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Kurukshetra News: शीत लहर ने बढ़ाई ठिठुरन
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संवाद न्यूज एजेंसी
कुरुक्षेत्र। शीत लहर ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। ठंड के बढ़ते प्रकोप से लोग घरों में कैद होने को मजबूर हैं। पर्यटन स्थलों पर जहां आमतौर पर इस मौसम में चहल-पहल रहती थी, वहां अब सूनापन छाने लगा है। ब्रह्मसरोवर एरिया में भी पर्यटकों की संख्या घटी है। धर्मनगरी में रोजाना सात से आठ हजार पर्यटक रोजाना घूमने के लिए आते थे। ठंडी हवाओं और घने कोहरे ने लोगों की आवाजाही कम कर दी है।
रविवार को दिन का अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। तीसरे दिन भी आमजन को सूर्य देव के दर्शन नहीं हुए। पूरा दिन बादल छाए रहे। तापमान में लगातार गिरावट से ठंड का असर और तेज हो गया है। सुबह और देर रात को सर्द हवाएं लोगों को कंपकंपी छुड़ा रही हैं। बाजारों में भी रौनक कम दिखाई दी और लोग बेहद जरूरी होने पर ही घरों से बाहर निकले।
चिकित्सक बोले बच्चों को दें पौष्टिक आहार : बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. ललित का कहना है कि छोटे बच्चों को इस मौसम में विशेष देखभाल की जरूरत होती है। उन्हें गर्म कपड़े पहनाने, ठंडे वातावरण से बचाने और पौष्टिक आहार देने की सलाह दी जा रही है। सुबह-शाम हल्की भांप लेने और गुनगुने पानी का सेवन करने से सर्दी-जुकाम में राहत मिल सकती है। डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि लापरवाही बरतने पर संक्रमण तेजी से फैल सकता है।
मौसम विशेषज्ञ डॉ. ममता के अनुसार फिलहाल ठंड से राहत की कोई संभावना नहीं है। आने वाले लगभग 15 दिनों तक शीत लहर का असर बना रह सकता है। न्यूनतम तापमान में और गिरावट की आशंका जताई जा रही है। घना कोहरा और ठंडी हवाएं ठंड को और बढ़ा सकती है।
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कुरुक्षेत्र। शीत लहर ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। ठंड के बढ़ते प्रकोप से लोग घरों में कैद होने को मजबूर हैं। पर्यटन स्थलों पर जहां आमतौर पर इस मौसम में चहल-पहल रहती थी, वहां अब सूनापन छाने लगा है। ब्रह्मसरोवर एरिया में भी पर्यटकों की संख्या घटी है। धर्मनगरी में रोजाना सात से आठ हजार पर्यटक रोजाना घूमने के लिए आते थे। ठंडी हवाओं और घने कोहरे ने लोगों की आवाजाही कम कर दी है।
रविवार को दिन का अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। तीसरे दिन भी आमजन को सूर्य देव के दर्शन नहीं हुए। पूरा दिन बादल छाए रहे। तापमान में लगातार गिरावट से ठंड का असर और तेज हो गया है। सुबह और देर रात को सर्द हवाएं लोगों को कंपकंपी छुड़ा रही हैं। बाजारों में भी रौनक कम दिखाई दी और लोग बेहद जरूरी होने पर ही घरों से बाहर निकले।
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चिकित्सक बोले बच्चों को दें पौष्टिक आहार : बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. ललित का कहना है कि छोटे बच्चों को इस मौसम में विशेष देखभाल की जरूरत होती है। उन्हें गर्म कपड़े पहनाने, ठंडे वातावरण से बचाने और पौष्टिक आहार देने की सलाह दी जा रही है। सुबह-शाम हल्की भांप लेने और गुनगुने पानी का सेवन करने से सर्दी-जुकाम में राहत मिल सकती है। डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि लापरवाही बरतने पर संक्रमण तेजी से फैल सकता है।
मौसम विशेषज्ञ डॉ. ममता के अनुसार फिलहाल ठंड से राहत की कोई संभावना नहीं है। आने वाले लगभग 15 दिनों तक शीत लहर का असर बना रह सकता है। न्यूनतम तापमान में और गिरावट की आशंका जताई जा रही है। घना कोहरा और ठंडी हवाएं ठंड को और बढ़ा सकती है।