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सराहनीयः परफॉर्मेंस ग्रेडिंग इंडेक्स में चंडीगढ़ के स्कूल रहे पूरे देश में सबसे अच्छे, मिले 896 नंबर
रिशु राज सिंह, चंडीगढ़
Published by: खुशबू गोयल
Updated Tue, 25 Feb 2020 02:29 PM IST
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प्रतीकात्मक तस्वीर

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चंडीगढ़ के स्कूल पूरे देश में सबसे अच्छे हैं। शिक्षा की गुणवत्ता, बुनियादी सुविधाएं, समान शिक्षा और गवर्नेंस प्रोसेस के मामले में चंडीगढ़ ने देश के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्कूलों को पीछे छोड़ दिया है। हालांकि, शिक्षा तक पहुंच (एक्सेस) के मामले में चंडीगढ़ केरल और हरियाणा से पिछड़ गया है। यह खुलासा केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) की तरफ से जारी किए गए दूसरे परफॉर्मेंस ग्रेडिंग इंडेक्स में हुआ है।
मंत्रालय ने 70 बिंदुओं के पैमाने पर आधारित परफार्मेंस ग्रेडिंग इंडेक्स (पीजीआई) रिपोर्ट को 2018 से तैयार करने की शुरुआत की है। मंत्रालय ने इन बिंदुओं के आधार पर सभी राज्यों से ऑनलाइन जानकारी मांगी थी और उनकी सूचना पर 2018-19 की रिपोर्ट तैयार की गई। राज्यों की शिक्षा व्यवस्था के प्रदर्शन को सात ग्रेड में विभाजित किया गया था, जोकि 0 से 1000 वेटेज पर आधारित था। लेवल वन और 2 में कोई राज्य शामिल नहीं हो सका है क्योंकि उनकी परफार्मेंस 1000-901 नंबरों के मानकों को पूरी नहीं करती।
चंडीगढ़, गुजरात व केरल को लेवल थ्री 851-900 का वेटेज और ग्रेड एक प्लस की श्रेणी मिली है। महाराष्ट्र और दिल्ली को लेवल फोर 801-850 का वेटेज और ग्रेड एक की श्रेणी मिली है। हरियाणा व पंजाब को 751-800 वेटेज के साथ ग्रेड दो मिला है। रिपोर्ट में कहा गया है कि शिक्षकों, प्राचार्यों और प्रशासनिक कर्मचारियों की कमी, नियमित पर्यवेक्षण और निरीक्षण की कमी, शिक्षकों के अपर्याप्त प्रशिक्षण, वित्त की समय पर उपलब्धता के मुद्दे शिक्षा प्रणाली को विफल करने वाले कारक हैं।
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मंत्रालय ने 70 बिंदुओं के पैमाने पर आधारित परफार्मेंस ग्रेडिंग इंडेक्स (पीजीआई) रिपोर्ट को 2018 से तैयार करने की शुरुआत की है। मंत्रालय ने इन बिंदुओं के आधार पर सभी राज्यों से ऑनलाइन जानकारी मांगी थी और उनकी सूचना पर 2018-19 की रिपोर्ट तैयार की गई। राज्यों की शिक्षा व्यवस्था के प्रदर्शन को सात ग्रेड में विभाजित किया गया था, जोकि 0 से 1000 वेटेज पर आधारित था। लेवल वन और 2 में कोई राज्य शामिल नहीं हो सका है क्योंकि उनकी परफार्मेंस 1000-901 नंबरों के मानकों को पूरी नहीं करती।
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चंडीगढ़, गुजरात व केरल को लेवल थ्री 851-900 का वेटेज और ग्रेड एक प्लस की श्रेणी मिली है। महाराष्ट्र और दिल्ली को लेवल फोर 801-850 का वेटेज और ग्रेड एक की श्रेणी मिली है। हरियाणा व पंजाब को 751-800 वेटेज के साथ ग्रेड दो मिला है। रिपोर्ट में कहा गया है कि शिक्षकों, प्राचार्यों और प्रशासनिक कर्मचारियों की कमी, नियमित पर्यवेक्षण और निरीक्षण की कमी, शिक्षकों के अपर्याप्त प्रशिक्षण, वित्त की समय पर उपलब्धता के मुद्दे शिक्षा प्रणाली को विफल करने वाले कारक हैं।
नेशनल अचीवमेंट सर्वे में भी टॉप पर रहा था चंडीगढ़
चंडीगढ़ के स्कूल एमएचआरडी की कई रैंकिंग में पहले नंबर पर रहा है। जुलाई 2018 में एमएचआरडी ने देशभर के नेशनल अचीवमेंट सर्वे के रिजल्ट घोषित किए थे। इस सर्वे में भी चंडीगढ़ सभी केंद्र शासित प्रदेशों की श्रेणी में नंबर वन पर रहा था। इस सर्वे में देश के सभी राज्यों में अलग-अलग सब्जेक्ट्स में चंडीगढ़ ने टॉप 5 पोजिशंस में अपनी जगह बनाई थी।
इंटरनेशनल लेवल की परीक्षा के लिए भी केंद्र ने सिर्फ चंडीगढ़ को चुना
वर्ष 2021 में होने वाले इंटरनेशनल पीसा टेस्ट को लेकर पूरे देश की निगाहें चंडीगढ़ पर टिकी हुईं है। इसके लिए भारत सरकार और आर्गेनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक कॉरपोरेशन डेवलपमेंट (ओईसीडी) में समझौता हुआ है। इस टेस्ट में शामिल होने के लिए पूरे देश में से सिर्फ चंडीगढ़ के स्कूलों को चुना गया है।
परीक्षा में चंडीगढ़ के सरकारी व निजी स्कूलों के छात्र चयन के आधार पर भाग लेंगे। इसमें केंद्रीय विद्यालय संगठन, नवोदय विद्यालय समिति के अलावा यूटी चंडीगढ़ प्रशासन के सरकारी स्कूल शामिल रहेंगे।
इंटरनेशनल लेवल की परीक्षा के लिए भी केंद्र ने सिर्फ चंडीगढ़ को चुना
वर्ष 2021 में होने वाले इंटरनेशनल पीसा टेस्ट को लेकर पूरे देश की निगाहें चंडीगढ़ पर टिकी हुईं है। इसके लिए भारत सरकार और आर्गेनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक कॉरपोरेशन डेवलपमेंट (ओईसीडी) में समझौता हुआ है। इस टेस्ट में शामिल होने के लिए पूरे देश में से सिर्फ चंडीगढ़ के स्कूलों को चुना गया है।
परीक्षा में चंडीगढ़ के सरकारी व निजी स्कूलों के छात्र चयन के आधार पर भाग लेंगे। इसमें केंद्रीय विद्यालय संगठन, नवोदय विद्यालय समिति के अलावा यूटी चंडीगढ़ प्रशासन के सरकारी स्कूल शामिल रहेंगे।
स्कोर कार्ड
पैरामीटर----------------------------------कुल अंक----चंडीगढ़----पंजाब----हरियाणा
लर्निंग आउटकम एंड क्वालिटी-----------------180--------160-------126-----134
शिक्षा की पहुंच (एक्सेस)---------------------80----------76--------65-------78
बुनियादी सुविधा (इंफ्रास्ट्रक्चर एंड फैसिलिटी)----150--------136-------128------125
समान शिक्षा (इक्विटी)-----------------------230--------214-------209------202
गवर्नेंस प्रोसेस-------------------------------360--------310-------241-----244
रिजल्ट------------------------------------1000--------896------769-----783
चंडीगढ़ के स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता काफी बेहतर है। इसका एक कारण यूटी के प्रशासक भी हैं, क्योंकि वह खुद एक शिक्षाविद् हैं। इसके अलावा शिक्षा सचिव, निदेशक और खासतौर पर अध्यापकों की मेहनत की वजह से ही चंडीगढ़ शिक्षा में मामले में हमेशा से अव्वल रहा है।
- मनोज परिदा, एडवाइजर
लर्निंग आउटकम एंड क्वालिटी-----------------180--------160-------126-----134
शिक्षा की पहुंच (एक्सेस)---------------------80----------76--------65-------78
बुनियादी सुविधा (इंफ्रास्ट्रक्चर एंड फैसिलिटी)----150--------136-------128------125
समान शिक्षा (इक्विटी)-----------------------230--------214-------209------202
गवर्नेंस प्रोसेस-------------------------------360--------310-------241-----244
रिजल्ट------------------------------------1000--------896------769-----783
चंडीगढ़ के स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता काफी बेहतर है। इसका एक कारण यूटी के प्रशासक भी हैं, क्योंकि वह खुद एक शिक्षाविद् हैं। इसके अलावा शिक्षा सचिव, निदेशक और खासतौर पर अध्यापकों की मेहनत की वजह से ही चंडीगढ़ शिक्षा में मामले में हमेशा से अव्वल रहा है।
- मनोज परिदा, एडवाइजर