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Yamuna Nagar News: हाईवे बना गैराज, सड़क पर खड़े वाहनों से हादसों का खतरा
संवाद न्यूज एजेंसी, यमुना नगर
Updated Fri, 05 Dec 2025 01:42 AM IST
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स्टेट हाइवे की सड़क पर खड़े वाहन। संवाद
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संवाद न्यूज एजेंसी
यमुनानगर। जगाधरी-पांवटा साहिब नेशनल हाईवे और सहारनपुर-कुरुक्षेत्र स्टेट हाईवे पर सफर करना वाहन चालकों के लिए खतरे से खाली नहीं है। यह हाईवे कम और गैराज का काम ज्यादा कर हैं। हाईवे की सड़क पर ही खराब ट्रकों व डंपरों को ठीक किया जा रहा है। 24 घंटे ट्रक व डंपर हाईवे की एक लेन पर खड़े रहते हैं। इससे न केवल जाम रहता है, बल्कि हादसा होने का खतरा भी रहता है।
जगाधरी-पांवटा साहिब नेशनल हाईवे पर बूड़िया चुंगी चौक को पार करते ही सड़क पर खराब वाहन खड़े दिखते हैं। मैकेनिक इन खराब वाहनों को ठीक करते हैं। साथ ही महाराजा अग्रसेन कॉलेज के सामने से लेकर तिकोनी चौक बिना रिफ्लेक्टर वाले ट्रक, डंपर और लकड़ी से भरी ट्रैक्टर-ट्रालियां खड़ी रहती हैं। चार साल पहले इसी जगह हाईवे किनारे रात को खड़ी लकड़ी से भरी ट्रैक्टर-ट्राली में पीछे से टकरा की बाइक सवार बीडीएस के तीन छात्रों की मौत हो गई थी।
कुछ ऐसा ही हादसा गत वर्ष जगाधरी-व्यासपुर स्टेट हाईवे पर गुलाब नगर व जेल के बीच हुआ था। जिसमें रात को स्टेट हाईवे पर खड़ी लकड़ी से भरी ट्राली में पीछे से बाइक टकरा गई थी। बिना रिफ्लेक्टर के खड़ी ट्राली रात में दिखाई नहीं दी और हादसे में एक युवक की मौत हो गई थी। सहारनपुर-कुरुक्षेत्र स्टेट हाईवे जिले की एकमात्र ऐसी सड़क है जिसमें साल के 365 दिन ही हाईवे से गैराज का काम लिया जाता है। शुगर मिल को पार करते ही सहारनपुर की तरफ चले नहीं कि स्टेट हाईवे पर ट्रकों व डंपरों की लंबी लाइन नजर आती है। आंखों से दिखना बंद हो जाएगा लेकिन ट्रकों की लाइन कम नहीं होगी। यहां एक लेन पर ट्रक मैकेनिकों का कब्जा रहता है।
नेशनल हाईवे और सहारनपुर रोड पर खड़े ट्रकों को हटाने के लिए नगर निगम व ट्रैफिक पुलिस को पत्र लिखा जाएगा। अब सर्दी का समय है। कोहरे में इनसे हादसा होने की संभावना बढ़ जाएगी। मामला रोड सेफ्टी की बैठक में भी उठाया जाएगा। -हरप्रीत रंधावा, मोटर व्हीकल ऑफिसर, डीटीओ।
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यमुनानगर। जगाधरी-पांवटा साहिब नेशनल हाईवे और सहारनपुर-कुरुक्षेत्र स्टेट हाईवे पर सफर करना वाहन चालकों के लिए खतरे से खाली नहीं है। यह हाईवे कम और गैराज का काम ज्यादा कर हैं। हाईवे की सड़क पर ही खराब ट्रकों व डंपरों को ठीक किया जा रहा है। 24 घंटे ट्रक व डंपर हाईवे की एक लेन पर खड़े रहते हैं। इससे न केवल जाम रहता है, बल्कि हादसा होने का खतरा भी रहता है।
जगाधरी-पांवटा साहिब नेशनल हाईवे पर बूड़िया चुंगी चौक को पार करते ही सड़क पर खराब वाहन खड़े दिखते हैं। मैकेनिक इन खराब वाहनों को ठीक करते हैं। साथ ही महाराजा अग्रसेन कॉलेज के सामने से लेकर तिकोनी चौक बिना रिफ्लेक्टर वाले ट्रक, डंपर और लकड़ी से भरी ट्रैक्टर-ट्रालियां खड़ी रहती हैं। चार साल पहले इसी जगह हाईवे किनारे रात को खड़ी लकड़ी से भरी ट्रैक्टर-ट्राली में पीछे से टकरा की बाइक सवार बीडीएस के तीन छात्रों की मौत हो गई थी।
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कुछ ऐसा ही हादसा गत वर्ष जगाधरी-व्यासपुर स्टेट हाईवे पर गुलाब नगर व जेल के बीच हुआ था। जिसमें रात को स्टेट हाईवे पर खड़ी लकड़ी से भरी ट्राली में पीछे से बाइक टकरा गई थी। बिना रिफ्लेक्टर के खड़ी ट्राली रात में दिखाई नहीं दी और हादसे में एक युवक की मौत हो गई थी। सहारनपुर-कुरुक्षेत्र स्टेट हाईवे जिले की एकमात्र ऐसी सड़क है जिसमें साल के 365 दिन ही हाईवे से गैराज का काम लिया जाता है। शुगर मिल को पार करते ही सहारनपुर की तरफ चले नहीं कि स्टेट हाईवे पर ट्रकों व डंपरों की लंबी लाइन नजर आती है। आंखों से दिखना बंद हो जाएगा लेकिन ट्रकों की लाइन कम नहीं होगी। यहां एक लेन पर ट्रक मैकेनिकों का कब्जा रहता है।
नेशनल हाईवे और सहारनपुर रोड पर खड़े ट्रकों को हटाने के लिए नगर निगम व ट्रैफिक पुलिस को पत्र लिखा जाएगा। अब सर्दी का समय है। कोहरे में इनसे हादसा होने की संभावना बढ़ जाएगी। मामला रोड सेफ्टी की बैठक में भी उठाया जाएगा। -हरप्रीत रंधावा, मोटर व्हीकल ऑफिसर, डीटीओ।

स्टेट हाइवे की सड़क पर खड़े वाहन। संवाद