Engine: इंजन सिलेंडर मिसफायर क्यों होता है? जानिए क्या हैं 4 बड़े कारण और उनके समाधान?
आपकी गाड़ी के इंजन सिलेंडर का मिसफायर होना आपकी जेब पर बड़ी चपत लगा सकता है। यह तब होता है जब हवा, ईंधन और स्पार्क प्लग के बीच सही संतुलन बिगड़ जाता है। इससे कार में झटके लगना, पावर कम होना और ज्यादा धुआं निकलना जैसी समस्याएं सामने आती हैं।
विस्तार
एक कार के इंजन को ताकत बनाने के लिए कुछ मुख्य चीजों की जरूरत होती है। ताकत बनाने की प्रक्रिया तब शुरू होती है जब ईंधन फ्यूल लाइनों से होकर इंजन के कम्बशन चैंबर में पहुंचता है। यहां ईंधन हवा के साथ मिलता है और स्पार्क प्लग के जरिए जलता है। यह प्रक्रिया बार-बार दोहराई जाती है, जिससे पिस्टन को गाड़ी आगे बढ़ाने की शक्ति मिलती है। हालांकि, अगर इस संतुलन में जरा सी भी गड़बड़ी हो जाए, तो इसका परिणाम 'इंजन सिलेंडर मिसफायर' के रूप में सामने आता है। मिसफायर के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन मुख्य रूप से यह मैकेनिकल समस्याओं, इग्निशन या फ्यूल सिस्टम की गड़बड़ी के कारण होता है। अगर इंजन मिसफायर कर रहा है, तो आपको गाड़ी का कांपना, चेक इंजन लाइट का जलना, या ज्यादा धुआं निकलने जैसी समस्याएं दिख सकती हैं। रखरखाव की कमी और खराब ड्राइविंग की आदतें आपके इंजन को बर्बाद कर सकती हैं। हम इस लेख में आपको इंजन मिसफायर के 4 मुख्य कारण और उन्हें ठीक करने के तरीके बताएंगे।
1. इग्निशन सिस्टम की समस्याएं
इग्निशन सिस्टम का काम हवा और ईंधन के मिश्रण को जलाना है, इसलिए अगर स्पार्क पैदा करने में कोई भी दिक्कत होगी तो मिसफायर होना तय है। अगर आपके स्पार्क प्लग ढीले, जल गए या खराब हो गए हैं तो सिलेंडर ठीक से इग्नाइट नहीं होगा। इस बात का ध्यान रखें कि स्पार्क प्लग की भी एक लाइफ होती है, कोई भी स्पार्क प्लग हमेशा के लिए नहीं चलता। खराब स्पार्क प्लग वायर, फेल हो रहे इग्निशन कॉइल पैक, गलत प्लग गैप, या प्लग कनेक्टर्स पर जंग लगना भी मिसफायर का कारण बन सकता है। इससे बचने के लिए स्पार्क प्लग, कॉइल और तारों की जांच करें कि कहीं उन पर जंग तो नहीं लगी है। मल्टीमीटर से इग्निशन कॉइल के रेजिस्टेंस को चेक करें। कनेक्शन टाइट करें और जरूरत पड़ने पर पुराने स्पार्क प्लग या तारों को बदल दें।
2. फ्यूल सिस्टम की समस्याएं
ईंधन कार की ऊर्जा का मुख्य स्रोत है। समस्या तब आती है जब ईंधन सही समय पर नहीं पहुंचता, या उसकी मात्रा बहुत कम या बहुत ज्यादा होती है। एक खराब फ्यूल इंजेक्टर मिसफायर का एक बड़ा कारण है। इसके अलावा, अगर फ्यूल पंप ठीक से काम नहीं कर रहा या फ्यूल फिल्टर जाम है तो भी यह समस्या आ सकती है। खराब फ्यूल प्रेशर रेगुलेटर या खराब क्वालिटी का ईंधन भी सही से जलता नहीं है, जिससे हवा और ईंधन का संतुलन बिगड़ जाता है। इंजेक्टर की सील या ओ-रिंग्स (O-rings) का लीक होना भी एक वजह है। इससे निपटने का आसान तरीका यह है कि आप फ्यूल इंजेक्टर क्लीनर का इस्तेमाल करें। अगर समस्या बनी रहती है, तो इंजेक्टर बदलने पर विचार करें। सुनिश्चित करें कि फ्यूल पंप सही काम कर रहा है और फिल्टर साफ है।
3. हवा और कम्प्रेशन की समस्याएं
इंजन में पिस्टन ईंधन और हवा के मिश्रण को दबाता है। इस दौरान वाल्व का पूरी तरह बंद होना जरूरी है। अगर सिलेंडर में मिश्रण को दबाते समय हवा लीक हो जाती है, तो मिसफायर होगा। घिसे हुए पिस्टन रिंग्स या ब्लोन हेड गैस्केट भी इग्निशन को खराब कर सकते हैं। टाइमिंग चेन का खराब होना भी एक बड़ी समस्या है क्योंकि यह वाल्व को कंट्रोल करती है। इससे बचने के लिए कम्प्रेशन टेस्ट या लीक-डाउन टेस्ट करें। इससे पता चलेगा कि सिलेंडर प्रेशर को कितनी अच्छी तरह होल्ड कर पा रहा है। अगर समस्या हेड गैस्केट या पिस्टन रिंग्स जैसे मैकेनिकल पार्ट्स में है, तो आपको किसी पेशेवर मैकेनिक के पास जाना चाहिए।
4. सेंसर और ECU की समस्याएं
अगर इग्निशन, फ्यूल और मैकेनिकल सिस्टम ठीक हैं, तो समस्या गाड़ी के 'दिमाग' यानी इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल यूनिट (ECU) या सेंसर में हो सकती है। अगर कैमशाफ्ट या क्रैंकशाफ्ट के पोजीशन सेंसर खराब हैं, तो वे ECU को गलत टाइमिंग की जानकारी देंगे। इससे इंजन का संतुलन बिगड़ जाएगा। ऑक्सीजन सेंसर भी एक वजह हो सकता है। यह एग्जॉस्ट में ऑक्सीजन के स्तर को मापता है। अगर यह गलत सिग्नल भेजता है, तो इंजन की परफॉरमेंस गिर जाएगी। इस मामले में मल्टीमीटर से सेंसर सिग्नल्स को चेक करें। कई बार ECU को अपडेट या री-प्रोग्राम करने से भी समस्या हल हो जाती है। वायरिंग और कनेक्टर्स की जांच करना न भूलें।
इंजन मिसफायर को नजरअंदाज करना महंगा पड़ सकता है। सही समय पर स्पार्क प्लग बदलना, अच्छा ईंधन इस्तेमाल करना और नियमित सर्विसिंग से आप अपनी गाड़ी के इंजन को लंबे समय तक चलाने में मदद करता है।