Gold Silver Price: चांदी में दमदार तेजी के साथ भाव ₹2.41 लाख के पार; बना नया रिकॉर्ड, सोना 2,800 रुपये टूटा
Silver Price Record: चांदी की कीमतों में इजाफा जारी है। एक किलोग्राम चांदी का भाव ₹2.41 लाख के पार चला गया है। वहीं सोना में 2,800 रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट आई है। जानिए सर्राफा बाजार का पूरा हाल।
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साल 2025 के अंतिम दिनों में कीमती धातुओं के बाजार में भारी उथल-पुथल देखने को मिल रही है। जहां एक ओर चांदी की कीमतों ने इतिहास रचते हुए अब तक के सर्वोच्च स्तर को छू लिया है, वहीं दूसरी ओर सोने में भारी मुनाफावसूली दिखी है। ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के मुताबिक, मंगलवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में चांदी 1,000 रुपये की तेजी के साथ 2.41 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। दूसरी ओर, सोने की कीमतों में लगातार दूसरे दिन गिरावट दर्ज की गई।
सोना 1.40 लाख रुपये से नीचे फिसला
चांदी की रिकॉर्ड तोड़ तेजी के बीच सोने की चमक फीकी पड़ गई है। दिल्ली में 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना ₹2,800 की भारी गिरावट के साथ ₹1,39,000 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। सोमवार को इसका भाव ₹1,41,800 प्रति 10 ग्राम था। स्थानीय बाजार में सोने की यह गिरावट तब आई है, जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के दाम चढ़े हैं। घरेलू बाजार में कीमतों में आई गिरावट मांग की कमी या मुनाफावसूली का संकेत देता है।
वैश्विक बाजार में भी चांदी में तेजी
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में चांदी की कीमतों में तेजी है। कॉमेक्स पर स्पॉट सिल्वर 5.15% की जबरदस्त उछाल के साथ 75.85 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही है। वहीं, ग्लोबल गोल्ड भी 1.61% चढ़कर 4,401.59 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया है।
एमसीएक्स पर भी चांदी ने लगाई लंबी छलांग
वायदा बाजार में भी चांदी की खरीदारी जोर-शोर से जारी है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर मार्च 2026 की डिलीवरी वाली चांदी ₹9,590 (4.27%) की तेजी के साथ ₹2,34,019 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। गौरतलब है कि सोमवार को वायदा बाजार में चांदी ने ₹2,54,174 का इंट्रा-डे रिकॉर्ड बनाया था।
चांदी की कीमतों में लगातार तेजी का क्या है कारण?
बाजार विश्लेषकों के अनुसार, चांदी की इस तेजी के पीछे मुख्य कारण 'इंडस्ट्रियल डिमांड' (औद्योगिक मांग) है। रिलायंस सिक्योरिटीज के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट जिगर त्रिवेदी ने बताया, "निकट अवधि में उतार-चढ़ाव के बावजूद, चांदी को स्ट्रक्चरल सप्लाई की कमी और मजबूत औद्योगिक मांग का सहारा मिल रहा है। विशेष रूप से सोलर सेक्टर, इलेक्ट्रॉनिक्स और डेटा सेंटर इंफ्रास्ट्रक्चर में चांदी की भारी खपत हो रही है, जो कीमतों को सपोर्ट कर रही है।" हालांकि, त्रिवेदी ने यह भी आगाह किया कि मार्जिन के सख्त नियम अल्पावधि में कीमतों की बढ़त को थोड़ा सीमित कर सकते हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार का रुख पूरी तरह से 'बुलिश' (तेजी वाला) बना हुआ है।