कार लोन लेने से पहले की एक्सरसाइज
अपने सपनों की कार घर लाने से पहले जरूरी है कि आप कार के दामों और लोन देने वाले बैंक पर थोड़ा वर्क आउट कर लें। लोन लेने से पहले की गई भागदौड़ आपकी बड़ी बचत करा सकती है। जिसे आप अपनी कार की एसेसीरीज इत्यादि लगावाने में इस्तेमाल कर सकते है। लोन डील तभी आकर्षक बनती है, जब इसमें मैन्युफैक्चरर या फाइनेंसर से कुछ इनसेंटिव मिल जाये। लोन लेने के लिए ऐसे बैंक का चुनाव करें जो आसान कार लोन उपलब्ध करा रहे हैं। लोन लेने से पहले आपकों अपनी जेब, पसंद और कुछ नियम कानूनों का जानने की जरूरत होती है। साल के अंत में कारों की बिक्री बढ़ाने के लिए मैन्युफैक्चरर की तरफ से भी डिस्काउंट ऑफर किए जाते हैं। अगर आप चाहें तो अपनी कार प्लानिंग को कुछ समय के लिए पीछे कर सकते हैं। लोन लेने से पहले आपकों इन बातों का ध्यान रखना चाहिए-
पहले अपना बजट बनाइए
सबसे पहले बजट बनाकर यह देखिए कि आप वाकई कार लेने की स्थिति में हैं या नहीं। कार कंपनियों के आकर्षक और लुभावने विज्ञापन देखकर अगर आप कार की कीमत का अंदाजा लगा रहे हैं तो मामला कुछ उलट है। दरअसल कार कंपनियां कार की असल कीमत विज्ञापन में नहीं दिखाती। इन्हीं टर्म और कंडीशन के जरिए कंपनियां ग्राहक से एक्ट्रा पैसे वसूल लेती हैं। इसलिए पहले डीलर के पास जाकर कार की एक्चुअल कीमत का पता करें। फिर अपना बजट बनाएं और उसमें कार लोन की ईएमआई और अपने डाउनपेमेंट का आकलन करें। याद रखे कि आपकी सैलरी का 10 फीसदी से ज्यादा हिस्सा कार लोन में नहीं जाना चाहिए।
बैंकों से जानकारी करें
अपना बजट तय करने के बाद यह जरूरी है कि आप लोन देनें वाले बैंकों से उनके इंटरेस्ट रेट के बारे में जानकारी कर लें। बैंक से इंटरेस्ट रेट पर नेगोशिएट किया जा सकता है, जो कि आपके लिए फायदेमंद साबित होगा। बैंक की तरफ से यदि आपको कोई ऑफर दिया जा रहा है तो उसकी डिटेल लेना भी न भूलें। लोन लेते समय बैंक की शर्तों को ध्यान से पढ़ना चाहिए। इन सब बातों के आधार पर उस बैंक से लोन लेने का निर्णय लें जो आपको कम दर पर और सुलभ तरीके से लोन उपलब्ध करा रहा हो।
डाक्यूमेंट कलक्शन है जरूरी
जब आप यह तय कर लेते है कि आपको किस बैंक से कार लोन लेना है, उसके बाद नंबर आता है डाक्यूमेंट कलेक्ट करने का। आप पहले अपने दस्तावेज एकत्रित कर ले, उसके बाद ही लोन के लिए एप्लाई करें। आपके पास इनकम प्रूफ, पहचान-पत्र, रेजीडेंस प्रूफ, इनकम टैक्स रिटर्न या फार्म-16, लेटेस्ट सैलरी स्लिप, बैंक स्टेटमेंट, पासपोर्ट और ड्राइविंग लाइसेंस होना जरूरी है। लोन देने वाला बैंक आपसे किन कागजों को मांगता है यह उस पर निर्भर करता है। इसलिए जरूरी है कि आप सभी कागज तैयार कर लें। इसके अलावा कार लोन का टेन्योर भी तय करें यानि आप कितनी किस्तों में बैंक को भुगतान करना चाहते हैं। अधिकतर बैंक 12, 24, 36, 48 और 60 माह के लिए कार लोन देते हैं। आप जितने ज्यादा माह का टेन्योर लेंगे, उतना ही ज्यादा ब्याज आपको बैंक को देना पड़ेगा।
बैंक प्रतिनिधि की विजिट और लोन स्वीकृति
जरूरी कागज बैंक में जमा करने के बाद बैंक का फील्ड इनवेस्टिगेटर आपके घर पर आता है और दोबारा से उन कागजों को चेक करता है जिन्हें आपने बैंक को उपलब्ध कराया है। बैंक प्रतिनिधि की विजिट के समय यह जरूरी है कि आप उसे घर पर ही मिलें। यदि वह आपसे कुछ जानना चाहता है तो आप उसे जानकारी मुहैया कराए। अगर आप घर पर नहीं मिले तो वह निगेटिव रिपोर्ट सब्मिट कर देगा और लोन के लिए आपका आवेदन-पत्र निरस्त हो जाएगा। यदि आपका कार लोन एंप्रूव हो जाता है तो बैंक आपको चेक या डिमांड ड्राफ्ट के जरिए पैसा रिलीज कर सकता है। बस फिर घर ले आइए अपने सपनों की कार।