सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Haryana ›   Kurukshetra News ›   Folk artists spread the wonderful splendor of culture on the 48 Kos land of Kurukshetra.

Kurukshetra News: लोक कलाकारों ने 48 कोस कुरुक्षेत्र भूमि पर बिखेरी संस्कृति की अद्भुत छटा

Amar Ujala Bureau अमर उजाला ब्यूरो
Updated Mon, 24 Nov 2025 01:49 AM IST
विज्ञापन
Folk artists spread the wonderful splendor of culture on the 48 Kos land of Kurukshetra.
कुरुक्षेत्र। ह​रियाणवी लोकनृत्य की प्रस्तुति देती कलाकार। स्वयं
विज्ञापन
कुरुक्षेत्र। कलाकार सदैव अपने प्रदेश की संस्कृति को जन-जन तक पहुंचाने में अग्रणी भूमिका निभाते हैं। लोक कलाकार न केवल हमारी सांस्कृतिक की पहचान हैं बल्कि वे देश की अमूल्य धरोहर भी हैं, जिन्हें संरक्षित रखना हर नागरिक का दायित्व है। आधुनिक युग में जहां युवा पीढ़ी का पाश्चात्य संस्कृति की ओर झुकाव दिखा रही है, वहीं लोक कलाकार अपनी परंपरागत कला, रीति-रिवाज और लोक शैली को जीवंत रखते हुए लोगों के सामने प्रस्तुत कर रहे हैं।
Trending Videos

अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के अवसर पर ऐसा ही मनोहारी दृश्य कुरुक्षेत्र की 48 कोस भूमि के तीर्थों पर देखने को मिल रहा है। हरियाणा कला परिषद की ओर से कुरुक्षेत्र और कैथल जिले के प्रमुख तीर्थ स्थलों पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रदेश की लोक कला, संगीत और नृत्य की बहार छाई हुई है। जिले में भूरिश्रवा तीर्थ भौर सैयदा पर विकास सातरोड़, विष्णुपद तीर्थ घराड़सी में निशांत शर्मा, मणिपुरक तीर्थ मुर्तजापुर में सुशील कुमार, सोमतीर्थ गुमथला गढ़ू में बससेर सिंह और त्रिपुरारि तीर्थ तिगरी में पुनीत कौर ने अपनी लोक शैली से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। इसी प्रकार रेणुका तीर्थ अरणैचा में कृष्ण शर्मा, कुलोतारण तीर्थ किरमच में सुरेश कुमार तथा लोमश तीर्थ लोहारमाजरा में दिलावर शर्मा की प्रस्तुतियों ने समा बांध दिया।
विज्ञापन
विज्ञापन


कैथल जिले के सूर्यकुंड, सजूमा में सुमित कुमार, पवनहृदय तीर्थ पबनावा में अनिल भारती, गढ़रथेश्वर तीर्थ कौल में बलराज और इक्षुमति तीर्थ पोलड़ में तरुणा शर्मा तन्नू ने दर्शकों का दिल जीता। अन्य तीर्थों डयोडखेड़ी, प्यौदा, गुलडेहरा, साकरा, गुहना, रसीना और मांगना में भी कलाकारों ने अनुपम कला का प्रदर्शन किया। हरियाणा कला परिषद के निदेशक नागेंद्र शर्मा ने बताया कि 1 दिसंबर तक 48 कोस कुरुक्षेत्र भूमि के विभिन्न तीर्थों बारणा, अमीन, संघोली, नरकातारी, फरल आदि पर सांस्कृतिक कार्यक्रम जारी रहेंगे। यह आयोजन न केवल लोक कलाकारों को मंच प्रदान कर रहा है बल्कि प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को नई ऊर्जा भी दे रहा है।

कुरुक्षेत्र। हरियाणवी लोकनृत्य की प्रस्तुति देती कलाकार। स्वयं

कुरुक्षेत्र। हरियाणवी लोकनृत्य की प्रस्तुति देती कलाकार। स्वयं

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed