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'शोले' को लेकर दर्शकों को इस बात का था संदेह! 2-4 हफ्तों में हुआ दूर; निर्देशक ने किया बड़ा खुलासा
एंटरटेनमेंट डेस्क, अमर उजाला
Published by: सिराजुद्दीन
Updated Tue, 14 Oct 2025 09:57 AM IST
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सार
Sholay Success Story: फिल्म 'शोले' 50 साल पहले रिलीज हुई थी। यह आज भी यादगार है। इसके निर्देशक ने फिल्म को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है। आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा है?

शोले, रमेश सिप्पी
- फोटो : सोशल मीडिया, एएनआई
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विस्तार
बॉलीवुड की सबसे कामयाब फिल्मों में से एक 'शोले' के निर्देशक रमेश सिप्पी ने फिल्म को लेकर कई हैरान करने वाली बातें बताई हैं। उन्होंने हाल ही में खुलासा किया है कि फिल्म रिलीज होने से पहले कई लोगों को इसकी कामयाबी को लेकर संदेह थे। 'शोले' भारतीय सिनेमा जगत की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्मों में से एक है। इसमें अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, हेमा मालिनी, संजीव कुमार और अमजद खान मुख्य भूमिकाओं में थे।

फिल्म को लेकर लोगों को संदेह था
एएनआई से बातचीत में रमेश सिप्पी ने खुलासा किया 'कई तरह की अफवाहें थीं। लोगों को लगा कि यह फिल्म सफल नहीं होगी। उन्हें लगा कि यह इतनी महंगी फिल्म है, क्या यह पैसा वापस ला पाएगी?'
उन्होंने आगे कहा 'लोगों को लग रहा था कि ठीक है, यह एक अच्छी फिल्म है। लोगों को यह पसंद आएगी लेकिन क्या वे इसे इतना पसंद करेंगे कि यह इतनी कमाई कर ले कि मुनाफा कमा ले? इसका जवाब सभी को 2-4 हफ्तों में मिल गया।'
एएनआई से बातचीत में रमेश सिप्पी ने खुलासा किया 'कई तरह की अफवाहें थीं। लोगों को लगा कि यह फिल्म सफल नहीं होगी। उन्हें लगा कि यह इतनी महंगी फिल्म है, क्या यह पैसा वापस ला पाएगी?'
उन्होंने आगे कहा 'लोगों को लग रहा था कि ठीक है, यह एक अच्छी फिल्म है। लोगों को यह पसंद आएगी लेकिन क्या वे इसे इतना पसंद करेंगे कि यह इतनी कमाई कर ले कि मुनाफा कमा ले? इसका जवाब सभी को 2-4 हफ्तों में मिल गया।'
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शोले के 50 साल
- फोटो : अमर उजाला
टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में दर्शकों ने सराहा
निर्देशक ने इस साल टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (टीआईएफएफ) में प्रदर्शित फिल्म के पुनर्स्थापित 4के संस्करण पर दर्शकों की प्रतिक्रिया भी साझा की। उन्होंने कहा 'टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में मैंने जो देखा, वहां फिल्म देखने वालों की प्रतिक्रिया बिल्कुल वैसी ही थी जैसी 50 साल पहले थी। अगर लोग आज भी इसे देख रहे हैं, तो वे उसी प्यार से देखते हैं और उसी प्यार से संवाद दोहराते हैं। उन्हें हर दृश्य याद रहता है।'
यह खबर भी पढ़ें: शाहरुख के साथ बनाई फिल्म फिर भी हुई फ्लॉप, टूट गया था निर्देशक का हौसला; कहा- अब मेरे पास उनके लिए कहानी नहीं
निर्देशक ने इस साल टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (टीआईएफएफ) में प्रदर्शित फिल्म के पुनर्स्थापित 4के संस्करण पर दर्शकों की प्रतिक्रिया भी साझा की। उन्होंने कहा 'टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में मैंने जो देखा, वहां फिल्म देखने वालों की प्रतिक्रिया बिल्कुल वैसी ही थी जैसी 50 साल पहले थी। अगर लोग आज भी इसे देख रहे हैं, तो वे उसी प्यार से देखते हैं और उसी प्यार से संवाद दोहराते हैं। उन्हें हर दृश्य याद रहता है।'
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शोले
- फोटो : सोशल मीडिया
बॉबी देओल ने किया धर्मेंद्र का प्रतिनिधित्व
बॉलीवुड स्टार बॉबी देओल ने फिल्म महोत्सव में धर्मेंद्र का प्रतिनिधित्व करते हुए प्रीमियर में शिरकत की। बॉबी देओल के साथ प्रीमियर में निर्देशक रमेश सिप्पी, निर्माता शहजाद सिप्पी और एफएचएफ के निदेशक शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर भी मौजूद थे।
यादगार है फिल्म
1975 में रिलीज हुई 'शोले' अपनी दमदार कहानी, यादगार किरदारों और मशहूर डायलॉग की वजह से भारतीय सिनेमा में एक पसंदीदा फिल्म बन गई। इसके सदाबहार गाने 'ये दोस्ती', 'महबूबा महबूबा', 'हां' जब तक है जान' और 'होली के दिन' आज भी मशहूर हैं।
बॉलीवुड स्टार बॉबी देओल ने फिल्म महोत्सव में धर्मेंद्र का प्रतिनिधित्व करते हुए प्रीमियर में शिरकत की। बॉबी देओल के साथ प्रीमियर में निर्देशक रमेश सिप्पी, निर्माता शहजाद सिप्पी और एफएचएफ के निदेशक शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर भी मौजूद थे।
यादगार है फिल्म
1975 में रिलीज हुई 'शोले' अपनी दमदार कहानी, यादगार किरदारों और मशहूर डायलॉग की वजह से भारतीय सिनेमा में एक पसंदीदा फिल्म बन गई। इसके सदाबहार गाने 'ये दोस्ती', 'महबूबा महबूबा', 'हां' जब तक है जान' और 'होली के दिन' आज भी मशहूर हैं।