नीतीश से मुलाकात कर प्रशांत किशोर बोले- नागरिकता कानून को लेकर अपने बयान पर हूं कायम
Janata Dal-United (JDU) Vice President Prashant Kishor on being asked if he will resign from the party: I have said what I wanted to. I will only speak further after meeting with Chief Minister (Bihar CM Nitish Kumar). #Patna pic.twitter.com/v5oEsEb4zY
विज्ञापन— ANI (@ANI) December 14, 2019विज्ञापन
नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून पर मेरा स्टैंड पहले जैसा ही है। मैंने इसे सार्वजनिक रूप से कहा था, सिर्फ नीतीश कुमार को ही नहीं बल्कि सभी से कहा था।
Janata Dal-United (JDU) Vice President Prashant Kishor after meeting Bihar Chief Minister Nitish Kumar in Patna: My stance on #CitizenshipAmendmentAct is still the same. I have said it publicly, not just for Nitish Kumar but for everyone. pic.twitter.com/y0Sg85pmtt
— ANI (@ANI) December 14, 2019
बता दें कि जदयू ने नागरिकता बिल पर संसद में सरकार का साथ दिया था। हालांकि इसे लेकर पार्टी में ही विरोध के स्वर उठे। प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर कहा था कि बिल को समर्थन देने से मैं निराश हूं। प्रशांत किशोर ने निराशा जाहिर करते हुए कहा था कि विधेयक लोगों से धर्म के आधार पर भेदभाव करता है। वहीं, वरिष्ठ नेता पवन वर्मा ने भी इसपर पार्टी के स्टैंड पर सवाल उठाए थे।
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लोकसभा में विधेयक पारित होने के बाद प्रशांत किशोर ने ट्वीट किया था- जदयू के नागरिकता संशोधन विधेयक को समर्थन देने से निराश हुआ। यह विधेयक नागरिकता के अधिकार से धर्म के आधार पर भेदभाव करता है। यह पार्टी के संविधान से मेल नहीं खाता जिसमें धर्मनिरपेक्ष शब्द पहले पन्ने पर तीन बार आता है। पार्टी का नेतृत्व गांधी के सिद्धांतों को मानने वाला है।
इसके बाद से ही चर्चा है कि पीके पार्टी छोड़ सकते हैं। अब खबर ये आई है कि वह दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल के लिए काम करेंगे। बिहार विधानसभा चुनाव में उन्होंने नीतीश कुमार के लिए रणनीतिकार की भूमिका अदा की थी।