{"_id":"6912efc7d6c317f81e06ea36","slug":"hybrid-mode-for-students-up-to-class-5-in-delhi-school-due-to-pollution-and-grap-2025-11-11","type":"story","status":"publish","title_hn":"Delhi School: दिल्ली में हाइब्रिड मोड में चलेंगी 5वीं तक क्लासेस, सरकार ने स्कूलों को दिए निर्देश","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Delhi School: दिल्ली में हाइब्रिड मोड में चलेंगी 5वीं तक क्लासेस, सरकार ने स्कूलों को दिए निर्देश
अमर उजाला नेटवर्क, नई दिल्ली
Published by: अनुज कुमार
Updated Tue, 11 Nov 2025 01:42 PM IST
सार
प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए दिल्ली सरकार ने स्कूलों को कक्षा पांच तक के छात्रों के लिए हाइब्रिड मोड में कक्षाएं संचालित करने का निर्देश दिए हैं।
विज्ञापन
दिल्ली स्कूल (फाइल फोटो)
- फोटो : पीटीआई
विज्ञापन
विस्तार
राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के स्तर को देखते हुए दिल्ली सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अब कक्षा 5 तक के छात्रों के लिए स्कूलों में कक्षाएं हाइब्रिड मोड में संचालित की जाएंगी। इस निर्देश का उद्देश्य छोटे बच्चों को बढ़ते वायु प्रदूषण के हानिकारक प्रभावों से बचाना है।
Trending Videos
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण के गंभीर स्तर को देखते हुए तत्काल प्रभाव से गंभीर वायु गुणवत्ता के तहत स्टेज-III के तहत सभी उपायों को लागू करने का आदेश दिया है। इसके चलते दिल्ली के सरकारी, निजी स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे तत्काल प्रभाव से कक्षा पांचवीं तक के बच्चों के लिए स्कूलों में हाइब्रिड मोड में कक्षाएं आयोजित करें। जिसमें ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम शामिल हैं, जहां भी ऑनलाइन माध्यम संभव हो। यह आदेश अगली सूचना तक प्रभावी रहेगा।
विज्ञापन
विज्ञापन
दिल्ली में ग्रेप-3 लागू
राजधानी दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता में तेजी से गिरावट के बीच, सीएक्यूएम ने मंगलवार को पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के तहत चरण 3 के प्रतिबंधों को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है। इसके साथ ही दिल्ली की हवा 'गंभीर' श्रेणी में पहुँच गई है, जो चिंता का विषय है।
सीएक्यूएम की उप-समिति ने यह निर्णय दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के सोमवार को 362 से बढ़कर मंगलवार सुबह 425 हो जाने के बाद लिया। आयोग ने इस अचानक वृद्धि के लिए शांत हवाओं, स्थिर वातावरण और प्रतिकूल मौसम संबंधी परिस्थितियों को प्रमुख कारण बताया है। ये मौसम संबंधी कारक प्रदूषकों को फैलने से रोकते हैं, जिससे वायु गुणवत्ता तेजी से बिगड़ती है।
सीएक्यूएम ने एक बयान में कहा कि वायु गुणवत्ता के मौजूदा रुझान को ध्यान में रखते हुए, उप-समिति ने आज पूरे एनसीआर में मौजूदा जीआरएपी के चरण-3 लागू कर दिया है। जीआरएपी के चरण 3 के तहत लागू किए गए प्रतिबंध, चरण I और II के तहत पहले से लागू उपायों के अतिरिक्त हैं।