The Bonus Market News: हरे निशान पर खुले सेंसेक्स-निफ्टी; शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर
The Bonus Market News: शेयर बाजार में रिकॉर्ड तेजी के बावजूद डॉलर के मुकाबले रुपया 89.90 के स्तर पर फिसला। सेंसेक्स और निफ्टी में बढ़त है, लेकिन FPI की ओर से 16.5 अरब डॉलर की निकासी ने बाजार की चिंता बढ़ा दी है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।
विस्तार
प्रमुख सूचकांकों क्या हाल है?
सेंसेक्स पिछले पांच दिनों की गिरावट के बाद शुरुआती कारोबार में 254.38 अंक चढ़कर 84,929.46 के स्तर पर पहुंच गया। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 50 भी चार दिनों की लगातार गिरावट के बाद 89.15 अंकों की बढ़त के साथ 26,028 के स्तर पर कारोबार करता नजर आया। बाजार के जानकारों का मानना है कि यह रिकवरी मुख्य रूप से स्थानीय निवेशकों के भरोसे और साल के अंत में पोर्टफोलियो रीबैलेंसिंग के कारण देखी जा रही है।
कौन से शेयर आगे, कौन पीछे?
सेंसेक्स की 30 प्रमुख कंपनियों में से टाटा स्टील, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, टाइटन, एक्सिस बैंक, अदाणी पोर्ट्स और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी दर्ज की गई। इन शेयरों में खरीदारी के चलते बाजार को शुरुआती बढ़त बनाए रखने में मदद मिली।ये भी पढ़ें: New Rules: क्रेडिट स्कोर से लेकर UPI तक, 1 जनवरी 2026 से बदल जाएंगे ये सात बड़े नियम; आपकी जेब पर क्या होगा असर
इसके विपरीत, कुछ प्रमुख कंपनियों पर दबाव भी देखा गया। बजाज फिनसर्व, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, महिंद्रा एंड महिंद्रा और इंफोसिस जैसी दिग्गज कंपनियां गिरावट के साथ 'लैगार्ड्स' (पिछड़ने वाले शेयरों) की सूची में शामिल रहीं। आईटी और ऑटो सेक्टर के कुछ शेयरों में मुनाफावसूली का असर शुरुआती सत्र में स्पष्ट दिखा।
संस्थागत निवेशकों का क्या रुख है?
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) का रुख अभी भी बिकवाली का बना हुआ है। मंगलवार को विदेशी निवेशकों ने 3,844.02 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 6,159.81 करोड़ रुपये की बड़ी खरीदारी करके बाजार को टूटने से बचा लिया और इस रिकवरी की नींव रखी।ये भी पढ़ें: RBI: नए साल में आरबीआई से राहत की उम्मीद; ब्याज दरों में और कटौती संभव, रुपये के प्रबंधन पर रहेगी कड़ी नजर
वैश्विक बाजार और कच्चे तेल की क्या स्थिति?
वैश्विक संकेतों की बात करें तो एशियाई बाजारों में आज मिला-जुला रुख रहा। दक्षिण कोरिया का कोस्पी, शंघाई का SSE कंपोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। इससे पहले मंगलवार को अमेरिकी शेयर बाजार भी गिरावट के साथ बंद हुए थे।वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.10 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 61.27 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। कच्चे तेल की स्थिर कीमतों से भारतीय अर्थव्यवस्था को महंगाई के मोर्चे पर राहत मिलने की उम्मीद है।
बीते दिन बाजार में क्या हुआ था?
मंगलवार को सेंसेक्स 20.46 अंक गिरकर 84,675.08 पर और निफ्टी 3.25 अंक फिसलकर 25,938.85 पर बंद हुआ था। बुधवार की शुरुआती बढ़त ने पिछले पांच सत्रों की थकान को कुछ कम किया है। निवेशक अब साल के अंतिम सत्र में क्लोजिंग पर नजरें जमाए हुए हैं, जिससे अगले साल के लिए बाजार की दिशा तय होगी।ये भी पढ़ें: Gig Workers Strike: नए साल से पहले ठप हो सकती है फूड डिलीवरी, जानिए गिग वर्कर्स की हड़ताल का किन पर असर?
फॉरेक्स मार्केट में क्या चल रहा?
फॉरेक्स ट्रेडर्स का कहना है कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक भारतीय शेयरों को बेचना जारी रखे हुए हैं, जिसका असर पिछले कुछ महीनों से भारतीय रुपये पर पड़ रहा है। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में, स्थानीय मुद्रा डॉलर के मुकाबले 89.89 पर खुली, फिर गिरकर 89.90 पर आ गई, जो पिछले बंद भाव से 15 पैसे कम है। मंगलवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 23 पैसे बढ़कर 89.75 पर बंद हुआ।
फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के ट्रेजरी प्रमुख और कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार भंसाली ने कहा, "अमेरिका-भारत व्यापार में अनिश्चितताएं जारी हैं, इस साल विदेशी निवेश निवेशकों ने शेयरों से 16.5 अरब अमेरिकी डॉलर निकाले हैं, जिससे आयातकों की मांग बढ़ी है और निर्यातकों में सतर्कता बढ़ी है।"