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Bihar News: दून एक्सप्रेस में फिर कछुआ तस्करी, 48 जीवित कछुए बरामद, तस्कर अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, गयाजी Published by: मगध ब्यूरो Updated Sun, 21 Dec 2025 04:27 PM IST
सार

पूर्व मध्य रेल के डी.डी.यू. मंडल अंतर्गत आरपीएफ पोस्ट ने ऑपरेशन विलेप के तहत दून एक्सप्रेस के स्लीपर कोच से 48 जीवित कछुए बरामद किए हैं, जिनकी अनुमानित कीमत 24 लाख रुपये बताई गई है।

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दून एक्सप्रेस से 48 जीवित कछुए बरामद - फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
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पूर्व मध्य रेल के डी.डी.यू. मंडल अंतर्गत रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) पोस्ट गया ने ऑपरेशन विलेप के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए 48 अदद जीवित कछुओं को बरामद किया है। यह कार्रवाई गाड़ी संख्या 13010 डाउन (दून एक्सप्रेस) के स्लीपर कोच एस-7 की चेकिंग के दौरान की गई। बरामद सभी कछुओं को बाद में वन विभाग को सुपुर्द कर दिया गया है। आरपीएफ पोस्ट प्रभारी निरीक्षक बनारसी यादव ने बताया कि चेकिंग के दौरान स्लीपर कोच से जीवित कछुए बरामद किए गए हैं, जिनकी अनुमानित कीमत करीब 24 लाख रुपये आंकी गई है। उन्होंने बताया कि इस मामले में फिलहाल किसी भी व्यक्ति की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

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बार-बार केवल कछुओं की बरामदगी होना और तस्करों का हाथ न लगना कई सवाल खड़े करता है। आखिर तस्कर क्यों नहीं पकड़े जा रहे हैं, यह बड़ा सवाल बना हुआ है। जबकि कछुए स्लीपर कोच से ही बरामद किए गए हैं। इससे पहले भी स्लीपर कोच से करीब 51 लाख रुपये मूल्य के कछुए बरामद किए गए थे, लेकिन उस मामले में भी तस्करों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी। इससे पूर्व नेताजी एक्सप्रेस से भी कछुओं की बरामदगी हुई थी, लेकिन उस मामले में भी किसी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका।

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लगातार स्लीपर कोच से कछुओं की तस्करी के मामलों को देखते हुए यह आशंका जताई जा रही है कि यह किसी शातिर और आदतन गिरोह का काम हो सकता है। जिस तरह से स्लीपर कोच से बार-बार कछुए पकड़े जा रहे हैं, उससे यह स्वाभाविक रूप से कहा जा सकता है कि तस्कर स्वयं कछुओं की निगरानी करते हुए ट्रेन से सफर कर रहा होगा। चूंकि स्लीपर कोच में बिना टिकट यात्रा संभव नहीं है, ऐसे में यह भी माना जा रहा है कि तस्कर ट्रेन के कोच में ही मौजूद रहते होंगे।

इस पूरी कार्रवाई में आरपीएफ, आंतरिक आसूचना शाखा और रेलवे पुलिस के कई अधिकारी और जवान शामिल रहे। इनमें बनारसी यादव, निरीक्षक, आरपीएफ गया; चंदन कुमार, निरीक्षक, आंतरिक आसूचना शाखा, गया; पवन कुमार, सहायक उप निरीक्षक, आरपीएफ गया; राकेश कुमार सिंह, आरक्षी, आरपीएफ गया; अमित कुमार, आरक्षी, आरपीएफ गया; अनील प्रसाद, आरक्षी, आरपीएफ गया; विपिन कुमार, आरक्षी, आंतरिक आसूचना शाखा, गया; महेश ठाकुर, प्रधान आरक्षी, आंतरिक आसूचना शाखा, गया; मुकेश कुमार, उप निरीक्षक, आंतरिक आसूचना शाखा, गया; राजनीतिक प्रसाद, उप निरीक्षक, रेलवे पुलिस, गया तथा मनोज कुमार, प्रधान सहायक निरीक्षक, रेलवे पुलिस, गया शामिल थे। आरपीएफ के अनुसार बरामद 48 जीवित कछुओं की कुल अनुमानित कीमत 24 लाख रुपये (₹24,00,000) है। फिलहाल मामले की जांच जारी है और तस्करों की पहचान व गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।

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