सावधान: सिगरेट और शराब छोटी उम्र में कर रहे दिल को खराब, 90 से अधिक लोगों की हो चुकी है एंजियोप्लास्टी
डॉ. कुनाल सिंह ने बताया कि तंबाकू के सेवन से हृदय की नसें सूख रहीं हैं। लेकिन, इसकी जानकारी मरीजों को तत्काल नहीं हो पाती है। जब शारीरिक दिक्कतें शुरू हो रही हैं, तब पता चल रहा है कि नसें ज्यादा सूख गई हैं और उसका इलाज या तो एंजियोप्लास्टी है या फिर पेस मेकर।

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शराब, सिगरेट, तंबाकू और जंक फूड की लत युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक के हृदय को बीमार बना रही है। डॉक्टरों के मुताबिक ये लत, लोगों के लिए जानलेवा है। इसके बाद भी लोग इसे नजर अंदाज नहीं कर पा रहे हैं।

बीआरडी मेडिकल कॉलेज के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. कुनाल सिंह ने बताया कि जब से सुपर स्पेशियलिटी सेवा शुरू हुई है, तब से हृदय रोग के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इनमें 30 से 35 फीसदी मरीज युवा हैं, जो किसी न किसी रूप में सिगरेट, शराब सहित तंबाकू का सेवन कर रहे हैं। ऐसे मरीजों की एंजियोप्लास्टी के साथ पेस मेकर तक लगाना पड़ा है।
तंबाकू के सेवन से सूख रहीं नसें
डॉ. कुनाल सिंह ने बताया कि तंबाकू के सेवन से हृदय की नसें सूख रहीं हैं। लेकिन, इसकी जानकारी मरीजों को तत्काल नहीं हो पाती है। जब शारीरिक दिक्कतें शुरू हो रही हैं, तब पता चल रहा है कि नसें ज्यादा सूख गई हैं और उसका इलाज या तो एंजियोप्लास्टी है या फिर पेस मेकर। बताया कि छह माह के अंदर 90 मरीजों की एंजियोप्लास्टी की गई और 45 से 50 मरीजों को पेस मेकर लगाया गया है। इसके अलावा 150 से अधिक मरीजों की एंजियोग्रॉफी की गई है। इनमें 30 से 35 फीसदी मरीजों की उम्र 20 से 45 वर्ष रही है। जबकि, अन्य मरीजों की उम्र 50 वर्ष से ऊपर रही। चिंता की बात यह है कि 98 फीसदी मरीज किसी न किसी रूप में तंबाकू का सेवन करते रहे हैं।
केस-एक
बिहार के छपरा निवासी रामकिशुन को बाएं कंधे में पीठ की तरफ तेज दर्द था। जांच के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में आए। ईसीजी की गई तो पता चला कि हृदय में ब्लॉकेज हो रहा है। टीम ने तत्काल ब्लॉकेज खोलने के लिए एंजियोप्लास्टी की। मरीज अब स्वस्थ है और डॉक्टरों के फालोअप में है।
केस-दो
गुलरिहा के रहने वाले एक युवक को नशे की लत थी। इसकी वजह से उसके हृदय की नसें सूख रहीं थीं। इसकी वजह से उसके सीने में दर्द में था। बीआरडी में इलाज के लिए आया तो जांच की गई। जांच के दौरान हृदय की दो नसों में ब्लॉकेज था। डॉक्टरों ने पेस मेकर लगाकर जान बचाई।