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Jind News: जिले के तीन 33 केवी सब स्टेशनों की बढ़ेगी क्षमता, रसीदां, मंगलपुर और गुरुसर में रखे जाएंगे ट्रांसफार्मर, सात करोड़ की आएगी लागत
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संवाद न्यूज एजेंसी
जींद। निगम ने जिले में आपूर्ति व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया जा रहा है। जिले के तीन 33 केवी सब स्टेशनों की क्षमता बढ़ाई जाएगी। इसके तहत रसीदां, मंगलपुर और गुरुसर सब स्टेशनों पर ज्यादा क्षमता वाले पावर ट्रांसफार्मर रखे जाएंगे। इस पर लगभग सात करोड़ रुपये खर्च होंगे।
बिजली निगम ने रसीदां, मंगलपुर और गुरुसर सब स्टेशनों पर लगाए जाने वाले नए ट्रांसफार्मर मौजूदा व्यवस्था की तुलना में अधिक क्षमता वाले होंगे। इससे बिजली वितरण प्रणाली मजबूत होगी और लोड का संतुलन बेहतर तरीके से नियंत्रित किया जा सकेगा। रसीदां पावर हाउस में फिलहाल 10.10 एमवीए की क्षमता वाला ट्रांसफार्मर रखा हुआ है। इसकी जगह बढ़कर अब 12.5 एमवीए हो जाएगी।
33 पॉवर हाउस मंगलपुर की क्षमता 10.10 एमवीए है। इनकी जगह अब 12.5 के दो ट्रांसफार्मर रखे जाएंगे। इसके अलावा गुरुसर पॉवर हाउस में फिलहाल 10.10 एमवीए का ट्रांसफार्मर रखा हुआ है, लेकिन अब 12.5 एमवीए के दो ट्रांसफार्मर रखे जाएंगे। इस कदम से जहां बिजली कटों में कमी आएगी। वहीं, ग्रामीण और शहरी उपभोक्ताओं को बेहतर व सुचारू बिजली आपूर्ति मिल सकेगी।
हालांकि लंबे समय से इन इलाकों में मांग के अनुसार पर्याप्त बिजली आपूर्ति नहीं हो पा रही थी। गर्मी के मौसम में बढ़ते लोड और खेती के सीजन के दौरान बिजली खपत में अचानक इजाफा होने से सब स्टेशनों पर दबाव बढ़ जाता था।
इससे वॉल्टेज ड्रॉप और फाल्ट की समस्या भी उत्पन्न होती थी। कई बार ट्रांसफार्मर के ओवरलोड होने से बिजली आपूर्ति बाधित हो जाती थी और उपभोक्ताओं को घंटे-घंटे तक बिजली कटों का सामना करना पड़ता था। विभाग का दावा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली ढांचा मजबूत होने से किसानों को सिंचाई के लिए निर्बाध बिजली मिलेगी, वहीं शहरी क्षेत्रों में घरेलू और व्यावसायिक उपभोक्ताओं को भी बेहतर सुविधा प्राप्त होगी।
बिजली कटों में आएगी कमी
परियोजना के पूरा होने पर इन क्षेत्रों में बिजली कटों में काफी कमी आएगी। साथ ही वोल्टेज स्थिर रहेगा, जिससे घरेलू उपकरणों के साथ-साथ कृषि व औद्योगिक कार्यों में भी सुगमता होगी। इस कार्य के पूरा होने के बाद संबंधित उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिलेगी। इस परियोजना से न केवल मौजूदा आपूर्ति व्यवस्था सुधरेगी बल्कि भविष्य में बढ़ने वाली मांग को भी नियंत्रित किया जा सकेगा।
वर्जन
जिले के रसीदां, मंगलपुर और गुरुसर के 33 केवी पॉवर हाउस की क्षमता बढ़ाई जाएगी। इन पर करीब सात करोड़ की लागत आएगी। नए ट्रांसफार्मर रखने का कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। -एमएल सुखीजा, अधीक्षण अभियंता, बिजली निगम जींद
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जींद। निगम ने जिले में आपूर्ति व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया जा रहा है। जिले के तीन 33 केवी सब स्टेशनों की क्षमता बढ़ाई जाएगी। इसके तहत रसीदां, मंगलपुर और गुरुसर सब स्टेशनों पर ज्यादा क्षमता वाले पावर ट्रांसफार्मर रखे जाएंगे। इस पर लगभग सात करोड़ रुपये खर्च होंगे।
बिजली निगम ने रसीदां, मंगलपुर और गुरुसर सब स्टेशनों पर लगाए जाने वाले नए ट्रांसफार्मर मौजूदा व्यवस्था की तुलना में अधिक क्षमता वाले होंगे। इससे बिजली वितरण प्रणाली मजबूत होगी और लोड का संतुलन बेहतर तरीके से नियंत्रित किया जा सकेगा। रसीदां पावर हाउस में फिलहाल 10.10 एमवीए की क्षमता वाला ट्रांसफार्मर रखा हुआ है। इसकी जगह बढ़कर अब 12.5 एमवीए हो जाएगी।
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33 पॉवर हाउस मंगलपुर की क्षमता 10.10 एमवीए है। इनकी जगह अब 12.5 के दो ट्रांसफार्मर रखे जाएंगे। इसके अलावा गुरुसर पॉवर हाउस में फिलहाल 10.10 एमवीए का ट्रांसफार्मर रखा हुआ है, लेकिन अब 12.5 एमवीए के दो ट्रांसफार्मर रखे जाएंगे। इस कदम से जहां बिजली कटों में कमी आएगी। वहीं, ग्रामीण और शहरी उपभोक्ताओं को बेहतर व सुचारू बिजली आपूर्ति मिल सकेगी।
हालांकि लंबे समय से इन इलाकों में मांग के अनुसार पर्याप्त बिजली आपूर्ति नहीं हो पा रही थी। गर्मी के मौसम में बढ़ते लोड और खेती के सीजन के दौरान बिजली खपत में अचानक इजाफा होने से सब स्टेशनों पर दबाव बढ़ जाता था।
इससे वॉल्टेज ड्रॉप और फाल्ट की समस्या भी उत्पन्न होती थी। कई बार ट्रांसफार्मर के ओवरलोड होने से बिजली आपूर्ति बाधित हो जाती थी और उपभोक्ताओं को घंटे-घंटे तक बिजली कटों का सामना करना पड़ता था। विभाग का दावा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली ढांचा मजबूत होने से किसानों को सिंचाई के लिए निर्बाध बिजली मिलेगी, वहीं शहरी क्षेत्रों में घरेलू और व्यावसायिक उपभोक्ताओं को भी बेहतर सुविधा प्राप्त होगी।
बिजली कटों में आएगी कमी
परियोजना के पूरा होने पर इन क्षेत्रों में बिजली कटों में काफी कमी आएगी। साथ ही वोल्टेज स्थिर रहेगा, जिससे घरेलू उपकरणों के साथ-साथ कृषि व औद्योगिक कार्यों में भी सुगमता होगी। इस कार्य के पूरा होने के बाद संबंधित उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिलेगी। इस परियोजना से न केवल मौजूदा आपूर्ति व्यवस्था सुधरेगी बल्कि भविष्य में बढ़ने वाली मांग को भी नियंत्रित किया जा सकेगा।
वर्जन
जिले के रसीदां, मंगलपुर और गुरुसर के 33 केवी पॉवर हाउस की क्षमता बढ़ाई जाएगी। इन पर करीब सात करोड़ की लागत आएगी। नए ट्रांसफार्मर रखने का कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। -एमएल सुखीजा, अधीक्षण अभियंता, बिजली निगम जींद