पहला अंतरराष्ट्रीय हब शुरू करने जा रही है स्पाइसजेट, ये है कंपनी की योजना
घरेलू विमानन कंपनी स्पाइसजेट जल्द ही अपना अंतरराष्ट्रीय हब शुरू करने जा रही है। कंपनी इसकी शुरुआत संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से करेगी। यह घोषणा कंपनी के अधिकारियों ने बुधवार को की। इस साल के अंत तक नई दिल्ली से रास अल खैमाह के बीच स्पाइसजेट उड़ानें शुरू होंगी।
भारत के बाहर होगा पहला अंतरराष्ट्रीय हब
बता दें कि यह एयरलाइन का भारत के बाहर पहला अंतरराष्ट्रीय हब होगा। स्पाइसजेट के ऑपरेशन के विस्तार के समझौते पर एयरलाइन और अमीरात ऑफ रास अल खैमाह के अधिकारियों की ओर से हस्ताक्षर किए गए।
ये है कंपनी की योजना
इस संदर्भ में एयरलाइन अधिकरियों ने कहा कि स्पाइसजेट की इस अंतरराष्ट्रीय हब में पांच विमान तैनात करने की योजना है, जिनके माध्यम से यात्री यूरोप तक पहुंच पाएंगे। जुलाई से सितंबर तिमाही में एयरलाइन की बाजार हिस्सेदारी 15.3 फीसदी रही थी।
घरेलू यात्रियों के मामले में भारत की दूसरी बड़ी कंपनी
इंडिगो के बाद स्पाइसजेट घरेलू यात्रियों के मामले में भारत की दूसरी सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी है। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। स्पाइसजेट के बेड़े में 110 विमान हैं, जिनमें 78 बोइंग-737 और 32 बॉम्बार्डियर क्यू-400 विमान शामिल हैं। स्पाइसजेट के विमान भारत में 50 शहरों और दुबई समेत कई अंतरराष्ट्रीय शहरों के लिए उड़ान भरते हैं।
स्पाइसजेट चेयरमैन अजय सिंह ने दिया था बयान
हाल ही में स्पाइसजेट के चेयरमैन और एमडी अजय सिंह ने कहा था कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते एविएशन बाजारों में से एक है और सरकार को भारतीय विमानन क्षेत्र को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने की दिशा में काम करना चाहिए। अजय सिंह ने कहा था कि सरकार को एविएशन सेक्टर के लिए टैक्स की दरें घटाकर इसे रोजगार देने वाले सेक्टर के नजरिए से देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत में सिविल एविएशन सेक्टर पर काफी टैक्स लगता है। यह सेक्टर के लिए सबसे बड़ी बाधा है।
हवाई ईंधन पर टैक्स है बड़ी समस्या
एविएशन सेक्टर में कम टैक्स लगाने से भारत में रोजगार बढ़ेगा। पूरी दुनिया में केवल भारत में हवाई ईंधन पर करीब 35 फीसदी टैक्स वसूला जाता है।