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गोरखपुर: जीडीए व नगर निगम के चक्कर में रुका सड़क का निर्माण कार्य, जानिए क्या है पूरा मामला
अमर उजाला नेटवर्क, गोरखपुर।
Published by: vivek shukla
Updated Tue, 21 Sep 2021 03:25 PM IST
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सार
नगर निगम ने काम शुरू कराया तो जीडीए ने रुकवा दिया, कहा-चार माह पहले दिया था टेंडर। अब दोनों विभाग पहले सुलझाएंगे विवाद, तब तक परेशान होंगे इस मार्ग से गुजरने वाले लोग। हरिहर प्रसाद दुबे मार्ग का मामला : फिराक चौराहे से रुस्तमपुर ढाले तक बनाई जानी है सड़क।

जीडीए की आपत्ति के बाद सड़क का काम रोक दिया गया।
- फोटो : अमर उजाला।
विस्तार
गोरखपुर में जब सड़क की खराबी के कारण लोग परेशान हो रहे थे तो कोई विभाग उसे ठीक कराने सामने नहीं आया। जब एक विभाग ठीक कराने लगा तो दूसरे विभाग ने यह कहते हुए काम रुकवा दिया कि मैं ठीक कराऊंगा। यह घटना घटी है शहर के हरिहर प्रसाद दुबे मार्ग के साथ। फिराक चौराहा से रुस्तमपुर ढाला (हरिहर प्रसाद दुबे मार्ग) तक बनने वाली यह सड़क खराब है। सोमवार रात नगर निगम ने सड़क का निर्माण शुरू कराया तो गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने आपत्ति जता दी। जीडीए का कहना है कि उसने इसका टेंडर उसने चार माह पहले ही दे रखा है। अब दोनों विभाग पहले इस विवाद को सुलझाएंगे उसके बाद कोई एक निर्माण कराएगा। जाहिर है कि अब इसमें समय लगेगा। तब तक इस सड़क से प्रतिदिन गुजरने वाले एक लाख से ज्यादा लोग परेशान होते रहेंगे।
दरअसल, नगर निगम ने करीब 975 मीटर दूरी में रुस्तमपुर ढाला से फिराक चौराहा तक की सड़क के निर्माण के लिए करीब 1.51 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली सड़क के निर्माण के लिए 13 अगस्त को टेंडर जारी किया। जलभराव को देखते हुए कमिश्नर ने आंबेडकर चौराहे से लेकर रुस्तमपुर ढाले तक सीसी रोड बनाने का निर्देश दिया था। इसके बाद नगर निगम ने इसका टेंडर जारी किया। सोमवार रात जब सड़क का निर्माण शुरू हुआ तो जीडीए के ठेकेदार की आपत्ति के बाद निर्माण कार्य रोक दिया गया। वजह यह है कि जीडीए ने अंबेश्वरी अपार्टमेंट के सामने करीब 1.30 करोड़ रुपये की लागत से 2.35 मीटर की सड़क के निर्माण को मई महीने में ही स्वीकृति दे चुका है।
सड़क निर्माण की लागत पर उठ रहे सवाल
जीडीए ने अंबेश्वरी अपार्टमेंट के सामने टेलीफोन एक्सचेंज कॉलोनी के गेट से सहारा अपार्टमेंट की तरफ जाने वाली सड़क के मोड़ तक सड़क के उच्चीकरण एवं सुदृढ़ीकरण तथा आरसीसी नाले का निर्माण एवं हॉट मिक्स प्लांट से सड़क के निर्माण की स्वीकृति राहुल कंस्ट्रक्शन को दी है। जीडीए ने इस कार्य के लिए कुल एक करोड़ इक्कीस लाख उन्नीस हजार तीन सौ तैंतीस रुपये की स्वीकृति दी है। जबकि नगर निगम करीब एक किलोमीटर सड़क 1.51 करोड़ रुपये में बनवा रहा है। वहीं, जीडीए सिर्फ 235 मीटर सड़क और नाले के निर्माण पर 1.30 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है। जानकार सड़क निर्माण की इस लागत पर भी सवाल उठा रहे हैं।
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दरअसल, नगर निगम ने करीब 975 मीटर दूरी में रुस्तमपुर ढाला से फिराक चौराहा तक की सड़क के निर्माण के लिए करीब 1.51 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली सड़क के निर्माण के लिए 13 अगस्त को टेंडर जारी किया। जलभराव को देखते हुए कमिश्नर ने आंबेडकर चौराहे से लेकर रुस्तमपुर ढाले तक सीसी रोड बनाने का निर्देश दिया था। इसके बाद नगर निगम ने इसका टेंडर जारी किया। सोमवार रात जब सड़क का निर्माण शुरू हुआ तो जीडीए के ठेकेदार की आपत्ति के बाद निर्माण कार्य रोक दिया गया। वजह यह है कि जीडीए ने अंबेश्वरी अपार्टमेंट के सामने करीब 1.30 करोड़ रुपये की लागत से 2.35 मीटर की सड़क के निर्माण को मई महीने में ही स्वीकृति दे चुका है।
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सड़क निर्माण की लागत पर उठ रहे सवाल
जीडीए ने अंबेश्वरी अपार्टमेंट के सामने टेलीफोन एक्सचेंज कॉलोनी के गेट से सहारा अपार्टमेंट की तरफ जाने वाली सड़क के मोड़ तक सड़क के उच्चीकरण एवं सुदृढ़ीकरण तथा आरसीसी नाले का निर्माण एवं हॉट मिक्स प्लांट से सड़क के निर्माण की स्वीकृति राहुल कंस्ट्रक्शन को दी है। जीडीए ने इस कार्य के लिए कुल एक करोड़ इक्कीस लाख उन्नीस हजार तीन सौ तैंतीस रुपये की स्वीकृति दी है। जबकि नगर निगम करीब एक किलोमीटर सड़क 1.51 करोड़ रुपये में बनवा रहा है। वहीं, जीडीए सिर्फ 235 मीटर सड़क और नाले के निर्माण पर 1.30 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है। जानकार सड़क निर्माण की इस लागत पर भी सवाल उठा रहे हैं।
जीडीए के चीफ इंजीनियर पीपी सिंह ने बताया कि जीडीए ने मई महीने में ही अंबेश्वरी अपार्टमेंट के पास करीब 235 मीटर सड़क और नाले का टेंडर जारी किया था। नगर निगम ने बाद में स्वीकृति दी है। कोई एक संस्था ही सड़क और नाले का निर्माण कराएगी। नगर निगम को इस संबंध में जानकारी दी गई है। अब सड़क का निर्माण रोक दिया गया है। संभावना है कि इस कार्य को जीडीए ही कराए। जितने काम का जीडीए ने टेंडर निकाला है उतना काम जीडीए कराएगा। बाकी काम नगर निगम कराए। जो पैसा बचेगा उसका नगर निगम कहीं और निर्माण करा लेगा। मंगलवार को नगर निगम के चीफ इंजीनियर के साथ बैठक कर निर्णय लिया जाएगा।
नगर निगम के चीफ इंजीनियर सुरेश चंद ने बताया कि कमिश्नर के सुझाव पर आंबेडकर चौराहे से रुस्तमपुर ढाले तक सीसी रोड बनाने का निर्णय लिया गया। इसका टेंडर निकाला गया, जबकि जीडीए ने तारकोल की सड़क का टेंडर निकाला है। साथ ही सड़क को ऊंची करने का प्रावधान किया गया है। जीडीए द्वारा निकाले गए टेंडर के संबंध में जानकारी नहीं थी। ऐसे में नगर निगम ने टेंडर जारी किया है। इन सब मामलों को देखते हुए जीडीए को पत्र भेजा जा रहा है। फिलहाल काम रोक दिया गया है।
नगर निगम के चीफ इंजीनियर सुरेश चंद ने बताया कि कमिश्नर के सुझाव पर आंबेडकर चौराहे से रुस्तमपुर ढाले तक सीसी रोड बनाने का निर्णय लिया गया। इसका टेंडर निकाला गया, जबकि जीडीए ने तारकोल की सड़क का टेंडर निकाला है। साथ ही सड़क को ऊंची करने का प्रावधान किया गया है। जीडीए द्वारा निकाले गए टेंडर के संबंध में जानकारी नहीं थी। ऐसे में नगर निगम ने टेंडर जारी किया है। इन सब मामलों को देखते हुए जीडीए को पत्र भेजा जा रहा है। फिलहाल काम रोक दिया गया है।