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    FASTag: अब फास्टैग यूजर्स के लिए KYV जरूरी, NHAI ने आसान की प्रक्रिया, जानें कैसे करें आवेदन और वाहन सत्यापन
 
            	    ऑटो डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली             
                              Published by: अमर शर्मा       
                        
       Updated Sat, 01 Nov 2025 05:17 PM IST
        
       
            सार 
            
            
        
                                    
                भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने फास्टैग उपयोगकर्ताओं के लिए अपने वाहन को जानें (केवाईवी) प्रक्रिया को सरल बना दिया है ताकि इसे अधिक सुविधाजनक और उपयोगकर्ता के अनुकूल बनाया जा सके।
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                        Fastag
                                    - फोटो : Adobe Stock 
                    
    
        
    
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विस्तार
                                                 
                नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) (एनएचएआई) ने FASTag (फास्टैग) यूजर्स के लिए Know Your Vehicle (KYV) (अपने वाहन को जानें) (केवाईवी) प्रक्रिया को अनिवार्य बना दिया है। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि हर फास्टैग सही वाहन से ही जुड़ा हो, जिससे किसी भी तरह के फ्रॉड या गलत इस्तेमाल को रोका जा सके। 
                                
                
                
                 
                    
                                                                                                        
                                                
                        
                        
                        
                                                                                      
                   
    
                                                                        
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                                                
                                                                
                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
इस प्रक्रिया में वाहन मालिक को अपनी गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर, चेसिस नंबर और एक स्पष्ट फोटो (जिसमें फास्टैग दिखे) अपलोड करना होता है। इससे टोल भुगतान पारदर्शी, सुरक्षित और सुगम बनता है। KYV हर तीन साल में दोबारा करवाना जरूरी है ताकि डेटाबेस अपडेट और सही बना रहे।    
             
                                                    
                                 
                                
                               
                                                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
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 इस प्रक्रिया में वाहन मालिक को अपनी गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर, चेसिस नंबर और एक स्पष्ट फोटो (जिसमें फास्टैग दिखे) अपलोड करना होता है। इससे टोल भुगतान पारदर्शी, सुरक्षित और सुगम बनता है। KYV हर तीन साल में दोबारा करवाना जरूरी है ताकि डेटाबेस अपडेट और सही बना रहे।
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                                                नई गाइडलाइन के तहत क्या बदला है
                                                                                                                                 
                                                
पहले KYV प्रक्रिया काफी झंझट भरी थी, जिसमें कई फोटो और मैनुअल डिटेल्स डालनी पड़ती थीं। अब एनएचएआई ने इसे काफी आसान बना दिया है ताकि यूजर्स को परेशानी न हो।
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
1. सेवा बंद नहीं होगी तुरंत
अगर किसी यूजर ने अभी तक KYV पूरा नहीं किया है, तो उसका फास्टैग तुरंत बंद नहीं किया जाएगा। यूजर्स को प्रक्रिया पूरी करने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा।
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
2. अब सिर्फ एक फोटो जरूरी
अब गाड़ी की साइड फोटो अपलोड करने की जरूरत नहीं है। सिर्फ एक फ्रंट फोटो चाहिए जिसमें नंबर प्लेट और फास्टैग साफ दिखे।
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
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                            पहले KYV प्रक्रिया काफी झंझट भरी थी, जिसमें कई फोटो और मैनुअल डिटेल्स डालनी पड़ती थीं। अब एनएचएआई ने इसे काफी आसान बना दिया है ताकि यूजर्स को परेशानी न हो।
1. सेवा बंद नहीं होगी तुरंत
अगर किसी यूजर ने अभी तक KYV पूरा नहीं किया है, तो उसका फास्टैग तुरंत बंद नहीं किया जाएगा। यूजर्स को प्रक्रिया पूरी करने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा।
2. अब सिर्फ एक फोटो जरूरी
अब गाड़ी की साइड फोटो अपलोड करने की जरूरत नहीं है। सिर्फ एक फ्रंट फोटो चाहिए जिसमें नंबर प्लेट और फास्टैग साफ दिखे।
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                                                3. ऑटोमैटिक डेटा फेचिंग
                                                                                                                                 
                                                
जब आप वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर, चेसिस नंबर या मोबाइल नंबर डालते हैं, तो सिस्टम अपने-आप VAHAN डेटाबेस से सारी जानकारी ले लेगा। इससे मैनुअल एंट्री की झंझट खत्म हो जाएगी।
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
4. एक मोबाइल नंबर पर कई वाहन
अगर एक ही मोबाइल नंबर से कई गाड़ियां जुड़ी हैं, तो अब आप चुन सकते हैं कि किस गाड़ी का KYV पूरा करना है।
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
5. पुराने FASTag रहेंगे एक्टिव
KYV लागू होने से पहले जारी किए गए फास्टैग तब तक बंद नहीं होंगे, जब तक उनके गलत इस्तेमाल की शिकायत न मिले।
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
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                            जब आप वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर, चेसिस नंबर या मोबाइल नंबर डालते हैं, तो सिस्टम अपने-आप VAHAN डेटाबेस से सारी जानकारी ले लेगा। इससे मैनुअल एंट्री की झंझट खत्म हो जाएगी।
4. एक मोबाइल नंबर पर कई वाहन
अगर एक ही मोबाइल नंबर से कई गाड़ियां जुड़ी हैं, तो अब आप चुन सकते हैं कि किस गाड़ी का KYV पूरा करना है।
5. पुराने FASTag रहेंगे एक्टिव
KYV लागू होने से पहले जारी किए गए फास्टैग तब तक बंद नहीं होंगे, जब तक उनके गलत इस्तेमाल की शिकायत न मिले।
यह भी पढ़ें - Tesla: सात साल बाद भी नहीं मिली टेस्ला, सैम ऑल्टमैन ने मांगा रिफंड, लेकिन मिला यह जवाब!
                                                                                                                         
                                                6. रिमाइंडर और बैंक की मदद
                                                                                                                                 
                                                
KYV पूरा न करने वाले यूजर्स को बैंक एसएमएस के जरिए रिमाइंडर भेजेंगे। अगर किसी को दस्तावेज अपलोड करने या प्रक्रिया पूरी करने में दिक्कत आती है, तो बैंक खुद संपर्क करेगा और मदद करेगा।
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
7. हेल्पलाइन नंबर
अगर कोई समस्या आए, तो यूजर्स नेशनल हाईवे हेल्पलाइन नंबर 1033 पर कॉल करके बैंक या एनएचएआई से सीधे मदद ले सकते हैं।
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
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                            KYV पूरा न करने वाले यूजर्स को बैंक एसएमएस के जरिए रिमाइंडर भेजेंगे। अगर किसी को दस्तावेज अपलोड करने या प्रक्रिया पूरी करने में दिक्कत आती है, तो बैंक खुद संपर्क करेगा और मदद करेगा।
7. हेल्पलाइन नंबर
अगर कोई समस्या आए, तो यूजर्स नेशनल हाईवे हेल्पलाइन नंबर 1033 पर कॉल करके बैंक या एनएचएआई से सीधे मदद ले सकते हैं।
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                                                आसान KYV प्रक्रिया - कैसे करें पूरा
                                                                                                                                 
                                                
अब KYV करना पहले से कहीं आसान हो गया है। आप इसे हर तीन साल में एक बार पूरा कर सकते हैं। तरीका इस प्रकार है:
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                            अब KYV करना पहले से कहीं आसान हो गया है। आप इसे हर तीन साल में एक बार पूरा कर सकते हैं। तरीका इस प्रकार है:
- RC अपलोड करें: अपने फास्टैग जारी करने वाले बैंक की वेबसाइट या ऐप पर जाकर गाड़ी का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) अपलोड करें।
 - फोटो डालें: गाड़ी की सामने से खींची गई फोटो अपलोड करें, जिसमें नंबर प्लेट और फास्टैग साफ दिखे।
 
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- डिटेल्स लिंक करें: रजिस्ट्रेशन नंबर और चेसिस नंबर डालें ताकि फास्टैग गाड़ी से जुड़ जाए।
 - वेरिफिकेशन: बैंक इन जानकारियों को VAHAN डेटाबेस से मिलाकर ऑटोमेटिक वेरिफाई करेगा।
 - सर्विस एक्टिव रहेगी: वेरिफिकेशन सफल होने पर फास्टैग एक्टिव रहेगा। अगर किसी कारण से KYV फेल होता है, तो बैंक यूजर को पहले SMS या ईमेल से सूचित करेगा।
 
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                                                KYV का मकसद
                                                                                                                                 
                                                
एनएचएआई का कहना है कि ये बदलाव यूजर एक्सपीरियंस बेहतर करने और फास्टैग सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए किए गए हैं। नई KYV प्रक्रिया से अब फास्टैग अपडेट और वेरिफिकेशन का काम तेज, आसान और परेशानी-मुक्त हो जाएगा, जिससे हाईवे पर सफर और भी सुगम बनेगा।
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
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                            एनएचएआई का कहना है कि ये बदलाव यूजर एक्सपीरियंस बेहतर करने और फास्टैग सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए किए गए हैं। नई KYV प्रक्रिया से अब फास्टैग अपडेट और वेरिफिकेशन का काम तेज, आसान और परेशानी-मुक्त हो जाएगा, जिससे हाईवे पर सफर और भी सुगम बनेगा।
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