दिवाली से पहले ही जहरीली दिल्ली-NCR की हवा: बेहद खराब श्रेणी की दहलीज पर 'सांसें', फरीदाबाद में वायु सबसे साफ
सीपीसीबी के अनुसार, दिल्ली के आनंद विहार में हवा गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई। यहां सूचकांक 423 दर्ज किया गया। वहीं, 22 इलाकों में हवा बेहद खराब श्रेणी में दर्ज की गई। इसके अलावा, 13 इलाकों में एक्यूआई 200 के पार पहुंच गया।

विस्तार
राजधानी में हवा की गति कम होने व सर्दी के आगमन से ही आबोहवा खराब हो गई है। ऐसे में दीपावली से पहले ही हवा बेहद खराब श्रेणी की दहलीज पर पहुंच गई है। रविवार को आसमान में स्मॉग की चादर छाई नजर आई। इसके चलते हल्का कोहरा देखा गया। कई इलाकों में प्रदूषण का स्तर गंभीर व बेहद खराब की स्थिति में पहुंच गया है। ऐसे में दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 296 दर्ज किया गया। यह हवा की खराब श्रेणी है। इसमें शनिवार की तुलना में 28 सूचकांक की वृद्धि दर्ज की गई।

गाजियाबाद की हवा सबसे अधिक प्रदूषित
इसके अलावा, एनसीआर में गाजियाबाद की हवा सबसे अधिक प्रदूषित रही। यहां एक्यूआई 333 दर्ज किया, यह हवा की बेहद खराब श्रेणी है। इसके अलावा, नोएडा में 329 ग्रेटर नोएडा में 287 और गुरुग्राम में 245 सूचकांक दर्ज किया गया। वहीं, सबसे साफ हवा फरीदाबाद में रही। यहां एक्यूआई 125 दर्ज किया गया, यह हवा की मध्यम श्रेणी है।
21 व 22 अक्तूबर को स्थिति बहुत भयावह हो सकती है
इसी बीच त्योहारी रौनक को फीका करने के लिए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने पूर्वानुमान लगाया है कि अगर दीपावली पर पटाखें ज्यादा जले, तो 21 व 22 अक्तूबर को स्थिति बहुत भयावह हो सकती है। ऐसे में वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंच सकता है। इसके चलते सांस के मरीजों को दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, लोगों को आंखों में जलन जैसी समस्या भी हो सकती है। हालांकि, यह कहना गलत नहीं होगा कि लोगों की दीपावली इस बार भी दमघोंटू हवा में मनेगी।
आनंद विहार में हवा गंभीर श्रेणी में
सीपीसीबी के अनुसार, दिल्ली के आनंद विहार में हवा गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई। यहां सूचकांक 423 दर्ज किया गया। वहीं, 22 इलाकों में हवा बेहद खराब श्रेणी में दर्ज की गई। इसके अलावा, 13 इलाकों में एक्यूआई 200 के पार पहुंच गया। साथ ही, दो इलाकों में हवा मध्यम श्रेणी में दर्ज की गई। दिल्ली के लिए एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम के अनुसार, आने वाले दिनों में दिल्ली की हवा का स्तर गंभीर होने वाला है।
पीएम कणों का स्तर सामान्य से काफी ज्यादा
राजधानी की हवा में इस समय मानकों से दोगुना प्रदूषण दर्ज किया जा रहा है। मानकों के मुताबिक हवा में पीएम-10 का स्तर 100 से कम और पीएम 2.5 का स्तर 60 से कम होने पर ही उसे स्वास्थ्यकारी माना जाता है। ऐसे में प्रदूषक तत्व पीएम 10 का स्तर शाम चार बजे 251 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया, जो दोगुने से अधिक है। वहीं, पीएम 2.5 का स्तर 112 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया, जो दोगुने के आसपास है। प्रदूषण में बढ़ोतरी के लिए मुख्यतौर पर विभिन्न स्रोतों से पैदा होने वाले प्रदूषण के कण और मौसम के कारक जिम्मेदार हैं। शनिवार को अनुमानित अधिकतम मिश्रण गहराई 2500 मीटर और 2700 मीटर रही। इसके अलावा वेंटिलेशन इंडेक्स 3000 मीटर प्रति वर्ग सेकेंड रहा।
बढ़ते प्रदूषण के लिए भारी ट्रैफिक जिम्मेदार
पर्यावरण विशेषज्ञ के मुताबिक, इस साल किस्मत से या बदकिस्मती से बाढ़ की वजह से आग लगने और पराली जलाने की घटनाएं पिछले कुछ वर्षों के मुकाबले काफी कम थीं। इसके बावजूद दिल्ली में एक्यूआई 195 रिकॉर्ड किया गया है। पराली कम जलने के बावजूद दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के लिए भारी ट्रैफिक को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। विशेषज्ञों के मुताबिक, भारी ट्रैफिक के चलते लोकल गाड़ियों से निकलने वाला धुआं दिल्ली की हवा में लगातार जहर घोल रहा है। इसके अलावा तापमान में गिरावट और हवा की धीमी रफ्तार इन धूल कणों को वातावरण में लंबे समय तक बनाए रखने में मददगार साबित हो रहा है। उनका अनुमान है कि दीपावली पर पटाखे चलाने की छूट के चलते यह स्थिति और भी भयावह होने वाली है। एक तरफ अदालत ने दिल्ली में ग्रीन पटाखों को चलाने की अनुमति तो दे दी है, वहीं दूसरी तरफ क्रिटिक्स को डर है कि ग्रीन पटाखों की आड़ में प्रदूषणकारी आतिशबाजी का इस्तेमाल नहीं होगा, इसको रोकने के लिए क्या बंदोबस्त किए गए हैं।
एक्यूआई की श्रेणी
सीपीसीबी के अनुसार, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई 'अच्छा', 51 से 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच 'मध्यम', 201 से 300 के बीच 'खराब', 301 से 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है।
आनंद विहार-----423
वजीरपुर--------372
विवेक विहार------355
दिलशाद गार्डन-----347
जहांगीरपुरी-------339
अशोक विहार-----328
आरके पुरम------325
द्वारका सेक्टर 8---324
सिरीफोर्ट---------321
मथुरा रोड-------319
बवाना---------319
पटपड़गंज-------317
आईटीओ--------312