{"_id":"68cc5ffc4f6682f5ed0a07e2","slug":"explained-the-pronunciation-and-use-of-vowels-and-consonants-kaithal-news-c-245-1-kht1010-138076-2025-09-19","type":"story","status":"publish","title_hn":"Kaithal News: स्वर और व्यंजन ध्वनियों के उच्चारण व प्रयोग को समझाया","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Kaithal News: स्वर और व्यंजन ध्वनियों के उच्चारण व प्रयोग को समझाया
संवाद न्यूज एजेंसी, कैथल
Updated Fri, 19 Sep 2025 01:09 AM IST
विज्ञापन

विज्ञापन
संवाद न्यूज एजेंसी
राजौंद। राजकीय कॉलेज में वाइब्रेंट लर्निंग क्लब (अंग्रेज़ी विभाग) की ओर से “अंग्रेज़ी भाषा की ध्वनियां” विषय पर विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य वक्ता के रूप में राजकीय महाविद्यालय लदाना चक्कू के प्राचार्य एवं विद्वान डॉ. अविनाश कुमार पाठक ने छात्रों को अंग्रेज़ी भाषा की ध्वन्यात्मक विशेषताओं पर विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने स्वर और व्यंजन ध्वनियों के उच्चारण, उनके वैज्ञानिक आधार और प्रयोग की बारीकियों को सरल भाषा में समझाया। विशेष रूप से उन्होंने छात्र-छात्राओं को सभी अंग्रेज़ी ध्वनियों का भाषिक वर्णन लिखना सिखाया, जिससे विद्यार्थियों को ध्वन्यात्मक अभ्यास में व्यावहारिक दक्षता प्राप्त हुई।
डॉ. पाठक ने बताया कि अंग्रेज़ी भाषा सीखने और शुद्ध उच्चारण के लिए यह ज्ञान अत्यंत सहायक है।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य राम मेहर सिंह ने कहा कि ऐसे व्याख्यान छात्र-छात्राओं की शैक्षणिक समझ को गहरा करते हैं और उन्हें भाषा की व्यावहारिक जानकारी से जोड़ते हैं। उन्होंने प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षाओं और पेशेवर जीवन में ध्वन्यात्मक दक्षता की उपयोगिता पर भी प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का संचालन एवं निर्देशन प्राचार्य एवं अंग्रेज़ी विभागाध्यक्ष प्रो. राम मेहर सिंह ने किया।

राजौंद। राजकीय कॉलेज में वाइब्रेंट लर्निंग क्लब (अंग्रेज़ी विभाग) की ओर से “अंग्रेज़ी भाषा की ध्वनियां” विषय पर विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य वक्ता के रूप में राजकीय महाविद्यालय लदाना चक्कू के प्राचार्य एवं विद्वान डॉ. अविनाश कुमार पाठक ने छात्रों को अंग्रेज़ी भाषा की ध्वन्यात्मक विशेषताओं पर विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने स्वर और व्यंजन ध्वनियों के उच्चारण, उनके वैज्ञानिक आधार और प्रयोग की बारीकियों को सरल भाषा में समझाया। विशेष रूप से उन्होंने छात्र-छात्राओं को सभी अंग्रेज़ी ध्वनियों का भाषिक वर्णन लिखना सिखाया, जिससे विद्यार्थियों को ध्वन्यात्मक अभ्यास में व्यावहारिक दक्षता प्राप्त हुई।
विज्ञापन
विज्ञापन
डॉ. पाठक ने बताया कि अंग्रेज़ी भाषा सीखने और शुद्ध उच्चारण के लिए यह ज्ञान अत्यंत सहायक है।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य राम मेहर सिंह ने कहा कि ऐसे व्याख्यान छात्र-छात्राओं की शैक्षणिक समझ को गहरा करते हैं और उन्हें भाषा की व्यावहारिक जानकारी से जोड़ते हैं। उन्होंने प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षाओं और पेशेवर जीवन में ध्वन्यात्मक दक्षता की उपयोगिता पर भी प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का संचालन एवं निर्देशन प्राचार्य एवं अंग्रेज़ी विभागाध्यक्ष प्रो. राम मेहर सिंह ने किया।