Delhi: वर्ष 2023 में सड़क हादसों में जान गंवाने वाले 43 फीसदी पैदल यात्री, रोड एक्सीडेंट के आंकड़ों ने चौंकाया
दिल्ली यातायात पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त सुरेंद्र सिंह यादव ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं के डाटा से पता लगा है कि उचित और पर्याप्त संख्या में पैदल यात्री क्रॉसिंग, ऊपरी पैदल पार पथ, भूमिगत पैदल पार पथ, अतिक्रमण, क्षतिग्रस्त पैदल पथ आदि की कमी के कारण सड़क दुर्घटनाओं में पैदल चलने वालों की संख्या सबसे अधिक मौतें होती हैं।

विस्तार
राष्ट्रीय राजधानी में वर्ष 2023 का साल सड़क दुर्घटना के मामले में पैदल यात्रियों के लिए काल साबित हुआ। पूरे साल के दौरान कुल सड़क दुर्घटनाओं में 1457 लोगों की मौत हो गई। इनमें 43 फीसदी यानि कि 622 पैदल यात्री थे। यही नहीं पूरे वर्ष में सबसे ज्यादा स्टॉप लाइन, अवैध पार्किंग व बगैर हेलमेट चलने वालों के सर्वाधिक चालान हुए। हेलमेट पहनकर नहीं चलने वाले 198164 लोगों को चालान किया गया। ट्रैफिक नियमों को उल्लंघन करने वालों में गलत तरीके से वाहनों को पार्क करने के मामले शामिल रहे। इस मामले में 152094 वाहनों का चालान किया गया। दूसरे स्थान पर स्टॉप लाइन को तोड़ने वाले रहे। स्टॉप लाइन का उल्लंघन करने वाले 118998 लोगों का चालान किया गया। दिल्ली पुलिस द्वारा जारी आंकड़ों में इसका खुलासा हुआ है।

दिल्ली यातायात पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त सुरेंद्र सिंह यादव ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं के डाटा से पता लगा है कि उचित और पर्याप्त संख्या में पैदल यात्री क्रॉसिंग, ऊपरी पैदल पार पथ, भूमिगत पैदल पार पथ, अतिक्रमण, क्षतिग्रस्त पैदल पथ आदि की कमी के कारण सड़क दुर्घटनाओं में पैदल चलने वालों की संख्या सबसे अधिक मौतें होती हैं। दोपहिया वाहन सवार सड़क दुर्घटनाओं में पीड़ितों के दूसरे स्थान पर आते हैं। वर्ष 2023 के लिए कुल 1457 मौतों में से घातक दुर्घटनाओं के विश्लेषण से पता चलता हैं कि पैदल चलने वाले 622 लोगों की मौत हुई। ये कुल सड़क दुर्घटनाओं को 43 प्रतिशत है। दोपहिया सवार की मृत्यु 549 (जो कुल घातक दुर्घटनाओं का 38% है) और 30 साइकिल चालकों की मृत्यु (जो कुल घातक दुर्घटनाओं का 02%) रिपोर्ट की गईं।
2021 से अब तक हुईं पैदल यात्रियों की मौतों के आंकड़े
सड़क दुर्घटनाओं में पैदल चलने वाले यात्रियों की दुर्घटना होने की संभावना सबसे अधिक होती हैं। वर्ष 2021 में, 1,536 पैदल यात्री घायल हुए और 504 पैदल यात्रियों की मृत्यु हुई। 2022 में, पैदल यात्री सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि हुई, जिसमें 1,777 पैदल यात्री घायल हुए और 629 पैदल यात्रियों की मृत्यु हुई। वर्ष 2023 में, 1,941 पैदल यात्री घायल हुए और 622 पैदल यात्रियों की मृत्यु हुई। कुल 2338 सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं।
दिल्ली में साइकिल चालकों की सड़क दुर्घटनाएं
वर्ष 2021 में, 123 साइकिल चालक घायल हुए और 45 साइकिल चालकों की मृत्यु हुई। वर्ष 2022 में, साइकिल चालकों की 170 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 48 घातक दुर्घटनाएं और 122 साधारण दुर्घटनाएं हुई। इनमें 134 लोग घायल हुए और 48 लोगों ने अपनी जान गंवाई। 2023 में साइकिल चालकों की 141 सड़क दुर्घटनाएं हुईं। इनमें 29 घातक दुर्घटनाएं और 112 साधारण दुर्घटनाएं हुईं। इनमें 118 लोग घायल हो गए और 30 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। 2022 की तुलना में, 2023 में साइकिल चालकों की दुर्घटनाओं की संख्या में 29 की कमी आई है, और साधारण दुर्घटनाओं की संख्या में भी 10 की कमी दिखाई दी । घायल साइकिल चालकों की संख्या में 16 की कमी आई, और साइकिल चालकों की मृत्यु की संख्या में भी 18 की कमी आई।
दोपहिया वाहन चालकों की सड़क दुर्घटनाएं
पैदल चलने वालों के बाद सड़क दुर्घटनाओं में पीड़ितों के दूसरे स्थान पर दोपहिया वाहन सवारों का है। दिल्ली में पंजीकृत दोपहिया वाहनों की संख्या को देखते हुए, इन सवारों के लिए एक सुरक्षित डिजाइन प्रणाली सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण हो जाता है। वर्ष 2021 में 1868 दोपहिया वाहन सवार घायल हुए और 472 की दुर्घटनाओं में मृत्यु हुई। 2022 में, दोपहिया वाहनों की 2288 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 539 घातक दुर्घटनाएं और 1743 साधारण दुर्घटनाएं शामिल थीं, 2263 लोग घायल हुए, और 552 लोगों ने अपनी जान गंवाई। वर्ष 2023 के लिए घातक दुर्घटनाओं के विश्लेषण से पता चलता है कि 1457 कुल मौतों में से 549 दोपहिया वाहन सवार की मृत्यु की सूचना दी गई, जो कुल मौतों का 38% है।
दिल्ली में लोगों को नहीं है हेलमेट पहनने की आदत
मद चालान
बिना हेलमेट 198164
अवैध पार्किंग 152094
स्टॉप लाइन क्रॉसिंग 118998
बिना लाइसेंस 51157
दूसरी सवारी बिना हेलमेट 49711
त्रिपल राइडिंग 26202
रेट लाइट जंप 16029
ड्रंकन ड्राइविंग 9997
मोबाइल पर बात करने का 6275
गलत दिशा से ओवरटेकिंग 7
सड़क दुर्घटनाओं के कारण
-घनी आबादी वाले इलाके में स्पीड से वाहन चलाना।
-सड़कों का चौड़ीकरण होने से अधिक यातायात और वाहन चालकों की ओवर-स्पीडिंग
-मोटर वाहन पंजीकरण, विशेष रूप से दोपहिया वाहनों की बढ़ती संख्या भी है कारण।
सड़क दुर्घटनाओं के कारक
सड़क यातायात दुर्घटनाएं मुख्य रूप से कई कारकों से होती है जैसे कि योजना और इंजीनियरिंग, खराब सड़क संरचना, कोई सड़क मध्य अवरोधक न होना, सड़क पर गड्ढा, संकीर्ण सड़कें, तीव्र मोड़, सड़क की खराब स्थिति, खराब वाहन, वाहन चालकों की गलती, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का उपयोग आदि।
ऐसे रोकी जा सकती हैं दुर्घटनाएं
- पैदल यात्रियों की सुरक्षा के लिए हर नए सड़क मार्ग की संरचना में फुटपाथ को शामिल करना आवश्यक है।
- सड़क पार करने के लिए ऊपरी पैदल पथ, अच्छी तरह से रोशनी वाले भूमिगत पैदल पार पथ का हो निर्माण।
- साइकिल चालकों के लिए सड़क के बुनियादी ढांचे को बढ़ाकर समर्पित साइकिल लेन का निर्माण कराना।
- संरक्षित चौराहों की स्थापना, साइकिल के लिए निर्दिष्ट पार्किंग स्थान आदि सुनिश्चित किया जा सकता है।
- पंजीकृत दोपहिया वाहनों की संख्या को देखते हुए एक सुरक्षित संरचना प्रणाली को लागू करना सर्वोपरी है।
- दोपहिया सुरक्षा को प्रभावित करने वाला सबसे महत्वपूर्ण कारक हेलमेट के उपयोग को प्रोत्साहित करना है।
- गति सीमा का पालन, लाल बत्ती नियमों का पालन, लेन परिवर्तन नियमों का कड़ाई से अनुपालन कराना।
- मोड़ के लिए सिग्नल, हेडलाइट/टेल लाइट और रिफ्लेक्टर का उचित उपयोग सुनिश्चित कराना।