{"_id":"6905e86ae704a092990e1726","slug":"vehicle-ban-in-delhi-due-to-pollution-latest-news-2025-11-01","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"Vehicles No Entry: दिल्ली में आज से कई गाड़ियों की एंट्री हो चुकी है बैन, जानें किन पर लगी पाबंदी","category":{"title":"Automobiles","title_hn":"ऑटो-वर्ल्ड","slug":"automobiles"}}
    Vehicles No Entry: दिल्ली में आज से कई गाड़ियों की एंट्री हो चुकी है बैन, जानें किन पर लगी पाबंदी
 
            	    ऑटो डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली             
                              Published by: अमर शर्मा       
                        
       Updated Sat, 01 Nov 2025 04:31 PM IST
        
       
            सार 
            
            
        
                                    
                दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए एयर क्वालिटी मैनेजमेंट कमीशन (CAQM) (सीएक्यूएम) ने बड़ा फैसला लिया है।
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                        Delhi Pollution
                                    - फोटो : Adobe Stock 
                    
    
        
    
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विस्तार
                                                 
                दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए एयर क्वालिटी मैनेजमेंट कमीशन (CAQM) (सीएक्यूएम) ने बड़ा फैसला लिया है। शनिवार, 1 नवंबर से, दिल्ली के बाहर रजिस्टर्ड BS-III और उससे नीचे के सभी कमर्शियल गुड्स व्हीकल्स (माल ढोने वाली गाड़ियां) की राजधानी में एंट्री पर रोक लगा दी गई है।
                                
                
                
                 
                    
                                                                                                        
                                                
                        
                        
                        
                                                                                      
                   
    
                                                                        
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                                                
                                                                
                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
क्यों लिया गया ये फैसला
आयोग ने कहा कि यह कदम वाहनों से निकलने वाले धुएं को कम करने के लिए उठाया गया है, जो सर्दियों में दिल्ली की खराब हवा के सबसे बड़े कारणों में से एक है। दरअसल, भारत में वाहनों के प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए भारत स्टेज (BS) उत्सर्जन मानक लागू किए गए हैं। मौजूदा समय में BS-VI (या BS-6) सबसे नया मानक है, जिसमें हर स्तर के साथ प्रदूषण सीमा और सख्त होती जाती है।    
             
                                                    
                                 
                                
                               
                                                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                 
                                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                
                                
                
                                                                                        
                                                                                    
                        
                                      
 क्यों लिया गया ये फैसला
आयोग ने कहा कि यह कदम वाहनों से निकलने वाले धुएं को कम करने के लिए उठाया गया है, जो सर्दियों में दिल्ली की खराब हवा के सबसे बड़े कारणों में से एक है। दरअसल, भारत में वाहनों के प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए भारत स्टेज (BS) उत्सर्जन मानक लागू किए गए हैं। मौजूदा समय में BS-VI (या BS-6) सबसे नया मानक है, जिसमें हर स्तर के साथ प्रदूषण सीमा और सख्त होती जाती है।
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                                                किन गाड़ियों पर लगी है रोक
                                                                                                                                 
                                                
सीएक्यूएम के आदेश के मुताबिक, अब दिल्ली में BS-4 से नीचे वाले सभी बाहरी हल्के मालवाहक वाहन (LGVs), मध्यम मालवाहक वाहन (MGVs) और भारी मालवाहन वाहन (HGVs) की एंट्री पूरी तरह से बंद कर दी गई है। हालांकि, BS-4 स्टैंडर्ड वाली कमर्शियल गाड़ियां को 31 अक्टूबर 2026 तक दिल्ली में आने की अनुमति दी गई है।
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                 
                                                                                                                                                        
 
                                                                                                
                            सीएक्यूएम के आदेश के मुताबिक, अब दिल्ली में BS-4 से नीचे वाले सभी बाहरी हल्के मालवाहक वाहन (LGVs), मध्यम मालवाहक वाहन (MGVs) और भारी मालवाहन वाहन (HGVs) की एंट्री पूरी तरह से बंद कर दी गई है। हालांकि, BS-4 स्टैंडर्ड वाली कमर्शियल गाड़ियां को 31 अक्टूबर 2026 तक दिल्ली में आने की अनुमति दी गई है।
                                                                                                                         
                                                कैसे होगी निगरानी और कार्रवाई
                                                                                                                                 
                                                
नियमों के पालन के लिए दिल्ली ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट और ट्रैफिक पुलिस की 23 टीमें तैनात की गई हैं। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में 90 प्रतिशत वाहन सिर्फ 23 एंट्री पॉइंट्स से आते हैं, इसलिए इन्हीं जगहों पर सख्ती बरती जा रही है।
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
इनमें कुंडली बॉर्डर, राजोखी बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर, आयानगर, कालिंदी कुंज, औचंदी, मंडोली, कपासहेड़ा और बाजघेरा टोल (द्वारका एक्सप्रेसवे) जैसे प्रमुख पॉइंट शामिल हैं। हर टीम की निगरानी एक इंस्पेक्टर-लेवल अधिकारी करेगा। अनुमान है कि दिल्ली-एनसीआर में करीब 50,000 से 70,000 गाड़ियां अभी भी BS-4 मानक पर खरी नहीं उतरतीं।
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                 
                                                                                                                                                        
 
                                                                                                
                            नियमों के पालन के लिए दिल्ली ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट और ट्रैफिक पुलिस की 23 टीमें तैनात की गई हैं। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में 90 प्रतिशत वाहन सिर्फ 23 एंट्री पॉइंट्स से आते हैं, इसलिए इन्हीं जगहों पर सख्ती बरती जा रही है।
इनमें कुंडली बॉर्डर, राजोखी बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर, आयानगर, कालिंदी कुंज, औचंदी, मंडोली, कपासहेड़ा और बाजघेरा टोल (द्वारका एक्सप्रेसवे) जैसे प्रमुख पॉइंट शामिल हैं। हर टीम की निगरानी एक इंस्पेक्टर-लेवल अधिकारी करेगा। अनुमान है कि दिल्ली-एनसीआर में करीब 50,000 से 70,000 गाड़ियां अभी भी BS-4 मानक पर खरी नहीं उतरतीं।
                                                                                                                         
                                                किन गाड़ियों को छूट मिलेगी
                                                                                                                                 
                                                
सीएक्यूएम के मुताबिक, दिल्ली में रजिस्टर्ड कमर्शियल गाड़ियों, या CNG, LNG और इलेक्ट्रिक वाहनों पर कोई रोक नहीं होगी। साथ ही, BS-VI (या BS-6) स्टैंडर्ड की पेट्रोल और डीजल गाड़ियों को भी पूरे साल दिल्ली में आने की अनुमति दी गई है।
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                 
                                                                                                                                                        
 
                                                                                                
                            सीएक्यूएम के मुताबिक, दिल्ली में रजिस्टर्ड कमर्शियल गाड़ियों, या CNG, LNG और इलेक्ट्रिक वाहनों पर कोई रोक नहीं होगी। साथ ही, BS-VI (या BS-6) स्टैंडर्ड की पेट्रोल और डीजल गाड़ियों को भी पूरे साल दिल्ली में आने की अनुमति दी गई है।
                                                                                                                         
                                                दिल्ली की हवा अब भी खराब
                                                                                                                                 
                                                
हालांकि शुक्रवार सुबह दिल्ली की हवा में थोड़ी सुधार दर्ज की गई, लेकिन हालात अब भी खराब श्रेणी में हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहद खराब स्तर पर पहुंच चुका है।
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
दिल्ली के आईटीओ क्षेत्र में वायु गुणवत्ता सूचकांक 275 दर्ज किया गया, जो खराब श्रेणी में आता है। अक्षरधाम और उसके आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता का स्तर 272 तक पहुंच गया है। (एम्स) के क्षेत्र में वायु गुणवत्ता सूचकांक 291 रहा, जो खराब श्रेणी के ऊपरी स्तर की ओर इशारा करता है।
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                 
                                                                                                                                                        
 
                                                                                                
                            हालांकि शुक्रवार सुबह दिल्ली की हवा में थोड़ी सुधार दर्ज की गई, लेकिन हालात अब भी खराब श्रेणी में हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहद खराब स्तर पर पहुंच चुका है।
दिल्ली के आईटीओ क्षेत्र में वायु गुणवत्ता सूचकांक 275 दर्ज किया गया, जो खराब श्रेणी में आता है। अक्षरधाम और उसके आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता का स्तर 272 तक पहुंच गया है। (एम्स) के क्षेत्र में वायु गुणवत्ता सूचकांक 291 रहा, जो खराब श्रेणी के ऊपरी स्तर की ओर इशारा करता है।