{"_id":"694862c260a9e00421037a83","slug":"the-family-of-the-innocent-child-is-unable-to-submit-the-documents-panipat-news-c-244-1-pnp1012-149206-2025-12-22","type":"story","status":"publish","title_hn":"Panipat News: मासूम बच्चे के परिजन जमा नहीं कर पा रहे दस्तावेज","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Panipat News: मासूम बच्चे के परिजन जमा नहीं कर पा रहे दस्तावेज
विज्ञापन
विज्ञापन
पानीपत। दिल्ली के पहाड़गंज इलाके की कृष्णा कॉलोनी निवासी 10 वर्षीय बच्चा अभी अपने घर नहीं पहुंच पाया है। परिजनों ने बाल कल्याण समिति के सामने बच्चे से जुड़ा कोई दस्तावेज नहीं पेश नहीं किया। जिस कारण समिति ने अभी बच्चे को उनकी सुपुर्दगी में देने से इन्कार कर दिया। बच्चे को समिति ने अपने संरक्षण में ले रखा है। समिति का स्पष्ट कहना है कि परिजन दस्तावेज देंगे तो ही बच्चे को उनके सुपुर्द किया जाएगा।
दिल्ली के पहाड़ गंज क्षेत्र की कृष्णा कॉलोनी से पांच अक्तूबर को 10 साल का बच्चा लापता हुआ था। नौ अक्तूबर को वह किसी तरह से ट्रेन में बैठकर पानीपत पहुंच गया। जहां पर सेक्टर-29 औद्योगिक क्षेत्र में घूमता हुआ रात को पुलिस को मिला था।
पुलिस ने बच्चे को सीडब्ल्यूसी के सुपुर्दगी में दिया। उस समय बच्चा अपने बारे में कुछ नहीं बता पा रहा था। वह बोलने में कुछ तुतला भी रहा था। जिस कारण उसकी भाषा किसी के समझ में नहीं आ रही थी। बच्चे को दूसरे बच्चों के साथ रखा गया। साथ ही पुनर्वास केंद्र के प्रबंधक सोमदत्त को उससे बात करने के लिए लगाया था।
कड़ी मशक्कत के बाद 10 दिन पहले बाल कल्याण समिति और पुलिस टीम ने बच्चे के परिजनों को तलाश कर लिया। इसके बाद परिजन बच्चे को लेने के लिए पानीपत आए लेकिन वह कोई दस्तावेज सीडब्ल्यूसी के सामने पेश नहीं कर पाए। समिति ने बिना सबूत के बच्चे को उनकी सुपुर्दगी में देने से इन्कार कर दिया था।
इसके बाद वह तीन दिन का समय लेकर गए थे। एक सप्ताह बाद भी परिजन सबूत पेश नहीं कर पाए। बच्चा अभी समिति के संरक्षण में ही है। उधर, इस संबंध में समिति की सदस्य किरण मलिक ने बताया कि माता-पिता को बच्चे से जुड़ा कोई भी दस्तावेज पेश करने को कहा गया है, जिससे कागजी कार्रवाई पूरी कर बच्चे को माता-पिता के सुपुर्द किया जा सके।
Trending Videos
दिल्ली के पहाड़ गंज क्षेत्र की कृष्णा कॉलोनी से पांच अक्तूबर को 10 साल का बच्चा लापता हुआ था। नौ अक्तूबर को वह किसी तरह से ट्रेन में बैठकर पानीपत पहुंच गया। जहां पर सेक्टर-29 औद्योगिक क्षेत्र में घूमता हुआ रात को पुलिस को मिला था।
विज्ञापन
विज्ञापन
पुलिस ने बच्चे को सीडब्ल्यूसी के सुपुर्दगी में दिया। उस समय बच्चा अपने बारे में कुछ नहीं बता पा रहा था। वह बोलने में कुछ तुतला भी रहा था। जिस कारण उसकी भाषा किसी के समझ में नहीं आ रही थी। बच्चे को दूसरे बच्चों के साथ रखा गया। साथ ही पुनर्वास केंद्र के प्रबंधक सोमदत्त को उससे बात करने के लिए लगाया था।
कड़ी मशक्कत के बाद 10 दिन पहले बाल कल्याण समिति और पुलिस टीम ने बच्चे के परिजनों को तलाश कर लिया। इसके बाद परिजन बच्चे को लेने के लिए पानीपत आए लेकिन वह कोई दस्तावेज सीडब्ल्यूसी के सामने पेश नहीं कर पाए। समिति ने बिना सबूत के बच्चे को उनकी सुपुर्दगी में देने से इन्कार कर दिया था।
इसके बाद वह तीन दिन का समय लेकर गए थे। एक सप्ताह बाद भी परिजन सबूत पेश नहीं कर पाए। बच्चा अभी समिति के संरक्षण में ही है। उधर, इस संबंध में समिति की सदस्य किरण मलिक ने बताया कि माता-पिता को बच्चे से जुड़ा कोई भी दस्तावेज पेश करने को कहा गया है, जिससे कागजी कार्रवाई पूरी कर बच्चे को माता-पिता के सुपुर्द किया जा सके।