सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Bihar ›   Bihar: On the third Monday of Sawan, a huge crowd of devotees gathered at Ajgaibinath Dham

Bihar: सावन की तीसरी सोमवारी पर अजगैबीनाथ धाम में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, लगे हर-हर महादेव की जयकारे

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भागलपुर Published by: शबाहत हुसैन Updated Mon, 28 Jul 2025 05:34 PM IST
विज्ञापन
सार

Bihar: अजगैबीनाथ मंदिर के महंत प्रेमानंद गिरी ने बताया कि सावन की तीसरी सोमवारी का विशेष महत्व होता है। इस दिन जलाभिषेक करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। अजगैबीनाथ से बैद्यनाथ धाम तक की पदयात्रा श्रद्धालुओं की अटूट आस्था का प्रतीक है।

Bihar: On the third Monday of Sawan, a huge crowd of devotees gathered at Ajgaibinath Dham
श्रद्धालुओं का गाइड करते पुलिसकर्मी - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

सावन की तीसरी सोमवारी पर सोमवार को अजगैबीनाथ धाम श्रद्धा और आस्था से सराबोर नजर आया। रिमझिम बारिश के बीच लाखों श्रद्धालुओं और कांवरियों ने उत्तरवाहिनी गंगा में आस्था की डुबकी लगाई और बाबा भोलेनाथ को जल अर्पित किया। चारों ओर हर-हर महादेव और बोल बम के जयकारों से वातावरण भक्तिमय हो उठा।

loader
Trending Videos

सुबह से ही बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, नेपाल, बोकारो सहित देश-विदेश के विभिन्न हिस्सों से कांवरियों का तांता गंगा घाट पर लगा रहा। गंगा स्नान के बाद श्रद्धालु अजगैबीनाथ मंदिर पहुंचे और विधिवत पूजा-अर्चना कर बाबा को जल चढ़ाया। इसके बाद श्रद्धालु बैद्यनाथ धाम (देवघर) की ओर रवाना हुए।

विज्ञापन
विज्ञापन

सुरक्षा के रहे पुख्ता इंतजाम
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए थे। डीएसपी नवनीत कुमार और सुल्तानगंज थानाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार ने सुबह से ही दल-बल के साथ गंगा घाट, मंदिर परिसर और कच्ची कांवरिया पथ का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर मुस्तैद पुलिस बल को निर्देशित किया।


पढ़ें: वैशाली में आभूषण दुकान डकैती और CSP लूट मामले का खुलासा, तीन अपराधी गिरफ्तार

पुजारी ने बताया जलाभिषेक का महत्व
अजगैबीनाथ मंदिर के महंत प्रेमानंद गिरी ने बताया कि सावन की तीसरी सोमवारी का विशेष महत्व होता है। इस दिन जलाभिषेक करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। अजगैबीनाथ से बैद्यनाथ धाम तक की पदयात्रा श्रद्धालुओं की अटूट आस्था का प्रतीक है।

बारिश में भी नहीं डगमगाई आस्था
भीषण बारिश के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। हजारों कांवरियों ने बारिश की परवाह किए बिना कंधे पर कांवर उठाकर बाबा भोलेनाथ से अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए जल चढ़ाया। भक्तों का कहना था कि यह यात्रा कष्ट नहीं, बल्कि पुण्य है।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed