड़ताल करेंगे वकील
पाकिस्तान के लाहौर शहर में वकीलों ने उच्चतम न्यायालय की शक्तियों को कम करने वाले विवादास्पद 27वें संविधान संशोधन के खिलाफ रविवार को हड़ताल की घोषणा की और न्यायाधीशों से अपना विरोध दर्ज कराने के लिए इस्तीफा देने का भी आग्रह किया। राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने बृहस्पतिवार को 27वें संविधान संशोधन पर हस्ताक्षर कर उसे कानून बना दिया, जिसमें रक्षा बलों के प्रमुख के एक नए पद और एक संवैधानिक न्यायालय के सृजन का प्रावधान है।
उच्चतम न्यायालय के दो न्यायाधीश न्यायमूर्ति सैयद मंसूर अली शाह, न्यायमूर्ति अतहर मिनल्लाह और लाहौर उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति शम्स महमूद मिर्जा ने विवादास्पद संशोधन के खिलाफ इस्तीफा दे दिया है। न्यायाधीशों ने इसे संविधान और न्यायपालिका पर हमला करार दिया। लाहौर उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन ने इस्तीफा देने वाले न्यायाधीशों की उनके सिद्धांतवादी रुख के लिए रविवार को उनकी सराहना की और सोमवार को लाहौर में अदालती कार्यवाही की हड़ताल की घोषणा की।
पाकिस्तान के लाहौर शहर में वकीलों ने उच्चतम न्यायालय की शक्तियों को कम करने वाले विवादास्पद 27वें संविधान संशोधन के खिलाफ रविवार को हड़ताल की घोषणा की और न्यायाधीशों से अपना विरोध दर्ज कराने के लिए इस्तीफा देने का भी आग्रह किया। राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने बृहस्पतिवार को 27वें संविधान संशोधन पर हस्ताक्षर कर उसे कानून बना दिया, जिसमें रक्षा बलों के प्रमुख के एक नए पद और एक संवैधानिक न्यायालय के सृजन का प्रावधान है।
उच्चतम न्यायालय के दो न्यायाधीश न्यायमूर्ति सैयद मंसूर अली शाह, न्यायमूर्ति अतहर मिनल्लाह और लाहौर उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति शम्स महमूद मिर्जा ने विवादास्पद संशोधन के खिलाफ इस्तीफा दे दिया है। न्यायाधीशों ने इसे संविधान और न्यायपालिका पर हमला करार दिया। लाहौर उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन ने इस्तीफा देने वाले न्यायाधीशों की उनके सिद्धांतवादी रुख के लिए रविवार को उनकी सराहना की और सोमवार को लाहौर में अदालती कार्यवाही की हड़ताल की घोषणा की।
पाकिस्तान: सिंध में अवैध पटाखा फैक्टरी में विस्फोट, 7 मरे
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक अवैध पटाखा फैकटरी में विस्फोट हो गया। इसमें कम से कम सात लोग मारे गए और कई घायल हो गए। बचाव अधिकारियों ने बताया कि हैदराबाद शहर के लतीफाबाद इलाके में शनिवार रात एक गैरलाइसेंसी पटाखा निर्माण इकाई में विस्फोट हुआ।
अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट के बाद शनिवार रात मकान का एक हिस्सा ढह गया। कुछ लोगों के अब भी मलबे में फंसे होने की आशंका है। बचाव दल के प्रवक्ता ने बताया कि बचाव अभियान पूरा होने के बाद ही विस्फोट के वास्तविक कारण का पता चल सकेगा। लतीफाबाद के सहायक आयुक्त सऊद लुंड ने घटनास्थल पर मीडिया से बातचीत में इस बात की पुष्टि की कि पटाखे अवैध रूप से बनाए जा रहे थे। उन्होंने यह भी बताया कि फैक्टरी का मालिक असद जई फरार है।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक अवैध पटाखा फैकटरी में विस्फोट हो गया। इसमें कम से कम सात लोग मारे गए और कई घायल हो गए। बचाव अधिकारियों ने बताया कि हैदराबाद शहर के लतीफाबाद इलाके में शनिवार रात एक गैरलाइसेंसी पटाखा निर्माण इकाई में विस्फोट हुआ।
अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट के बाद शनिवार रात मकान का एक हिस्सा ढह गया। कुछ लोगों के अब भी मलबे में फंसे होने की आशंका है। बचाव दल के प्रवक्ता ने बताया कि बचाव अभियान पूरा होने के बाद ही विस्फोट के वास्तविक कारण का पता चल सकेगा। लतीफाबाद के सहायक आयुक्त सऊद लुंड ने घटनास्थल पर मीडिया से बातचीत में इस बात की पुष्टि की कि पटाखे अवैध रूप से बनाए जा रहे थे। उन्होंने यह भी बताया कि फैक्टरी का मालिक असद जई फरार है।
चिली में कम्युनिस्ट बनाम धुर दक्षिणपंथ के बीच मुकाबला
चिलीवासियों ने रविवार को नए राष्ट्रपति व संसद के लिए मतदान किया। इसमें कम्युनिस्ट बनाम धुर दक्षिणपंथ के बीच मुकाबला है। यह दक्षिण अमेरिकी देश में राष्ट्रपति चुनाव के संभावित दो चरणों में से पहला चरण है। सर्वेक्षणों से पता चलता है कि कोई भी उम्मीदवार 14 दिसंबर को होने वाले दूसरे चरण के मतदान से बचने के लिए आवश्यक 50 प्रतिशत मतों की सीमा को पार नहीं कर पाया है।
चिलीवासियों ने रविवार को नए राष्ट्रपति व संसद के लिए मतदान किया। इसमें कम्युनिस्ट बनाम धुर दक्षिणपंथ के बीच मुकाबला है। यह दक्षिण अमेरिकी देश में राष्ट्रपति चुनाव के संभावित दो चरणों में से पहला चरण है। सर्वेक्षणों से पता चलता है कि कोई भी उम्मीदवार 14 दिसंबर को होने वाले दूसरे चरण के मतदान से बचने के लिए आवश्यक 50 प्रतिशत मतों की सीमा को पार नहीं कर पाया है।
फिलीपींस में भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदर्शन
फिलीपींस की राजधानी मनीला में रविवार को करीब 27 हजार से अधिक लोगों ने प्रदर्शन किया। सभी प्रदर्शनकारी रिजाल पार्क में इकट्ठा हुए थे। उनके हाथों में सफेद कपड़ों पर भ्रष्टाचार खत्म करो जैसे संदेश वाले पोस्टर थे। प्रदर्शन के दौरान पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई। लोगों ने पुलिस पर पत्थर, बोतलें व फायर बम फेंके। 200 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इग्लेसिया नी क्रिस्टो नामक धार्मिक संस्था की ओर से आयोजित तीन दिवसीय प्रदर्शन में बाढ़ नियंत्रण परियोजनाओं में हुए करोड़ों डॉलर के भ्रष्टाचार को लेकर जवाबदेही की मांग की गई।
प्रदर्शनकारी ने दोषियों को जेल भेजने और अपने पैसे लौटाने की मांग की। राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर ने जुलाई में इस घोटाले का खुलासा किया और एक जांच आयोग गठित किया। मार्कोस जूनियर ने कहा कि इस घोटाले की जांच में कोई नहीं बचेगा। घोटाले के खुलासे के बाद मार्कोस के चचेरे भाई सीनेट अध्यक्ष फ्रांसिस एस्कुडेरो व हाउस स्पीकर मार्टिन रोमुअल्डेज इस्तीफा दे चुके हैं।
फिलीपींस की राजधानी मनीला में रविवार को करीब 27 हजार से अधिक लोगों ने प्रदर्शन किया। सभी प्रदर्शनकारी रिजाल पार्क में इकट्ठा हुए थे। उनके हाथों में सफेद कपड़ों पर भ्रष्टाचार खत्म करो जैसे संदेश वाले पोस्टर थे। प्रदर्शन के दौरान पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई। लोगों ने पुलिस पर पत्थर, बोतलें व फायर बम फेंके। 200 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इग्लेसिया नी क्रिस्टो नामक धार्मिक संस्था की ओर से आयोजित तीन दिवसीय प्रदर्शन में बाढ़ नियंत्रण परियोजनाओं में हुए करोड़ों डॉलर के भ्रष्टाचार को लेकर जवाबदेही की मांग की गई।
प्रदर्शनकारी ने दोषियों को जेल भेजने और अपने पैसे लौटाने की मांग की। राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर ने जुलाई में इस घोटाले का खुलासा किया और एक जांच आयोग गठित किया। मार्कोस जूनियर ने कहा कि इस घोटाले की जांच में कोई नहीं बचेगा। घोटाले के खुलासे के बाद मार्कोस के चचेरे भाई सीनेट अध्यक्ष फ्रांसिस एस्कुडेरो व हाउस स्पीकर मार्टिन रोमुअल्डेज इस्तीफा दे चुके हैं।
इक्वाडोर का ड्रग गिरोह का सरगना स्पेन में पकड़ा गया
इक्वाडोर के सबसे वांछित ड्रग तस्करों में से एक को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया। कई साल पहले वो अपनी मौत का नाटक करके स्पेन भाग गया था। इक्वाडोर के राष्ट्रपति डैनियल नोबोआ ने कहा कि विल्मर चावरिया, जिसे "पिपो" के नाम से भी जाना जाता है, को स्पेनिश पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान में स्पेन के शहर मलागा में पकड़ लिया गया। चावरिया को लॉस लोबोस का सरगना माना जाता है, जो लगभग 8,000 लड़ाकों वाला एक ड्रग तस्करी समूह है और जिसे हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा एक आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है। लॉस लोबोस का नाम इक्वाडोर में राजनीतिक हत्याओं से जुड़ा रहा है और उस पर मैक्सिको के जलिस्को न्यू जनरेशन कार्टेल के साथ मिलकर काम करने का भी आरोप है। नोबोआ ने कहा कि चावरिया ने 2021 में कोविड महामारी के दौरान अपनी मौत का नाटक किया, एक नई पहचान हासिल की और स्पेन चला गया, जहां से उसने नशीले पदार्थों की खेपों का समन्वय किया, हत्याओं का आदेश दिया और इक्वाडोर में सोने की खदानों के खिलाफ जबरन वसूली के रैकेट चलाए।
इक्वाडोर के सबसे वांछित ड्रग तस्करों में से एक को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया। कई साल पहले वो अपनी मौत का नाटक करके स्पेन भाग गया था। इक्वाडोर के राष्ट्रपति डैनियल नोबोआ ने कहा कि विल्मर चावरिया, जिसे "पिपो" के नाम से भी जाना जाता है, को स्पेनिश पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान में स्पेन के शहर मलागा में पकड़ लिया गया। चावरिया को लॉस लोबोस का सरगना माना जाता है, जो लगभग 8,000 लड़ाकों वाला एक ड्रग तस्करी समूह है और जिसे हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा एक आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है। लॉस लोबोस का नाम इक्वाडोर में राजनीतिक हत्याओं से जुड़ा रहा है और उस पर मैक्सिको के जलिस्को न्यू जनरेशन कार्टेल के साथ मिलकर काम करने का भी आरोप है। नोबोआ ने कहा कि चावरिया ने 2021 में कोविड महामारी के दौरान अपनी मौत का नाटक किया, एक नई पहचान हासिल की और स्पेन चला गया, जहां से उसने नशीले पदार्थों की खेपों का समन्वय किया, हत्याओं का आदेश दिया और इक्वाडोर में सोने की खदानों के खिलाफ जबरन वसूली के रैकेट चलाए।
पाकिस्तान: विवादित पीटीआई नेता मूनिस के खिलाफ मामला बंद
इंटरपोल ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी व विवादित पीटीआई नेता मूनिस इलाही के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट के पाकिस्तान के अनुरोध से संबंधित मामला बंद कर दिया है। पाकिस्तान सरकार ने पूर्व संघीय मंत्री को पकड़ने के लिए इंटरपोल से सहायता मांगी थी। लगभग तीन साल पहले इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई के बाद मुनिस स्पेन चले गए थे।
इंटरपोल ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी व विवादित पीटीआई नेता मूनिस इलाही के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट के पाकिस्तान के अनुरोध से संबंधित मामला बंद कर दिया है। पाकिस्तान सरकार ने पूर्व संघीय मंत्री को पकड़ने के लिए इंटरपोल से सहायता मांगी थी। लगभग तीन साल पहले इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई के बाद मुनिस स्पेन चले गए थे।
पाकिस्तान में एक लाख से ज्यादा अफगान गिरफ्तार- संयुक्त राष्ट्र
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने इस साल अब तक एक लाख से अधिक अफगानियों को गिरफ्तार किया है। डॉन ने संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया है कि बलूचिस्तान में चगाई व क्वेटा और पंजाब में अटक देश भर में शीर्ष तीन जिले हैं, जहां इस साल सबसे अधिक अफगान नागरिक कार्ड एसीसी धारक अफगान नागरिकों को दस महीने से अधिक समय तक गिरफ्तार रखा गया।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने इस साल अब तक एक लाख से अधिक अफगानियों को गिरफ्तार किया है। डॉन ने संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया है कि बलूचिस्तान में चगाई व क्वेटा और पंजाब में अटक देश भर में शीर्ष तीन जिले हैं, जहां इस साल सबसे अधिक अफगान नागरिक कार्ड एसीसी धारक अफगान नागरिकों को दस महीने से अधिक समय तक गिरफ्तार रखा गया।
इस्राइल में भारतीय मूल के एल्याहू बेजलेल का निधन
इस्राइल में कृषि क्षेत्र में मिसाल बन चुके भारतीय मूल के एल्याहू बेजलेल का 95 वर्ष की आयु में रविवार को निधन हो गया। केरल के चेंदमंगलम गांव से 1955 में इस्राइल पहुंचे बेजलेल ने अपने जीवन की शुरुआत एक चरवाहे के रूप में की थी, लेकिन मेहनत और नवाचार के दम पर वे इस्राइल के शीर्ष कृषक और सफल निर्यातक बने।
बेजलेल को 2006 में भारत सरकार ने प्रवासी भारतीय सम्मान से सम्मानित किया था। वे अक्सर कहा करते थे कि उन्हें भारत ने सह-अस्तित्व और सहनशीलता की भावना सिखाई। इस्राइल के नेगेव रेगिस्तान की बंजर मिट्टी में फूलों की खेती कर उसे उपजाऊ बनाने का श्रेय भी उन्हें ही जाता है। 1960 के दशक में उनकी उगाई ग्लैडियोलस किस्म की फूल-कलियों को हॉलैंड में बड़ी लोकप्रियता मिली और इसी सफलता ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई। बेजलेल ने भारत में भी कई किसानों को आधुनिक ग्रीनहाउस तकनीक और बागवानी के तरीके सिखाए। उनकी जमीन और जड़ों से जुड़ी शैली ने उन्हें इस्राइल और भारत-दोनों देशों में सम्मान दिलाया। उनके निधन पर भारतीय यहूदी समुदाय ने कहा कि बेजलेल के जीवन में विनम्रता, परिश्रम और अपने दोनों देशों के प्रति प्रेम झलकता था।
इस्राइल में कृषि क्षेत्र में मिसाल बन चुके भारतीय मूल के एल्याहू बेजलेल का 95 वर्ष की आयु में रविवार को निधन हो गया। केरल के चेंदमंगलम गांव से 1955 में इस्राइल पहुंचे बेजलेल ने अपने जीवन की शुरुआत एक चरवाहे के रूप में की थी, लेकिन मेहनत और नवाचार के दम पर वे इस्राइल के शीर्ष कृषक और सफल निर्यातक बने।
बेजलेल को 2006 में भारत सरकार ने प्रवासी भारतीय सम्मान से सम्मानित किया था। वे अक्सर कहा करते थे कि उन्हें भारत ने सह-अस्तित्व और सहनशीलता की भावना सिखाई। इस्राइल के नेगेव रेगिस्तान की बंजर मिट्टी में फूलों की खेती कर उसे उपजाऊ बनाने का श्रेय भी उन्हें ही जाता है। 1960 के दशक में उनकी उगाई ग्लैडियोलस किस्म की फूल-कलियों को हॉलैंड में बड़ी लोकप्रियता मिली और इसी सफलता ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई। बेजलेल ने भारत में भी कई किसानों को आधुनिक ग्रीनहाउस तकनीक और बागवानी के तरीके सिखाए। उनकी जमीन और जड़ों से जुड़ी शैली ने उन्हें इस्राइल और भारत-दोनों देशों में सम्मान दिलाया। उनके निधन पर भारतीय यहूदी समुदाय ने कहा कि बेजलेल के जीवन में विनम्रता, परिश्रम और अपने दोनों देशों के प्रति प्रेम झलकता था।