Travel Insurance: सिर्फ बीमारी या खोया सामान ही नहीं, क्या आपको पता है ट्रैवल इंश्योरेंस क्या-क्या कवर करता?
अधिकतर लोग ट्रैवल इंश्योरेंस को सिर्फ मेडिकल इमरजेंसी, फ्लाइट कैंसिलेशन या बैगेज लॉस तक ही सीमित मानते हैं। जबकि सच्चाई यह है कि इसमें कई ऐसे फायदे छिपे होते हैं जो मुश्किल हालात में आपकी पूरी ट्रिप को बचा सकते हैं।
विस्तार
जब भी हम किसी ट्रिप की प्लानिंग करते हैं, तो हमारा पूरा ध्यान सस्ती फ्लाइट्स और अच्छे होटलों की बुकिंग पर होता है। इस भागदौड़ में अक्सर हम 'ट्रैवल इंश्योरेंस' के महत्व को नजरअंदाज कर देते हैं। आमतौर पर लोगों को लगता है कि ट्रैवल इंश्योरेंस केवल ट्रिप कैंसिल होने, मेडिकल इमरजेंसी या सामान खो जाने पर ही काम आता है। लेकिन हकीकत यह है कि कई ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी में ऐसे फायदे भी छिपे होते हैं जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। ये 'अनजान फायदे' मुश्किल समय में आपकी यात्रा को आसान बना सकते हैं। आज हम इस लेख में आपको ट्रैवल इंश्योरेंस के ऐसे ही कुछ कम चर्चित लेकिन बेहद काम के फायदों के बारे में बता रहे हैं।
ट्रैवल इंश्योरेंस को समझना क्यों जरूरी है?
ट्रैवल इंश्योरेंस आपको यात्रा के दौरान होने वाली अप्रत्याशित घटनाओं से आर्थिक सुरक्षा देता है। आजकल कई लोग 'फैमिली ट्रैवल इंश्योरेंस' का विकल्प चुनते हैं। ताकि एक ही पॉलिसी के तहत बीमारी, दुर्घटना या फ्लाइट में गड़बड़ी जैसी स्थितियों में परिवार के सभी सदस्यों को सुरक्षा मिल सके। ट्रैवल इंश्योरेंस के 8 फायदे जिनके बारे में आप शायद नहीं जानते। बुनियादी कवरेज के अलावा, कुछ पॉलिसीज में अन्य फायदे भी शामिल होते हैं:
1. एडवेंचर स्पोर्ट्स कवरेज: अगर आप स्कूबा डाइविंग, पैराग्लाइडिंग या ट्रेकिंग के शौकीन हैं, तो यह आपके लिए है। सामान्य इंश्योरेंस प्लान में एडवेंचर स्पोर्ट्स के दौरान लगी चोटों को कवर नहीं किया जाता, लेकिन कुछ विशेष पॉलिसीज इसे कवर करती हैं। पॉलिसी खरीदने से पहले यह जरूर चेक करें कि उसमें कौन-कौन से खेल शामिल हैं।
2. कनेक्टिंग फ्लाइट छूट जाना: अगर आपकी कनेक्टिंग फ्लाइट किसी ऐसे कारण से छूट जाए जो आपके नियंत्रण में नहीं था (जैसे पिछली फ्लाइट में देरी या लंबा लेओवर), तो यह आपकी पूरी ट्रिप खराब कर सकता है। ऐसे में, ट्रैवल इंश्योरेंस री-बुकिंग की लागत या रुके हुए समय के लिए होटल के खर्च की भरपाई में मदद कर सकता है।
3. घर पर इमरजेंसी के कारण ट्रिप छोटा करना: कल्पना करें कि आप विदेश यात्रा पर हैं और आपको घर से चोरी या आग लगने जैसी किसी बुरी खबर का पता चले। ऐसी स्थिति में कुछ इंश्योरेंस पॉलिसी आपको तुरंत घर लौटने की लागत कवर करती हैं। इसमें फ्लाइट रिशेड्यूलिंग का खर्च शामिल हो सकता है।
4. पासपोर्ट खोने पर सहायता: विदेश में पासपोर्ट खोना किसी बुरे सपने से कम नहीं है। ऐसी स्थिति में आपका इंश्योरर आपको अस्थायी या नया पासपोर्ट बनवाने में मदद कर सकता है। साथ ही, दूतावास की फीस या वहां तक जाने के किराए जैसे खर्चों की भरपाई भी की जा सकती है।
5. कंपैशनेट विजिट: अगर आप विदेश में अकेले यात्रा कर रहे हैं और लंबी अवधि के लिए अस्पताल में भर्ती हो जाते हैं, तो कुछ पॉलिसीज आपके परिवार के किसी करीबी सदस्य के आपके पास आने और रहने का खर्च उठाती हैं। इसे 'कंपैशनेट विजिट' कहा जाता है।
6. ऑटोमैटिक ट्रिप एक्सटेंशन: कभी-कभी फ्लाइट में देरी या मेडिकल इमरजेंसी के कारण आपकी यात्रा की अवधि बढ़ सकती है। ऐसे में कुछ पॉलिसीज बिना किसी मैन्युअल रिन्यूअल के आपके इंश्योरेंस कवरेज को कुछ दिनों के लिए अपने आप बढ़ा देती हैं, ताकि आपकी सुरक्षा बनी रहे।
7. चेक-इन बैगेज में देरी: ज्यादातर लोग जानते हैं कि सामान खोने पर पैसा मिलता है, लेकिन अगर सामान देरी से मिले तो? अगर आपका सामान देरी से आता है, तो कुछ पॉलिसीज आपको जरूरी चीजें (जैसे कपड़े या प्रसाधन सामग्री) खरीदने के लिए पैसे देती हैं। यह लंबे लेओवर्स के दौरान बहुत मददगार होता है।
8. पहले से मौजूद बीमारियों के लिए कवरेज: आमतौर पर पुरानी बीमारियों से जुड़ी इमरजेंसी को कवर नहीं किया जाता। हालांकि, कुछ पॉलिसीज अतिरिक्त प्रीमियम देने पर या कुछ खास शर्तों के तहत इसे कवर कर सकती हैं।