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Rampur Bushahar News: रोहड़ू में चार करोड़ रुपये से स्थापित होगा कूड़ा निस्तारण संयंत्र
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दो दशकों से लटकी योजना जल्द चढ़ेगी सिरे, अभी शिमला के भरयाल भेजा जा रहा एकत्रित कूड़ा-कचरा
डीपीआर अब स्वीकृति के लिए जाएगी लोक निर्माण विभाग के पास
राजेश हंसरेटा
रोहड़ू। रोहड़ू में चार करोड़ रुपये की लागत से कूड़ा निस्तारण संयंत्र स्थापित किया जाएगा। जल्द ही रोहड़ू कस्बे की दो दशकों से लटकी योजना सिरे चढ़ने वाली है। योजना की डीपीआर बन चुकी है। शेष औपचारिकताओं पूरा करने के बाद योजना का निर्माण कार्य शुरू होगा। राेहड़ू में कूड़ा निस्तारण संयंत्र स्थापित करने की योजना दो दशकों से लटकी हुई है। कुछ महीने पहले ही इस योजना को वन विभाग से स्टेज टू अप्रूवल मिली। इसके बाद नगर परिषद ने ठोस कचरा प्रबंधन की डीपीआर तैयार की। डीपीआर में करीब चार करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। यह डीपीआर तकनीकी स्वीकृति के लिए अब लोक निर्माण विभाग के पास जाएगी। रोहड़ू में कूड़ा निस्तारण संयंत्र न होने के कारण नगर परिषद कस्बे से निकलने वाले कूड़े-कचरे का प्रबंधन पब्बर नदी के किनारे किया जा रहा है। इसके बाद एकत्रित कूड़े-कचरे को शिमला के भरयाल में लगे उर्जा प्लांट में भेजा जा रहा है। संवाद
वर्ष 2018 में किया था प्रारूप तैयार
ठोस कचरा प्रबंधन परियोजना के लिए वर्ष 2018 में नगर परिषद रोहड़ू ने वन संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत वन विभाग से भूमि के हस्तांतरण के लिए प्रारूप तैयार किया था, जिसके तहत रोहड़ू-शिमला मार्ग पर महेंदली के पास 0.252 हेक्टेयर वन भूमि पर ठोस कचरा प्रबंधन संयंत्र स्थापित किया जाना प्रस्तावित है। परियोजना को स्टेज वन की सैद्धांतिक मंजूरी सितंबर वर्ष 2024 में मिल गई थी। कुछ महीने पहले वन विभाग से स्टेज टू की अप्रूवल भी नगर परिषद को मिल गई। इसके बाद परियोजना की डीपीआर तैयार की गई।
अभी यह है व्यवस्था
फिलहाल, नगर परिषद ने डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन के लिए कस्बे में दो दर्जन से अधिक लोगों की टीम को लगाया हुआ है, जो रोजाना टनों के हिसाब से कूड़ा-कचरा एकत्र करते हैं। इसके बाद पब्बर नदी के किनारे गीले और सूखे कचरे का निष्पादन किया जाता है। जब तक संयंत्र स्थापित नहीं होता। कचरे को एकत्रित कर शिमला के भरयाल में स्थापित उर्जा प्लांट को भेजा जा रहा है। ट्रकों में भरकर सूखे कचरे को शिमला भेजा जा रहा है।
शीघ्र शुरू होगी योजना के निर्माण की प्रक्रिया
नगर परिषद के अध्यक्ष अशोक चौहान और उपाध्यक्ष ने सुजय अग्रवाल ने बताया कि कूड़ा निस्तारण संयंत्र योजना दशकों से लंबित है। अब संयंत्र स्थापित करने की योजना सिरे चढ़ने वाली है। योजना की डीपीआर बनकर तैयार हो गई है। शीघ्र ही योजना के निर्माण की प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा।
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डीपीआर अब स्वीकृति के लिए जाएगी लोक निर्माण विभाग के पास
राजेश हंसरेटा
रोहड़ू। रोहड़ू में चार करोड़ रुपये की लागत से कूड़ा निस्तारण संयंत्र स्थापित किया जाएगा। जल्द ही रोहड़ू कस्बे की दो दशकों से लटकी योजना सिरे चढ़ने वाली है। योजना की डीपीआर बन चुकी है। शेष औपचारिकताओं पूरा करने के बाद योजना का निर्माण कार्य शुरू होगा। राेहड़ू में कूड़ा निस्तारण संयंत्र स्थापित करने की योजना दो दशकों से लटकी हुई है। कुछ महीने पहले ही इस योजना को वन विभाग से स्टेज टू अप्रूवल मिली। इसके बाद नगर परिषद ने ठोस कचरा प्रबंधन की डीपीआर तैयार की। डीपीआर में करीब चार करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। यह डीपीआर तकनीकी स्वीकृति के लिए अब लोक निर्माण विभाग के पास जाएगी। रोहड़ू में कूड़ा निस्तारण संयंत्र न होने के कारण नगर परिषद कस्बे से निकलने वाले कूड़े-कचरे का प्रबंधन पब्बर नदी के किनारे किया जा रहा है। इसके बाद एकत्रित कूड़े-कचरे को शिमला के भरयाल में लगे उर्जा प्लांट में भेजा जा रहा है। संवाद
वर्ष 2018 में किया था प्रारूप तैयार
ठोस कचरा प्रबंधन परियोजना के लिए वर्ष 2018 में नगर परिषद रोहड़ू ने वन संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत वन विभाग से भूमि के हस्तांतरण के लिए प्रारूप तैयार किया था, जिसके तहत रोहड़ू-शिमला मार्ग पर महेंदली के पास 0.252 हेक्टेयर वन भूमि पर ठोस कचरा प्रबंधन संयंत्र स्थापित किया जाना प्रस्तावित है। परियोजना को स्टेज वन की सैद्धांतिक मंजूरी सितंबर वर्ष 2024 में मिल गई थी। कुछ महीने पहले वन विभाग से स्टेज टू की अप्रूवल भी नगर परिषद को मिल गई। इसके बाद परियोजना की डीपीआर तैयार की गई।
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अभी यह है व्यवस्था
फिलहाल, नगर परिषद ने डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन के लिए कस्बे में दो दर्जन से अधिक लोगों की टीम को लगाया हुआ है, जो रोजाना टनों के हिसाब से कूड़ा-कचरा एकत्र करते हैं। इसके बाद पब्बर नदी के किनारे गीले और सूखे कचरे का निष्पादन किया जाता है। जब तक संयंत्र स्थापित नहीं होता। कचरे को एकत्रित कर शिमला के भरयाल में स्थापित उर्जा प्लांट को भेजा जा रहा है। ट्रकों में भरकर सूखे कचरे को शिमला भेजा जा रहा है।
शीघ्र शुरू होगी योजना के निर्माण की प्रक्रिया
नगर परिषद के अध्यक्ष अशोक चौहान और उपाध्यक्ष ने सुजय अग्रवाल ने बताया कि कूड़ा निस्तारण संयंत्र योजना दशकों से लंबित है। अब संयंत्र स्थापित करने की योजना सिरे चढ़ने वाली है। योजना की डीपीआर बनकर तैयार हो गई है। शीघ्र ही योजना के निर्माण की प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा।