मुफ्त में सफाई के झांसे में महिला ने गंवाए तीन लाख के गहने, सावधान! आप भी हो सकतीं हैं शिकार
- बाइक सवार दो बदमाशों ने कंपनी के प्रचार का झांसा देकर की जालसाजी
- पीपीगंज इलाके के जंगल झझवा गांव की घटना

विस्तार
गोरखपुर जिले के पीपीगंज इलाके के जंगल झझवा गांव में गहनों की मुफ्त में सफाई के झांसे में एक महिला ने तीन लाख के जेवर गंवा दिए। बाइक सवार दो युवकों ने हर्बल पाउडर के प्रचार का झांसा देकर इस जालसाजी को अंजाम दी। पुलिस एफआईआर दर्ज करके मामले की जांच कर रही है।

जानकारी के मुताबिक, जंगल झझवा गांव में रविंद्र मौर्या की पत्नी रंजू देवी मंगलवार की दोपहर घर में अकेली थीं। इसी दौरान दो युवक बाइक से आए और उनसे कहा कि गहने चमकाने का एक हर्बल पाउडर आया है, वे उसका प्रचार कर रहे हैं। वे मुफ्त में ही उनके जेवर की सफाई कर देंगे। युवकों के झांसे में आई रंजू ने एक गहना लाकर दिया, उसे गिलास में भरे पानी में डालने के बाद जालसाजों ने कहा कि अन्य जेवर भी लाएं। सबकी सफाई एक साथ हो जाएगी। महिला बाकी जेवर भी ले आई।
जेवर अपने हाथ में लेने के बाद युवक ने कहा कि एक गिलास पानी और लाइये। महिला जैसे ही घर में पानी लेने गई, दोनों करीब तीन लाख रुपये के सोने-चांदी के जेवर लेकर फरार हो गए। ठगी का एहसास होने के बाद महिला ने घटना की जानकारी अपने पति को दी। पति रविंद्र मौर्य ने स्थानीय पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
खजनी: जेवर चमकाने के झांसे में चेन व लॉकेट गंवाया
जिले के खजनी के उनवल वार्ड नंबर 12 निवासी हरिनाथ विश्वकर्मा की बेटी खुशबू की सोने की चेन व लॉकेट लेकर बाइक सवार जालसाज भाग निकले। बाइक सवारों ने उसे मुफ्त में जेवर चमकाने का झांसा दिया था। उसने मंगलवार को पुलिस चौकी में तहरीर दी।
जानकारी के अनुसार, खुशबू बीते सोमवार की शाम घर पर अकेली थी। तभी पड़ोस में बाइक पर सवार दो युवक आए। उन्होंने पड़ोस की महिलाओं के चांदी के जेवरात की सफाई कर उन्हें लौटा दिए। यह देख खुशबू भी झांसे में आ गई। उसने भी अपनी सोने की चेन व उसमें लगे लॉकेट को सफाई के लिए युवकों को दे दिया। युवकों ने जेवरात लेने के बाद युवती को पानी लाने भेज दिया। इसके बाद दोनों युवक फरार हो गए। मंगलवार को युवती ने उनवल चौकी प्रभारी प्रवीण कुमार को तहरीर दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
अमर उजाला अलर्ट
-सावधान! आप भी हो सकतीं हैं शिकार
जिस तरह से एक ही प्रकृति की दो घटनाएं हुईं हैं, उससे प्रतीत होता है कि मुफ्त सफाई के बहाने जेवर उड़ाने वाले जालसाजों का कोई गिरोह जिले में सक्रिय है। ऐसे गिरोह ज्यादातर घर में अकेली महिलाओं को ही निशाना बनाते हैं।
ध्यान रखें! मुफ्त में कुछ नहीं मिलता
दुनिया में कुछ भी मुफ्त नहीं मिलता, हर चीज की कीमत चुकानी पड़ती है। अब आप ये तय करें कि लालच में आकर कीमती सामान गंवाने के साथ अपनी जगहंसाई करवाना पसंद करेंगी या थोड़ी-सी सावधानी से इनसे बचकर रहेंगी।
तो क्या करें-
मान लें, जो गया सो गया
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक ऐसी घटनाओं को अक्सर शहर के बाहर से आए जालसाज अंजाम देते हैं। ताबड़तोड़ वारदात के बाद वे जल्दी ही जिला छोड़ देते हैं। ऐसे वारदात में ठगी गई सामग्री की वापसी की संभावना बेहद कम रहती है। निहितार्थ यही है कि आप मान कर चलें कि जो गया सो गया।
लालच को काबू में रखे, करें कानून का सम्मान, कभी नहीं होगा नुकसान
लालच पर नियंत्रण रखें। कानून का सम्मान करें। ये ऐसे दो वाक्य हैं, जिन पर अमल करके आप जालसाजी से बच सकते हैं। जालसाजी का शिकार हम तभी होते हैं, जब हम कोई शॉर्टकट पकड़ते हैं। यानि, कुछ पाने के लिए भले ही कोई गैरकानूनी काम ही क्यों न करना पड़ें। बस इसके साथ ही हम जालसाज को अपने तक आने और खुद को ठगने का आमंत्रण दे देते हैं।
मसलन, जादुई या अन्य किसी भी तरीके से धन दोगुना करना, पैसे देकर नौकरी लगवाना, खुदाई में मिले सोने-चांदी को सस्ते दरों में खरीदना, निश्चित मासिक कमाई, जैसे जालसाजों के हथियार का शिकार होकर पिछले कई दशकों से लोग अपनी खून-पसीने की कमाई गंवा रहे हैं।