{"_id":"692700c0efe4ffd3140c371d","slug":"blaze-in-flat-grnoida-news-c-23-1-lko1064-81516-2025-11-26","type":"story","status":"publish","title_hn":"Noida News: 12 साल के बच्चे की सूझबूझ ने जलने से बच गया फ्लैट, महिला का हाथ झुलसा","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Noida News: 12 साल के बच्चे की सूझबूझ ने जलने से बच गया फ्लैट, महिला का हाथ झुलसा
विज्ञापन
विज्ञापन
फोटो:-- -- -- -- -- -- -
12 साल के बच्चे की सूझबूझ ने जलने से बच गया फ्लैट, महिला का हाथ झुलसा
- ग्रेटर नोएडा की एनआरआई रेजीडेंसी सोसाइटी के एक फ्लैट की किचन में लग गई थी आग
- स्कूल की सहपाठी को मदद मांगता देखकर फायर सिलिंडर लेकर पहुंच गया 12 वर्षीय छात्र
- चूल्हे पर गर्म हो रहे मस्टर्ड ऑयल में लगी थी आग, एनआईसी के डायरेक्टर का है फ्लैट
माई सिटी रिपोर्टर
ग्रेटर नोएडा। परी चौक के पास स्थित एनआरआई रेजीडेंसी सोसाइटी में सोमवार को एनआईसी दिल्ली के डायरेक्टर के फ्लैट में अचानक आग लग गई। डायरेक्टर की पत्नी कढ़ाई में तेल गर्म कर रही थी। अचानक तेल में लगी आग किचन में लकड़ी की वार्डरोब तक पहुंच गई। आग की चपेट में आने से महिला का हाथ झुलस गया। महिला व उनके बच्चों ने शोर मचाकर मदद मांगी। तभी एक 12 साल के बच्चा मौके पर पहुंचा। उसने फायर सिलिंडर की मदद से आग पर काबू पा लिया।
पवन मंगल एनआईसी दिल्ली में निदेशक के पद पर तैनात हैं। वो ग्रेटर नोएडा की एनआरआई रेजीडेंसी सोसाइटी के टावर सी के 12 फ्लोर पर एक फ्लैट में रहते हैं। सोमवार दोपहर में वो दिल्ली ऑफिस में थे। घर पर पत्नी और बच्चे थे। पत्नी एक निजी स्कूल में शिक्षिका हैं। दोपहर में पत्नी ने किचन में गैस चूल्हे पर एक बर्तन में तेल गर्म होने को रख दिया और वो बाहर सोफे पर जाकर स्कूल का काम करने लगी। पवन मंगल ने बताया कि करीब 10 मिनट बाद जब वो किचन में पहुंची तो तेल के साथ लकड़ी के वार्डरोब में आग लगी थी। उन्होंने आग पर काबू पाना चाहा, लेकिन इसमें हाथ झुलस गया।
इस दौरान उनके बच्चों ने फ्लैट से बाहर जाकर शोर मचाकर मदद मांगी। तभी स्कूल में सहपाठी 12 साल के ईशान ने आवाज सुनी और वो 11वें फ्लोर से 12वें फ्लोर पर पहुंचा, लेकिन वहां फायर सिलिंडर नहीं मिला। उसके बाद बच्चा 11वें फ्लोर से 15 किग्रा का सिलिंडर लेकर ऊपर पहुंचा। वो सिलिंडर का प्रयोग करना जानता था। बच्चे ने सिलिंडर की मदद से वार्डरोब की आग को बुझा दिया, लेकिन तेल में लगी आग नहीं बुझी। तब तक सोसाइटी के अन्य लोग व मेंटेनेंस टीम के सदस्य भी पहुंच गए। उन्होंने तेल की आग को बुझाया। मकान मालिक ने बताया कि आग से किचन का आधा हिस्सा जल गया। बच्चा अगर आग पर काबू नहीं पाता तो आग फैल सकती थी।
बच्चे के साहस की हो रही सोसाइटी में तारीफ : 12 साल के ईशान उपाध्याय ने फ्लैट को जलने से बचाया लिया। उसके इस साहस की पूरी सोसाइटी में तारीफ हो रही है। ईशान के पिता टावर सी के 11वें फ्लोर पर रहते हैं। एओए के अध्यक्ष ने बताया कि बच्चा फायर सिलिंडर को चलाना जानता था। जो अच्छी चीज हैं। उसके साहस से एक बड़ी घटना होने से बच गई।
Trending Videos
12 साल के बच्चे की सूझबूझ ने जलने से बच गया फ्लैट, महिला का हाथ झुलसा
- ग्रेटर नोएडा की एनआरआई रेजीडेंसी सोसाइटी के एक फ्लैट की किचन में लग गई थी आग
- स्कूल की सहपाठी को मदद मांगता देखकर फायर सिलिंडर लेकर पहुंच गया 12 वर्षीय छात्र
- चूल्हे पर गर्म हो रहे मस्टर्ड ऑयल में लगी थी आग, एनआईसी के डायरेक्टर का है फ्लैट
माई सिटी रिपोर्टर
ग्रेटर नोएडा। परी चौक के पास स्थित एनआरआई रेजीडेंसी सोसाइटी में सोमवार को एनआईसी दिल्ली के डायरेक्टर के फ्लैट में अचानक आग लग गई। डायरेक्टर की पत्नी कढ़ाई में तेल गर्म कर रही थी। अचानक तेल में लगी आग किचन में लकड़ी की वार्डरोब तक पहुंच गई। आग की चपेट में आने से महिला का हाथ झुलस गया। महिला व उनके बच्चों ने शोर मचाकर मदद मांगी। तभी एक 12 साल के बच्चा मौके पर पहुंचा। उसने फायर सिलिंडर की मदद से आग पर काबू पा लिया।
पवन मंगल एनआईसी दिल्ली में निदेशक के पद पर तैनात हैं। वो ग्रेटर नोएडा की एनआरआई रेजीडेंसी सोसाइटी के टावर सी के 12 फ्लोर पर एक फ्लैट में रहते हैं। सोमवार दोपहर में वो दिल्ली ऑफिस में थे। घर पर पत्नी और बच्चे थे। पत्नी एक निजी स्कूल में शिक्षिका हैं। दोपहर में पत्नी ने किचन में गैस चूल्हे पर एक बर्तन में तेल गर्म होने को रख दिया और वो बाहर सोफे पर जाकर स्कूल का काम करने लगी। पवन मंगल ने बताया कि करीब 10 मिनट बाद जब वो किचन में पहुंची तो तेल के साथ लकड़ी के वार्डरोब में आग लगी थी। उन्होंने आग पर काबू पाना चाहा, लेकिन इसमें हाथ झुलस गया।
विज्ञापन
विज्ञापन
इस दौरान उनके बच्चों ने फ्लैट से बाहर जाकर शोर मचाकर मदद मांगी। तभी स्कूल में सहपाठी 12 साल के ईशान ने आवाज सुनी और वो 11वें फ्लोर से 12वें फ्लोर पर पहुंचा, लेकिन वहां फायर सिलिंडर नहीं मिला। उसके बाद बच्चा 11वें फ्लोर से 15 किग्रा का सिलिंडर लेकर ऊपर पहुंचा। वो सिलिंडर का प्रयोग करना जानता था। बच्चे ने सिलिंडर की मदद से वार्डरोब की आग को बुझा दिया, लेकिन तेल में लगी आग नहीं बुझी। तब तक सोसाइटी के अन्य लोग व मेंटेनेंस टीम के सदस्य भी पहुंच गए। उन्होंने तेल की आग को बुझाया। मकान मालिक ने बताया कि आग से किचन का आधा हिस्सा जल गया। बच्चा अगर आग पर काबू नहीं पाता तो आग फैल सकती थी।
बच्चे के साहस की हो रही सोसाइटी में तारीफ : 12 साल के ईशान उपाध्याय ने फ्लैट को जलने से बचाया लिया। उसके इस साहस की पूरी सोसाइटी में तारीफ हो रही है। ईशान के पिता टावर सी के 11वें फ्लोर पर रहते हैं। एओए के अध्यक्ष ने बताया कि बच्चा फायर सिलिंडर को चलाना जानता था। जो अच्छी चीज हैं। उसके साहस से एक बड़ी घटना होने से बच गई।