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डिजिटल अरेस्ट : 'तुम पाकिस्तान के आतंकियों से बात करते हो...'रिटायर्ड शिक्षक से 14 लाख की जालसाजी, केस
अमर उजाला नेटवर्क, गोरखपुर
Published by: गोरखपुर ब्यूरो
Updated Sat, 02 Aug 2025 01:06 AM IST
सार
गोरखनाथ थाना क्षेत्र के रहने वाले इंद्रजीत शुक्ल रिटायर्ड शिक्षक हैं। उन्होंने तहरीर देकर बताया कि 27 जुलाई को दोपहर करीब तीन बजे एक अज्ञात व्यक्ति ने व्हाट्सएप कॉल किया। उसने कहा-मैं एनआईए का अधिकारी बोल रहा हूं। तुम पाकिस्तानी आतंकवादियों से बातें करते हो। आतंकवादियों से पैसे की लेन-देन भी करते हो। तुम्हें 24 घंटे डिजिटल अरेस्ट किया जा रहा है। जांच होगी।
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डिजिटल अरेस्ट।
- फोटो : अमर उजाला नेटवर्क
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विस्तार
गोरखनाथ क्षेत्र के एक रिटायर्ड शिक्षक को डिजिटल अरेस्ट कर जालसाजी का मामला सामने आया है। जालसाजों ने 73 वर्षीय बुजुर्ग को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) का अधिकारी बताकर कॉल किया। फिर पाकिस्तानी आतंकी से उनका कनेक्शन बताकर धमकाया।
बदले में 14 लाख रुपये मांगे। बुजुर्ग ने उनके बताए खाते में रुपये ट्रांसफर कर दिए। ठगी का अहसास होने पर उन्होंने साइबर अपराध थाने में केस दर्ज कराया है। जिस नंबर से व्हाट्सएप कॉल आई थी, पुलिस उसकी जांच में जुटी है।
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बदले में 14 लाख रुपये मांगे। बुजुर्ग ने उनके बताए खाते में रुपये ट्रांसफर कर दिए। ठगी का अहसास होने पर उन्होंने साइबर अपराध थाने में केस दर्ज कराया है। जिस नंबर से व्हाट्सएप कॉल आई थी, पुलिस उसकी जांच में जुटी है।
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डिजिटल अरेस्ट (सांकेतिक तस्वीर)
- फोटो : adobe stock photo
जानकारी के मुताबिक, गोरखनाथ थाना क्षेत्र के रहने वाले इंद्रजीत शुक्ल रिटायर्ड शिक्षक हैं। उन्होंने तहरीर देकर बताया कि 27 जुलाई को दोपहर करीब तीन बजे एक अज्ञात व्यक्ति ने व्हाट्सएप कॉल किया। उसने कहा-मैं एनआईए का अधिकारी बोल रहा हूं। तुम पाकिस्तानी आतंकवादियों से बातें करते हो। आतंकवादियों से पैसे की लेन-देन भी करते हो। तुम्हें 24 घंटे डिजिटल अरेस्ट किया जा रहा है। जांच होगी।
यह सुनकर वह हैरान रह गए। उन्होंने कहा- आपको गलतफहमी हो गई है। मैं बुजुर्ग इंसान भला ये सब क्यों करूंगा। इतना सुनते ही कॉल करने वाला उन्हें डांटने लगा। उसने कहा- मुझे समझाने की कोशिश मत करो। मेरे पास तुम्हारे खिलाफ साक्ष्य मौजूद हैं। इसकी मदद से सजा करा दूंगा और तुम्हारी जिंदगी हमेशा के लिए खराब कर दूंगा। इसके बाद उसने बचने के लिए 14 लाख रुपये मांगे।
यह सुनकर वह हैरान रह गए। उन्होंने कहा- आपको गलतफहमी हो गई है। मैं बुजुर्ग इंसान भला ये सब क्यों करूंगा। इतना सुनते ही कॉल करने वाला उन्हें डांटने लगा। उसने कहा- मुझे समझाने की कोशिश मत करो। मेरे पास तुम्हारे खिलाफ साक्ष्य मौजूद हैं। इसकी मदद से सजा करा दूंगा और तुम्हारी जिंदगी हमेशा के लिए खराब कर दूंगा। इसके बाद उसने बचने के लिए 14 लाख रुपये मांगे।
साइबर अपराधी लोगों को कर रहे डिजिटल अरेस्ट,
- फोटो : social media
उसने मोज बेनीवाल नाम के व्यक्ति का खाता नंबर देकर रुपये भेजने को कहा। पीड़ित ने बताया कि यह सब सुनकर वह डर गए। उनका पंजाब नेशनल बैंक में खाता है। अगले दिन 28 जुलाई को बैंक जाकर 14 लाख रुपये मोज बेनीवाल नाम के बैंक खाते में जमा करवा दिए।
रुपये जमा करने के बाद उसका कॉल नहीं आया। उन्होंने कॉल कर बात करनी चाही तो उसका नंबर बंद बताने लगा। इसके बाद उन्हें ठगी का अहसास हुआ। जिंदगीभर की कमाई एक पल में जालसाज ने लूट ली।
पुलिस से शिकायत के साथ ही पीड़ित ने बैंक में भी प्रार्थना पत्र दिया है ताकि खाते में रकम फ्रीज की जा सके। एसपी क्राइम सुधीर जायसवाल ने बताया कि मामले में साइबर थाने की पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। साइबर सेल और सर्विलांस की मदद से जालसाज के नंबर का पता पुलिस लगा रही है।
रुपये जमा करने के बाद उसका कॉल नहीं आया। उन्होंने कॉल कर बात करनी चाही तो उसका नंबर बंद बताने लगा। इसके बाद उन्हें ठगी का अहसास हुआ। जिंदगीभर की कमाई एक पल में जालसाज ने लूट ली।
पुलिस से शिकायत के साथ ही पीड़ित ने बैंक में भी प्रार्थना पत्र दिया है ताकि खाते में रकम फ्रीज की जा सके। एसपी क्राइम सुधीर जायसवाल ने बताया कि मामले में साइबर थाने की पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। साइबर सेल और सर्विलांस की मदद से जालसाज के नंबर का पता पुलिस लगा रही है।
डिजिटल अरेस्ट कर की ठगी।
- फोटो : amar ujala
पहले भी सामने आ चुके हैं डिजिटल अरेस्ट के मामले
17 जनवरी 2025 : बेतियाहाता में बुजुर्ग दंपती को दो दिनों तक डिजिटल अरेस्ट कर जालसाजों ने 32.66 लाख रुपये वसूल लिए।
10 अक्तूबर 2024: इंजीनियरिंग कॉलेज की छात्रा को डिजिटल अरेस्ट कर 34 हजार रुपये हड़प लिए गए। जालसाजों ने उसका अश्लील वीडियो भी बनाया।
13 मई 2024: सिविल लाइंस इलाके में एक स्कूल की प्रिंसिपल को डिजिटल अरेस्ट कर 12.56 लाख रुपये ठग लिए।
31 जुलाई 2024: शाहपुर के एक सेवानिवृत व्यक्ति को 33 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रखा।
15 जनवरी 2024: सिविल लाइंस में रहने वाले एक कंपनी के मैनेजर को 48 घंटे डिजिटल अरेस्ट कर 14.96 लाख रुपये वसूल लिए।
17 जनवरी 2025 : बेतियाहाता में बुजुर्ग दंपती को दो दिनों तक डिजिटल अरेस्ट कर जालसाजों ने 32.66 लाख रुपये वसूल लिए।
10 अक्तूबर 2024: इंजीनियरिंग कॉलेज की छात्रा को डिजिटल अरेस्ट कर 34 हजार रुपये हड़प लिए गए। जालसाजों ने उसका अश्लील वीडियो भी बनाया।
13 मई 2024: सिविल लाइंस इलाके में एक स्कूल की प्रिंसिपल को डिजिटल अरेस्ट कर 12.56 लाख रुपये ठग लिए।
31 जुलाई 2024: शाहपुर के एक सेवानिवृत व्यक्ति को 33 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रखा।
15 जनवरी 2024: सिविल लाइंस में रहने वाले एक कंपनी के मैनेजर को 48 घंटे डिजिटल अरेस्ट कर 14.96 लाख रुपये वसूल लिए।
अनजान नंबर से कॉल आए तो खुद करें जांच
साइबर एक्सपर्ट उपेंद्र सिंह ने बताया कि साइबर क्राइम से बचने के लिए लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है। इसके बाद भी लोग डर कर जालसाजों के चंगुल में फंस रहे हैं। जब भी कोई अनजान नंबर से कॉल करके ऐसी बातें करे तो खुद उसकी जांच करें। जालसाज मानसिक दबाव बनाते हैं, इससे निकलने के लिए आस-पास किसी से सलाह लें या हेल्पलाइन नंबरों पर कॉल करके जानकारी दें। कभी भी पुलिस कॉल करके रुपये नहीं मांगती है।
साइबर एक्सपर्ट उपेंद्र सिंह ने बताया कि साइबर क्राइम से बचने के लिए लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है। इसके बाद भी लोग डर कर जालसाजों के चंगुल में फंस रहे हैं। जब भी कोई अनजान नंबर से कॉल करके ऐसी बातें करे तो खुद उसकी जांच करें। जालसाज मानसिक दबाव बनाते हैं, इससे निकलने के लिए आस-पास किसी से सलाह लें या हेल्पलाइन नंबरों पर कॉल करके जानकारी दें। कभी भी पुलिस कॉल करके रुपये नहीं मांगती है।