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UP: मकान की छत भरभरा कर गिरी, 13 वर्षीय किशोर की मौत, मलबे में दबकर परिवार के छह लोग घायल
अमर उजाला नेटवर्क, हापुड़
Published by: शाहरुख खान
Updated Sat, 12 Jul 2025 12:20 PM IST
सार
हापुड़ में एक मकान की छत भरभरा कर गिर गई। मलबे में दबने से 13 वर्षीय किशोर की मौत हो गई। परिवार के छह लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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मकान की छत गिरने से बच्चे की मौत
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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विस्तार
यूपी के हापुड़ जिले के पिलखुवा थाना इलाके के गांव रघुनाथपुर में बीती देर रात एक मकान की छत भरभरा कर गिर गई। मकान में सो रहा परिवार मलबे के नीचे दब गया। इस दौरान 13 वर्षीय किशोर मयंक की मौत हो गई। जबकि परिवार के करीब छह लोग घायल हो गए।
चीर पुकार की आवाज सुनकर आसपास के लोगों ने मलबे में दबे परिवार के सदस्यों को बाहर निकाला। सभी घायलों को सरस्वती अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गांव निवासी रवि कुमार ने बताया कि उनके बड़े भाई विक्की की दो वर्ष पहले हार्टअटैक से मौत हो गई थी।
भाई से दो माह पहले उनके 11 वर्षीय पुत्र की भी बीमारी के चलते मौत हुई थी। भाई की पत्नी पूजा अपने दो सबसे छोटे पुत्र भूरा व दिवांग को लेकर अपने मायके चली गईं थीं।
उनके पिता राकेश व मां बबली देवी भाई के पुत्र मयंक को पाल रही थीं। मकान में उनके बड़े भाई शेखर उनकी पत्नी रजनी व चार पुत्रियां तानिया, कल्लो, भूमि व काव्या भी रह रही थी।
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चीर पुकार की आवाज सुनकर आसपास के लोगों ने मलबे में दबे परिवार के सदस्यों को बाहर निकाला। सभी घायलों को सरस्वती अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गांव निवासी रवि कुमार ने बताया कि उनके बड़े भाई विक्की की दो वर्ष पहले हार्टअटैक से मौत हो गई थी।
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भाई से दो माह पहले उनके 11 वर्षीय पुत्र की भी बीमारी के चलते मौत हुई थी। भाई की पत्नी पूजा अपने दो सबसे छोटे पुत्र भूरा व दिवांग को लेकर अपने मायके चली गईं थीं।
उनके पिता राकेश व मां बबली देवी भाई के पुत्र मयंक को पाल रही थीं। मकान में उनके बड़े भाई शेखर उनकी पत्नी रजनी व चार पुत्रियां तानिया, कल्लो, भूमि व काव्या भी रह रही थी।
देर रात भरभरा के गिर गई मकान की छत
उन्होंने बताया कि शुक्रवार रात को पूरा परिवार खाना खाकर घर में सोया हुआ था। देर रात करीब 11:45 बजे मकान की छत भरभरा के गिर गई। इस दौरान परिवार के सभी लोग मलबे के नीचे दब गए थे। वहीं मयंक की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि परिवार के अन्य छह लोग घायल हो गए थे।
उन्होंने बताया कि शुक्रवार रात को पूरा परिवार खाना खाकर घर में सोया हुआ था। देर रात करीब 11:45 बजे मकान की छत भरभरा के गिर गई। इस दौरान परिवार के सभी लोग मलबे के नीचे दब गए थे। वहीं मयंक की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि परिवार के अन्य छह लोग घायल हो गए थे।
आसपास के लोगों ने परिवार के लोगों को मलबे से निकलकर अस्पताल में भर्ती कराया था। वह उनके पिता व भाई मजदूरी करके परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से उनके परिवार की आर्थिक मदद करने की गुहार लगाई है।