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बिक्री बढ़ाने के लिए FMCG कंपनियों ने निकाला नया तरीका, उतारे 10 रुपये के छोटे पैकेट
बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: paliwal पालीवाल
Updated Fri, 02 Aug 2019 02:40 PM IST
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देश के एफएमसीजी सेक्टर में कार्यरत कंपनियां अब छोटे शहरों और गांवों में अपनी बिक्री को बढ़ाने के लिए नए-नए तरीकों का इस्तेमाल कर रही हैं। बिक्री न के बराबर होने से कंपनियों ने इस तरह की तरकीब निकाली है, ताकि ग्रामीण इलाकों में खपत को बढ़ाया जा सके।
देश की सबसे बड़ी बिस्किट बेचने वाली कंपनी पारले-जी के 10 रुपये के पैकेट की बिक्री 10 फीसदी से बढ़कर 25 फीसदी हो गई हैं। कंपनी अब 10 रुपये में अपनी प्रीमियम कूकीज को भी निकाल रही है, ताकि इनकी बिक्री को भी ग्रामीण इलाकों में बढ़ाया जा सके।

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बिक्री न होने से थी परेशान
मिंट अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, कई बड़ी कंपनियां बिक्री न होने से परेशान हो गई थी। बड़े शहरों में तो बिक्री का आंकड़ा ठीक था, लेकिन ग्रामीण इलाकों में बिक्री का स्तर काफी निचले स्तर पर पहुंच गया था। डाबर, हिंदुस्तान यूनिलीवर, पेप्सीको, कैडबरी आदि कंपनियों की बिक्री बहुत ही कम हो गई थी।
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निकाला तोड़
इन कंपनियों ने अपने शैंपू, बिस्किट, तेल, टूथपेस्ट, चॉकलेट और डिटर्जेंट ब्रांड के छोटे पैकेट निकालने शुरू कर दिए हैं। इन पैकेट की कीमत 10 रुपये से शुरू होती है। छोटे पैकेट निकालने से अब ग्रामीण इलाकों में बिक्री बढ़ने लगी है। 10 रुपये के पैकेट निकालने से कंपनियों की बिक्री में 150 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है।रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें अमर उजाला Hindi News APP अपने मोबाइल पर।
16 फीसदी से 10 फीसदी पर आई बिक्री
पिछली लगातार तीन तिमाही में कंपनियों की बिक्री 16 फीसदी से गिरकर के 10 फीसदी के स्तर पर आ गई है। ऐसा इसलिए क्योंकि कंपनियों के डीलरों के अलावा किसानों के पास भी कमाई के अवसर कम हो गए हैं। खेती में अच्छी पैदावार न होने से गांव और कस्बों में बिक्री गिरने से असर पड़ा है, क्योंकि यहां पर देश की 80 करोड़ आबादी रहती है।क्यों निकाले छोटे पैकेट
कंपनियों को बिक्री बढ़ाने तो था ही, लेकिन इसके पीछे एक दूसरा मकसद भी था। ग्रामीण या फिर कस्बों में रहने वाली आबादी बड़े पैकेट खरीदने में असमर्थ होती थी, क्योंकि इनकी कीमत ज्यादा होती है। लोग चाहकर भी ऐसे उत्पादों को खरीद नहीं पाते थे, क्योंकि इतने रुपये होना बड़ी बात होती है। अब छोटे पैकेट आने से लोग इनको आसानी से खरीद रहे हैं। इससे पहले कंपनियों ने एक, दो और पांच रुपये के वैरियंट भी निकाले हैं।देश की सबसे बड़ी बिस्किट बेचने वाली कंपनी पारले-जी के 10 रुपये के पैकेट की बिक्री 10 फीसदी से बढ़कर 25 फीसदी हो गई हैं। कंपनी अब 10 रुपये में अपनी प्रीमियम कूकीज को भी निकाल रही है, ताकि इनकी बिक्री को भी ग्रामीण इलाकों में बढ़ाया जा सके।