सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Chhattisgarh ›   CG Politics: bjp leader Vikas Markam said on Deepak Baij for CG tribal

CG Politics: विकास मरकाम ने कहा- बैज का आदिवासियों को गैर हिन्दू बताना मिशनरियों के षड्यंत्र का हिस्सा

अमर उजाला ब्यूरो, रायपुर Published by: ललित कुमार सिंह Updated Sat, 06 Sep 2025 07:43 PM IST
विज्ञापन
सार

CG Politics: भारतीय जनता पार्टी अजजा मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और छत्तीसगढ़ स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधीय पादप बोर्ड के मौजूदा अध्यक्ष विकास मरकाम ने आदिवासियों को गैर हिन्दू बताने व उनके लिए पृथक धर्म कोड की मांग के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के बयान पर कड़ा ऐतराज जताया है।

CG Politics: bjp leader Vikas Markam said on Deepak Baij for CG tribal
बीजेपी नेता विकास मरकाम, पीसीसी चीफ दीपक बैज - फोटो : अमर उजाला डिजिटल
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

CG Politics: भारतीय जनता पार्टी अजजा मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और छत्तीसगढ़ स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधीय पादप बोर्ड के मौजूदा अध्यक्ष विकास मरकाम ने आदिवासियों को गैर हिन्दू बताने व उनके लिए पृथक धर्म कोड की मांग के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के बयान पर कड़ा ऐतराज जताया है।  मरकाम ने कहा कि यह न केवल तथ्यों से परे है, बल्कि यह आदिवासी समुदाय को हिंदू समाज से अलग करने और भारत की सांस्कृतिक एकता को कमजोर करने का एक सुनियोजित षड्यंत्र है।

loader
Trending Videos


भाजपा नेता मरकाम ने कहा कि यह बयान कांग्रेस की उस पुरानी औपनिवेशिक मानसिकता को दर्शाता है, जो "फूट डालो और राज करो" की नीति के तहत आदिवासियों को उनकी सांस्कृतिक और धार्मिक जड़ों से अलग करने की कोशिश करती है। यह स्पष्ट तौर पर स्थापित सत्य और तथ्य है कि आदिवासी न केवल हिंदू हैं, बल्कि वे सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति के मूल आधार हैं। भारत की संविधान सभा में इस औपनिवेशिक षड्यंत्र को स्पष्ट रूप से खारिज किया गया था। संविधान सभा में हमारे सभी आदिवासी नेताओं ने एक स्वर से जोर देकर कहा था कि आदिवासियों की संस्कृति और विश्वास सनातन धर्म का हिस्सा हैं। आदिवासियों को पृथक धर्म के रूप में वर्गीकृत करना ब्रिटिशों की विभाजनकारी नीति का हिस्सा था।  श्री मरकाम ने कहा, "हमारी परंपराएं और विश्वास हिंदू धर्म के व्यापक दायरे में आते हैं, और हमें अलग करने का कोई औचित्य नहीं है।"
विज्ञापन
विज्ञापन


मरकाम ने कहा कि संविधान सभा की प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ. बीआर अम्बेडकर, केएम मुंशी जैसे नेताओं ने स्पष्ट किया कि आदिवासियों को पृथक धर्म के रूप में मान्यता देना औपनिवेशिक नीतियों का अवशेष है और इसे समाप्त किया जाना चाहिए। संविधान सभा ने यह सुनिश्चित किया कि आदिवासियों को हिंदू धर्म के अंतर्गत ही मान्यता दी जाए, और पृथक धर्म कोड की अवधारणा को खारिज कर दिया गया। श्री मरकाम ने कहा कि ये ऐतिहासिक तथ्य और सत्य बैज के दावों को पूरी तरह न केवल खारिज करता है बल्कि ऐसा कहकर बैज संविधान सभा और बाबा साहेब के विचारों का खुला अपमान कर रहे है। कांग्रेस की विभाजनकारी और अवसरवादी राजनीति कांग्रेस का यह दावा कि आदिवासी हिंदू नहीं हैं, उनकी पुरानी "विभाजन और शासन" की नीति का हिस्सा है। कांग्रेस ऐसी बयानबाजी के जरिए आदिवासियों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। 

उन्होंने कांग्रेस काल में आदिवासियों की दयनीय स्थिति को याद दिलाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के शासनकाल में आदिवासी क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं का अभाव रहा। बस्तर और सरगुजा जैसे क्षेत्रों में स्कूल, अस्पताल, और सड़कों का विकास न के बराबर था। इसके विपरीत, भाजपा सरकार ने एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों, आदिवासी संग्रहालयों, और वन धन योजना के माध्यम से आदिवासियों के सांस्कृतिक गौरव और आर्थिक सशक्तीकरण को बढ़ावा दिया है। ऐसे समय में बैज का यह बयान आदिवासियों के बीच भय और भ्रम पैदा करने का प्रयास है। यह न केवल आदिवासी समुदाय का अपमान है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक एकता पर हमला है। आदिवासियों को गुमराह करने और उन्हें हिंदू समाज से अलग करने की कांग्रेसियों की कोशिश कभी सफल नहीं होगी।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed