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Bihar News: जमीन विवाद ने लिया खतरनाक रूप, आईटीआई कॉलेज पर चला बुलडोजर, फायरिंग, मची अफरा-तफरी
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, दरभंगा
Published by: आशुतोष प्रताप सिंह
Updated Fri, 28 Nov 2025 08:24 AM IST
सार
दरभंगा के भालपट्टी थाना क्षेत्र के मुड़िया गांव में जमीन विवाद को लेकर प्राइवेट आईटीआई कॉलेज पर जेसीबी से तोड़फोड़ और फायरिंग की बड़ी वारदात हुई। घटना में कई छात्र घायल हुए, जबकि संचालक रहबर आलम पर भी गोली चलाने का आरोप है।
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आईटीआई कॉलेज पर चला बुलडोजर
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
दरभंगा जिले के भालपट्टी थाना क्षेत्र के मुड़िया में गुरुवार शाम जमीन विवाद को लेकर बड़ा घटनाक्रम सामने आया। एक पक्ष ने प्राइवेट आईटीआई कॉलेज पर जेसीबी चलाकर जमकर तोड़फोड़ की, जिसमें वहां मौजूद छात्र घायल हो गए। आईटीआई संचालक रहबर आलम ने बताया कि तोड़फोड़ के दौरान उन पर फायरिंग भी की गई। सूचना पर भालपट्टी समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल से दो खोखा बरामद किया। डीएसपी सदर ने भी फायरिंग की पुष्टि की और जांच जारी रहने की बात कही।
घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए सड़क जाम कर दिया। जेसीबी की सहायता से इंस्टिट्यूट के भवन और दीवार को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। हमले के दौरान संचालक मोहम्मद ओजैर के पुत्र रहबर की दाहिनी कनपटी के नीचे गंभीर चोट लग गई। रेडिएंट फायर सेफ्टी नाम से संचालित यह आवासीय आईटीआई इंस्टिट्यूट कई जिलों के छात्रों का केंद्र है, जहां गोलीबारी के दौरान घंटों तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। पुलिस पहुंचते ही आरोपी भाग निकले, लेकिन उनकी जेसीबी मौके पर ही छूट गई।
संचालक रहबर आलम ने आरोप लगाया कि मुड़िया निवासी नेमतुल्लाह, सद्दाम बॉस और उनके सहयोगियों ने हमला किया। उनका कहना है कि पिछले दस वर्षों से वे लोग उन्हें परेशान कर रहे हैं। उन्होंने मांग की है कि सद्दाम बॉस की गिरफ्तारी 24 घंटे के भीतर की जाए।
ये भी पढ़ें- Bihar : 'पापा-माई को कष्ट नहीं होना चाहिए', चिट्ठी लिखी फिर जान दी; दो नंबर से UPSC एग्जाम में पिछड़ा था अंकित
जानकारी के अनुसार, कुछ असामाजिक तत्व विवादित जमीन पर कब्जा करने की नीयत से जेसीबी लेकर पहुंचे थे। पुलिस को सूचना तो दी गई थी, लेकिन गश्ती वाहन के पहुंचने से पहले ही अपराधी तोड़फोड़ और फायरिंग कर चुके थे। इसके बाद भालपट्टी थानाध्यक्ष धर्मानंद कुमार मौके पर पहुंचे, जहां उन्हें स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। लोग वरीय अधिकारियों को बुलाने और तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।
देर शाम सदर थानाध्यक्ष मनोज कुमार और सदर एसडीपीओ राजीव कुमार भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे। थानाध्यक्ष ने बताया कि लोगों को समझाया गया है और पुलिस मामले की जांच में जुटी है। एसडीपीओ राजीव कुमार ने भी कहा कि मामला जमीन विवाद से जुड़ा है, जांच की जा रही है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
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घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए सड़क जाम कर दिया। जेसीबी की सहायता से इंस्टिट्यूट के भवन और दीवार को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। हमले के दौरान संचालक मोहम्मद ओजैर के पुत्र रहबर की दाहिनी कनपटी के नीचे गंभीर चोट लग गई। रेडिएंट फायर सेफ्टी नाम से संचालित यह आवासीय आईटीआई इंस्टिट्यूट कई जिलों के छात्रों का केंद्र है, जहां गोलीबारी के दौरान घंटों तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। पुलिस पहुंचते ही आरोपी भाग निकले, लेकिन उनकी जेसीबी मौके पर ही छूट गई।
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संचालक रहबर आलम ने आरोप लगाया कि मुड़िया निवासी नेमतुल्लाह, सद्दाम बॉस और उनके सहयोगियों ने हमला किया। उनका कहना है कि पिछले दस वर्षों से वे लोग उन्हें परेशान कर रहे हैं। उन्होंने मांग की है कि सद्दाम बॉस की गिरफ्तारी 24 घंटे के भीतर की जाए।
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जानकारी के अनुसार, कुछ असामाजिक तत्व विवादित जमीन पर कब्जा करने की नीयत से जेसीबी लेकर पहुंचे थे। पुलिस को सूचना तो दी गई थी, लेकिन गश्ती वाहन के पहुंचने से पहले ही अपराधी तोड़फोड़ और फायरिंग कर चुके थे। इसके बाद भालपट्टी थानाध्यक्ष धर्मानंद कुमार मौके पर पहुंचे, जहां उन्हें स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। लोग वरीय अधिकारियों को बुलाने और तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।
देर शाम सदर थानाध्यक्ष मनोज कुमार और सदर एसडीपीओ राजीव कुमार भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे। थानाध्यक्ष ने बताया कि लोगों को समझाया गया है और पुलिस मामले की जांच में जुटी है। एसडीपीओ राजीव कुमार ने भी कहा कि मामला जमीन विवाद से जुड़ा है, जांच की जा रही है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।