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निजी हाथों में न सौंपा जाए बिजली बोर्ड : संघ
संवाद न्यूज एजेंसी, चम्बा
Updated Sun, 30 Nov 2025 11:17 PM IST
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चंबा के पांगी में बैठक के बाद बिजली बोर्ड़ कर्मचारी संघ के पदाधिकारी और सदस्य।स्रोत जागरूक
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चंबा। बिजली बोर्ड कर्मचारी संघ पांगी की बैठक प्रधान संजीव सोनी की अध्यक्षता में किलाड़ में संपन हुई। बैठक में किलाड़–पांगी के सभी फील्ड कर्मचारी, कार्यालय स्टाफ और आउटसोर्स कर्मचारियों ने भाग लिया। बैठक के दौरान सभी कर्मचारियों ने अपने विचार और समस्याएं यूनियन के समक्ष रखी। सभी ने एकमत होकर मांग की कि बिजली बोर्ड को निजी हाथों में न सौंपा जाए।
प्रधान संजीव सोनी ने कहा कि पूरी यूनियन का मानना है कि बिजली बोर्ड को बचाने का एकमात्र तरीका है सभी कर्मचारी एकजुट और एकत्र होकर अपनी आवाज बुलंद करें। यदि बिजली बोर्ड बिक गया तो कर्मचारियों का सहारा और सुरक्षा दोनों समाप्त हो जाएगी।
उन्हाेंने कहा कि जनजातीय क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारियों की पदोन्नति और स्थानांतरण न होना बड़े दुख की बात है। विद्युत मंडल किलाड़ पांगी में लगभग 40 कर्मचारी पिछले छह से सात वर्षों से घर से 700-800 किलोमीटर दूर जनजातीय दुर्गम क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि इन समस्याओं को प्रशासन के समक्ष औपचारिक रूप से प्रस्तुत किया जाएगा। जनजातीय क्षेत्र में लंबे समय तक सेवाएं देने वाले कर्मचारियों के लिए स्थायी नीति बनाई जाए। जो कई वर्षों से घर के नजदीक लगे कर्मचारी हैं उनको विद्युत मंडल किलाड़ में स्थानांतरित किया जाए। इस मौके पर संघ के वरिष्ठ उपप्रधान विनोद कुमार, महासचिव विनोद ठाकुर, कोषाध्यक्ष ऋषि कुमार और सुरेश धनवासी और अन्य मौजूद रहे।
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प्रधान संजीव सोनी ने कहा कि पूरी यूनियन का मानना है कि बिजली बोर्ड को बचाने का एकमात्र तरीका है सभी कर्मचारी एकजुट और एकत्र होकर अपनी आवाज बुलंद करें। यदि बिजली बोर्ड बिक गया तो कर्मचारियों का सहारा और सुरक्षा दोनों समाप्त हो जाएगी।
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उन्हाेंने कहा कि जनजातीय क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारियों की पदोन्नति और स्थानांतरण न होना बड़े दुख की बात है। विद्युत मंडल किलाड़ पांगी में लगभग 40 कर्मचारी पिछले छह से सात वर्षों से घर से 700-800 किलोमीटर दूर जनजातीय दुर्गम क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि इन समस्याओं को प्रशासन के समक्ष औपचारिक रूप से प्रस्तुत किया जाएगा। जनजातीय क्षेत्र में लंबे समय तक सेवाएं देने वाले कर्मचारियों के लिए स्थायी नीति बनाई जाए। जो कई वर्षों से घर के नजदीक लगे कर्मचारी हैं उनको विद्युत मंडल किलाड़ में स्थानांतरित किया जाए। इस मौके पर संघ के वरिष्ठ उपप्रधान विनोद कुमार, महासचिव विनोद ठाकुर, कोषाध्यक्ष ऋषि कुमार और सुरेश धनवासी और अन्य मौजूद रहे।