कश्मीर की खाद्य सुरक्षा को मजबूती: एफसीआई की पहली फूड ग्रेन ट्रेन पंजाब से रवाना, कल पहुंचेगी अनंतनाग
यह कश्मीर को देश के राष्ट्रीय माल परिवहन नेटवर्क से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है। इस गुड्स टर्मिनल के शुरुआती चरण में, सबसे पहले पंजाब के रूपनगर से अनंतनाग तक 21 बीसीएन सीमेंट रेक का परिवहन किया गया था।
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भारतीय खाद्य निगम (FCI) की पंजाब से चलने वाली पहली खाद्यान्न मालगाड़ी रविवार को दक्षिण कश्मीर के नव-विकसित अनंतनाग गुड्स टर्मिनल पहुंचेगी। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह कदम कश्मीर घाटी में आपूर्ति और लॉजिस्टिक्स नेटवर्क को मजबूत करने की दिशा में एक अहम उपलब्धि है। एफसीआई की यह मालगाड़ी हाल ही में फिरोजपुर मंडल के अजीतवाल रेलवे स्टेशन से जम्मू मंडल के अंतर्गत आने वाले अनंतनाग गुड्स टर्मिनल के लिए रवाना की गई है जो 21 दिसंबर को अपने गंतव्य पर पहुंचेगी। अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन में 21 बीसीएन वैगनों के जरिए करीब 1,384 टन खाद्यान्न लाया जा रहा है।
9 अगस्त को हुआ था अनंतनाग गुड्स टर्मिनल का उद्घाटन
दक्षिण कश्मीर का अनंतनाग गुड्स टर्मिनल, जो उत्तरी रेलवे के जम्मू मंडल के अंतर्गत आता है, का उद्घाटन 9 अगस्त को किया गया था। यह कश्मीर को देश के राष्ट्रीय माल परिवहन नेटवर्क से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है। इस गुड्स टर्मिनल के शुरुआती चरण में, सबसे पहले पंजाब के रूपनगर से अनंतनाग तक 21 बीसीएन सीमेंट रेक का परिवहन किया गया था। इसके बाद विभिन्न प्रकार के माल, औद्योगिक उत्पाद, कच्चा माल, कारें और अन्य मिश्रित वस्तुओं का आवागमन अनंतनाग गुड्स टर्मिनल और अन्य रेलवे मंडलों के बीच किया गया।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि खाद्यान्न की इस पहली मालगाड़ी से घाटी के दूरदराज इलाकों में खाद्यान्न की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित होगी। वरिष्ठ मंडलीय वाणिज्य प्रबंधक, उचित सिंघल ने कहा रेलमार्ग से खाद्यान्न का परिवहन सस्ता और तेज़ होगा, जिससे सीधे तौर पर किसानों और उपभोक्ताओं दोनों को लाभ मिलेगा। इससे स्थानीय बाजारों को बढ़ावा मिलेगा, रोजगार के अवसर पैदा होंगे और कृषि अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि एफसीआई रेलमार्ग के माध्यम से खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने और बफर स्टॉक का प्रभावी प्रबंधन करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे आम जनता को लाभ पहुंचेगा।
सिंघल ने इसे एक और ऐतिहासिक उपलब्धि बताते हुए कहा यह कश्मीर की खाद्यान्न आवश्यकताओं को पूरा करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा और क्षेत्र को खाद्य आत्मनिर्भर बनाने की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। यह रेलवे के आधुनिकीकरण और घाटी के विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने यह भी बताया कि भविष्य में एफसीआई और रेलवे इस सेवा का विस्तार करने और कश्मीर के अन्य हिस्सों के लिए भी ऐसी और मालगाड़ियां चलाने की योजना बना रहे हैं, जिससे पूरे क्षेत्र में लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन में क्रांतिकारी बदलाव आएगा।