{"_id":"691e1dc8e2b4fbc7500f3343","slug":"poison-dissolved-in-the-air-from-smoldering-fields-bhiwani-news-c-125-1-shsr1009-142734-2025-11-20","type":"story","status":"publish","title_hn":"Bhiwani News: सुलगते खेतों से हवा में घुल रहा जहर","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Bhiwani News: सुलगते खेतों से हवा में घुल रहा जहर
संवाद न्यूज एजेंसी, भिवानी
Updated Thu, 20 Nov 2025 01:13 AM IST
विज्ञापन
गांव बापोड़ा के खेतों में मंगलवार रात को धान के अवशेषों में लगी आग।
विज्ञापन
भिवानी। दिल्ली-एनसीआर की हवा की गुणवत्ता में थोड़ा सुधार दिखना शुरू ही हुआ था कि भिवानी जिले में खेतों में सुलग रही आग ने फिर से हवा का दम घोटना शुरू कर दिया। मंगलवार रात बापोड़ा से दांग खुर्द की ओर जाने वाले रास्ते पर किसानों ने बड़े पैमाने पर फसल अवशेषों को आग के हवाले कर दिया। अंधेरे में धधकते खेतों की लपटें दूर तक दिखाई देती रहीं और उठता जहरीला धुआं दूर तक और ऊंचाई तक फैल गया।
ग्रेप-तीन लागू होने के बाद क्रशर जोन से लेकर निर्माण साइटों तक पर रोक है इसके बावजूद खुलेआम फसल अवशेष जलाने से हवा में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। स्थिति यह है कि इस सीजन में अब तक फसल अवशेष जलाने का एक भी मामला जिले में दर्ज नहीं हुआ। जिला प्रशासन के अनुसार कोई किसान अवशेष नहीं जला रहा जबकि बापोड़ा-दांग खुर्द मार्ग पर रात में धधकते खेतों की लपटों और धुएं के वीडियो राहगीरों ने बनाए और वायरल भी कर दिए।
पिछले दस दिनों में दिल्ली-एनसीआर की हवा बेहद खराब रही है जिसका असर भिवानी पर भी पड़ा। ग्रेप-तीन के आदेश एक सप्ताह पहले ही लागू कर दिए गए। खानक क्षेत्र के करीब 250 से अधिक क्रशर बंद पड़े हैं और सरकारी परियोजनाएं भी प्रभावित हैं। इसके बावजूद किसान अगली फसल की बिजाई की तैयारी से पहले अवशेष जलाने में जुटे हैं। दिन में यह काम कम होता है लेकिन रात के अंधेरे में खेत लगातार धधकते रहते हैं जिससे हवा की गुणवत्ता फिर बिगड़ने लगी है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश न होने तक प्रदूषण का स्तर यूं ही बढ़ता-घटता रहेगा। हवा में धूलकण पहले ही अधिक हैं ऐसे में फसल अवशेष जलाने से उठने वाला जहरीला धुआं आंखों में जलन और घुटन बढ़ा रहा है क्योंकि इसमें कई हानिकारक तत्व शामिल होते हैं।
कचरे में आग लगाने पर कसा शिकंजा, अब कटेगा चालान
शहरी क्षेत्र में सफाई के बाद जमा कचरे में आग लगाने पर अब नगर परिषद प्रशासन सख्त हो गया है। प्रदूषण फैलाने वाले ऐसे मामलों में चालान काटे जाएंगे। बुधवार को परिषद की टीम ने आठ लोगों के चालान किए। एनसीआर सहित आसपास के क्षेत्रों में प्रदूषण बढ़ने के चलते ग्रेप का तीसरा चरण लागू है। डीसी साहिल गुप्ता ने नगर परिषद को निर्देश दिए हैं कि एनजीटी के निर्देशों के अनुसार शहर में कहीं भी कचरे में आग लगाने वालों के चालान सुनिश्चित किए जाएं। इसके बाद नगर परिषद ने चालान अभियान शुरू कर दिया है।
ये रहा सप्ताह भर में जिले का एक्यूआई
12 नवंबर — 339
13 नवंबर — 348
14 नवंबर — 351
15 नवंबर — 327
16 नवंबर — 317
17 नवंबर — 129
18 नवंबर — 129
19 नवंबर — 198
मंगलवार को कचरे में आग लगाने पर पांच लोगों के चालान किए गए थे जबकि बुधवार को आठ लोगों के चालान किए गए। लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि वे कचरे में आग न लगाएं और प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों से बचें। चालान के लिए दो टीमें तैनात की गई हैं जिनमें चार-चार सदस्य शामिल हैं। – गुलजार मलिक, जिला नगर आयुक्त, नगर परिषद भिवानी
Trending Videos
ग्रेप-तीन लागू होने के बाद क्रशर जोन से लेकर निर्माण साइटों तक पर रोक है इसके बावजूद खुलेआम फसल अवशेष जलाने से हवा में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। स्थिति यह है कि इस सीजन में अब तक फसल अवशेष जलाने का एक भी मामला जिले में दर्ज नहीं हुआ। जिला प्रशासन के अनुसार कोई किसान अवशेष नहीं जला रहा जबकि बापोड़ा-दांग खुर्द मार्ग पर रात में धधकते खेतों की लपटों और धुएं के वीडियो राहगीरों ने बनाए और वायरल भी कर दिए।
विज्ञापन
विज्ञापन
पिछले दस दिनों में दिल्ली-एनसीआर की हवा बेहद खराब रही है जिसका असर भिवानी पर भी पड़ा। ग्रेप-तीन के आदेश एक सप्ताह पहले ही लागू कर दिए गए। खानक क्षेत्र के करीब 250 से अधिक क्रशर बंद पड़े हैं और सरकारी परियोजनाएं भी प्रभावित हैं। इसके बावजूद किसान अगली फसल की बिजाई की तैयारी से पहले अवशेष जलाने में जुटे हैं। दिन में यह काम कम होता है लेकिन रात के अंधेरे में खेत लगातार धधकते रहते हैं जिससे हवा की गुणवत्ता फिर बिगड़ने लगी है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश न होने तक प्रदूषण का स्तर यूं ही बढ़ता-घटता रहेगा। हवा में धूलकण पहले ही अधिक हैं ऐसे में फसल अवशेष जलाने से उठने वाला जहरीला धुआं आंखों में जलन और घुटन बढ़ा रहा है क्योंकि इसमें कई हानिकारक तत्व शामिल होते हैं।
कचरे में आग लगाने पर कसा शिकंजा, अब कटेगा चालान
शहरी क्षेत्र में सफाई के बाद जमा कचरे में आग लगाने पर अब नगर परिषद प्रशासन सख्त हो गया है। प्रदूषण फैलाने वाले ऐसे मामलों में चालान काटे जाएंगे। बुधवार को परिषद की टीम ने आठ लोगों के चालान किए। एनसीआर सहित आसपास के क्षेत्रों में प्रदूषण बढ़ने के चलते ग्रेप का तीसरा चरण लागू है। डीसी साहिल गुप्ता ने नगर परिषद को निर्देश दिए हैं कि एनजीटी के निर्देशों के अनुसार शहर में कहीं भी कचरे में आग लगाने वालों के चालान सुनिश्चित किए जाएं। इसके बाद नगर परिषद ने चालान अभियान शुरू कर दिया है।
ये रहा सप्ताह भर में जिले का एक्यूआई
12 नवंबर — 339
13 नवंबर — 348
14 नवंबर — 351
15 नवंबर — 327
16 नवंबर — 317
17 नवंबर — 129
18 नवंबर — 129
19 नवंबर — 198
मंगलवार को कचरे में आग लगाने पर पांच लोगों के चालान किए गए थे जबकि बुधवार को आठ लोगों के चालान किए गए। लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि वे कचरे में आग न लगाएं और प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों से बचें। चालान के लिए दो टीमें तैनात की गई हैं जिनमें चार-चार सदस्य शामिल हैं। – गुलजार मलिक, जिला नगर आयुक्त, नगर परिषद भिवानी