Bihar: पूर्णिया GMCH का अल्ट्रासाउंड विभाग बना रणक्षेत्र, मरीज के परिजनों ने डेटा ऑपरेटर को लात-घूंसे से पीटा
Bihar News: बताया जा रहा है कि डेटा ऑपरेटर की हालत काफी गंभीर बनी हुई है। घटना की सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और भारी पुलिस बल की मौजूदगी में मामला शांत कराया गया। पढ़ें पूरी खबर।
विस्तार
पूर्णिया मेडिकल कॉलेज सह सदर अस्पताल (जीएमसीएच) एक बार फिर उस समय रणक्षेत्र में तब्दील हो गया, जब अस्पताल के अल्ट्रासाउंड विभाग में एक मामूली कहासुनी ने भयानक मारपीट का रूप ले लिया। यह पूरी घटना अस्पताल कर्मियों और एक महिला मरीज के परिजनों के बीच हुई। विवाद इतना बढ़ा कि मरीज के परिजनों ने बाहर से आपराधिक छवि के दो दर्जन से अधिक लोगों को बुलाकर एक डेटा ऑपरेटर पर जानलेवा हमला कर दिया। इस घटना में दो लोग घायल हुए हैं, जिसमें डेटा ऑपरेटर की हालत काफी गंभीर बनी हुई है। घटना की सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और भारी पुलिस बल की मौजूदगी में मामला शांत कराया गया। घायल स्वास्थ्य कर्मी की पहचान प्रभात कॉलोनी निवासी कुमार कृष्णा (डेटा ऑपरेटर, पूर्णिया जीएमसीएच) के रूप में हुई है, जिनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। वहीं, दूसरा घायल मरीज का परिजन मो. शाहबाज (मरंगा मिल्की निवासी) है।
पुलिस ने दोनों पक्षों के आवेदन पर आगे की कार्रवाई करने की बात कही है। घायल डेटा ऑपरेटर कुमार कृष्णा के अनुसार, विवाद की शुरुआत अल्ट्रासाउंड विभाग के प्रवेश नियमों को लेकर हुई। महिला मरीज निखार तिराणा अपना अल्ट्रासाउंड कराने अल्ट्रासाउंड विभाग पहुंची थीं। विभाग में पुरुषों के प्रवेश की अनुमति नहीं है, जिसके कारण गार्ड ने उनके पति मो. शाहबाज को गेट पर ही रोक दिया। मो. शाहबाज इस बात से नाराज हो गए और उन्होंने गार्ड के साथ गाली-गलौज और धक्का-मुक्की शुरू कर दी। कुछ स्वास्थ्य कर्मियों ने परिजनों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराने की कोशिश की। इसके बाद मो. शाहबाज बाहर गए और दो दर्जन से अधिक आपराधिक छवि के लोगों को लेकर वापस आए। इन लोगों ने आते ही कुमार कृष्णा को निशाना बनाया और लात-घूंसे से जमकर मारपीट कर दी। कृष्णा ने यह भी बताया कि महिला मरीज ने भी जोश में आकर अपने पति की कमर से निकालकर मारपीट की।
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वहीं, महिला मरीज निखार तिराणा ने स्वास्थ्य कर्मियों पर पहले मारपीट करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि अल्ट्रासाउंड के लिए अंदर जाने पर उनकी पर्ची खो गई थी। उन्होंने अपने पति को अंदर आने के लिए कहा ताकि वह पर्ची के बारे में बता सकें। इसी दौरान एक महिला कर्मी (सिस्टर) ने आकर उनके पति को बाहर हल्ला करने के लिए टोका। जब वह बाहर आईं, तो उन्होंने देखा कि उनके पति को सभी कर्मी कॉलर पकड़कर घुमा रहे हैं। निखार तिराणा ने दावा किया कि उनके पति ने बचाव में स्वास्थ्य कर्मियों पर हाथ उठाया। इसके बाद उन्होंने बाहर आकर अपने भाई को फोन किया और कर्मियों को तुम्हारा बाप आयेगा कहकर धमकी दी।
पुलिस की भूमिका पर सवाल
डेटा ऑपरेटर कुमार कृष्णा ने पुलिस की भूमिका पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि यह सारी घटना फणीश्वर नाथ रेणु टीओपी पुलिस के सामने घटी, जहां पुलिसकर्मी मूक दर्शक बने रहे। वहीं फणीश्वर नाथ रेणु टीओपी प्रभारी राजनंदनी ने बताया कि गश्ती के दौरान जैसे ही वे जीएमसीएच पहुंचे, उन्होंने देखा कि इमरजेंसी के आगे काफी भीड़ है और बाहरी लोग स्वास्थ्य कर्मी के साथ मारपीट कर रहे हैं। मामला बढ़ते देख उन्होंने वरीय अधिकारियों को सूचना दी। वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप और सैकड़ों पुलिस बल की मौजूदगी के बाद दोनों पक्षों को समझाकर मामला शांत कराया गया। फिलहाल, दोनों घायलों का इलाज पूर्णिया जीएमसीएच में चल रहा है और पुलिस दोनों पक्षों के आवेदन के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई करेगी।