Bihar: बहन की शादी से पहले भाई की चाकू गोदकर हत्या, खुशियों में छाया मातम; आर्केस्ट्रा को लेकर हुआ था विवाद
Bihar Crime: घटना की सूचना पर मढ़ौरा थाना पुलिस पहुंची, लेकिन आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस टीम के साथ धक्का-मुक्की और पथराव कर दिया। हालात को गंभीर होता देख ग्रामीण एसपी संजय कुमार और एसडीपीओ नरेश पासवान अतिरिक्त पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।
विस्तार
बिहार के सारण जिले में एक शादी समारोह के बीच दर्दनाक घटना सामने आई है। मढ़ौरा थाना क्षेत्र के भावलपुर गांव में बहन की डोली उठने से पहले ही उसके भाई की चाकू गोदकर निर्मम हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान रिंकू कुमार के रूप में हुई है।
जानकारी के अनुसार, बारात आने के बाद आर्केस्ट्रा का कार्यक्रम चल रहा था। इसी दौरान कुछ युवक नर्तकियों के साथ अश्लील हरकतें और शराब के नशे में अभद्र व्यवहार कर रहे थे। दुल्हन पक्ष की ओर से इसका विरोध किया गया, जिसके बाद विवाद बढ़ते-बढ़ते मारपीट में बदल गया।
इसी दौरान आरोपियों ने रिंकू कुमार पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर उसे मौके पर ही मौत के घाट उतार दिया। अचानक हुई इस वारदात के बाद शादी का माहौल दहशत में बदल गया और मेहमानों में भगदड़ मच गई। बावजूद इसके सामाजिक स्तर पर प्रयास कर किसी तरह विवाह की रस्में पूरी कराई गईं।
पुलिस पर ग्रामीणों का आक्रोश, पथराव भी किया
घटना की सूचना पर मढ़ौरा थाना पुलिस पहुंची, लेकिन आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस टीम के साथ धक्का-मुक्की और पथराव कर दिया। हालात को गंभीर होता देख ग्रामीण एसपी संजय कुमार और एसडीपीओ नरेश पासवान अतिरिक्त पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। सारण के वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ. कुमार आशीष ने भी घटनास्थल का निरीक्षण कर जांच शुरू कराई है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है, वहीं अन्य आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है।
पढे़ं: पत्थर खदान से दो बच्चों का शव बरामद, जांच में जुटी पुलिस; परिजनों का रो रोकर बुरा हाल
शादी समारोह में बढ़ता अपराध, निगरानी की जरूरत
स्थानीय लोगों का कहना है कि शादियों में आर्केस्ट्रा और डीजे का चलन बढ़ने के साथ विवाद और हिंसक घटनाएँ भी बढ़ी हैं। बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद आसानी से शराब मिलना और नशे में अभद्रता इसका मुख्य कारण बताया जा रहा है। ग्रामीणों ने मांग की है कि ऐसे आयोजनों पर सख्त निगरानी हो, ताकि पवित्र अवसर अपराध का कारण न बने।